नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर और मुंबई सहित देश के 8 प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री पिछले साल की दूसरी छमाही यानी जुलाई से दिसंबर के बीच 12 साल के ऊंचे स्तर पर पहुंच गई। इस दौरान 3 लाख 50 हजार 613 घर खरीदे गए। यह साल 2023 की इसी अवधि के मुकाबले 7% ज्यादा है। मुंबई में बिक्री 11% बढऩे के साथ 13 वर्षों के रेकॉर्ड ऊंचे स्तर पर रही, लेकिन दिल्ली-एनसीआर में बिक्री 4% घट गई। दिल्ली-एनसीआर बड़े शहरों में इकलौता रहा, जहां कमी दर्ज की गई। यह बात नाइट फ्रैंक इंडिया की हाल ही जारी इंडिया रियल एस्टेट-रेजिडेंशल एंड ऑफिस रिपोर्ट में कही गई।
रिपोर्ट के मुताबिक, 2 से 5 करोड़ रुपये तक के घरों की बिक्री सालाना आधार पर 85% बढ़ी, लेकिन 50 लाख रुपये से नीचे के घरों की बिक्री 9% कम रही। इस अफोर्डेबल कैटेगरी की हिस्सेदारी कुल बिक्री में 25% रही। 50 लाख से 1 करोड़ रुपये तक के घरों की बिक्री भी 10% घट गई।
रिपोर्ट के मुताबिक, सालाना आधार पर 2024 की दूसरी छमाही में घरों के दाम सबसे अधिक 12% बेंगलुरु में बढ़े। इसके बाद हैदराबाद में 8त्न और चेन्नई में 7% बढ़त रही। मुंबई में 5% और दिल्ली-एनसीआर में 6% दाम बढ़े। 8277 रुपये प्रति स्क्वायर फुट के साथ सबसे अधिक औसत भाव मुंबई में रहा। दिल्ली-एनसीआर में औसत भाव 5066 रुपये प्रति वर्ग फुट रहा।
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और एमडी शिशिर बैजल ने कहा कि 2020 के बाद से आवासीय बाजार में तेजी से सुधार हुआ है और 2024 में यह 12 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। प्रीमियम घरों की मांग तेजी से बढ़ रही है क्योंकि उपभोक्ता अब बेहतर सुविधाओं और हाई-एंड लाइफस्टाइल की चाहत रखते हैं। नए साल में यह गति बनी रहेगी।
रिपोर्ट में कहा गया कि 50 लाख रुपये से कम की श्रेणी में लॉन्च में 2019 से 2024 के बीच करीब 10% की गिरावट आई। यह बदलाव इस बात का संकेत है कि घर खरीदार अब बेहतर सुविधाओं और बड़ी जगहों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। 2024 में लॉन्च हुए कुल प्रोजेक्ट्स में महंगे घरों का हिस्सा 50त्न था, जबकि 2019 में यह सिर्फ 16% था।
2 से 5 करोड़ रुपये तक के घरों की बिक्री 85 फीसदी बढ़ी
नाइट फ्रैंक इंडिया की ‘इंडिया रियल एस्टेट-रेजिडेंशल एंड ऑफिस’ रिपोर्ट के अनुसार
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