बिजऩेस रेमेडीज/आंध्र प्रदेश
स्वर्गीय तुलसी तांती और आंध्र प्रदेश के प्रति उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता को श्रद्धांजलि देते हुए, Suzlon Group ने भारत के सबसे बड़े हरित कौशल विकास कार्यक्रम को शुरू करने के लिए आंध्र प्रदेश स्टेट स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एपीएसएसडीसी) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस समझौते का मकसद देश में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में हरित नौकरियों को बढ़ाने और रोजगार की कमी को दूर करना है। इस अग्रणी कार्यक्रम का उद्देश्य हरित रोजगार के अवसरों को बढ़ाकर और अक्षय ऊर्जा में कौशल की कमी को दूर करके भविष्य के लिए तैयार कार्यबल को तैयार करना है। अगले चार वर्षों में, यह कार्यक्रम 12,000 युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करेगा, जिसमें कम से कम 3,000 महिलाएँ शामिल होंगी। इसके तहत पवन ऊर्जा निर्माण के विशेष क्षेत्रों में ट्रेनिंग दी जाएंगी, जिनमें शामिल हैं- इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, ब्लेड टेक्नोलॉजी, मैटेरियल मैनेजमेंट, ऑपरेशन्स और मेंटेनेंस, तथा लैंड एंड लाइजनिंग। इसके अलावा, सुजलॉन आईटीआई, डिप्लोमा और डिग्री इंजीनियरिंग कॉलेजों के लिए एक संरचित पाठ्यक्रम बनाएगा और पवन ऊर्जा उद्योग में विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त सामग्री और उन्नत अनुसंधान को एकीकृत करने के लिए विश्वविद्यालय भागीदारी की दिशा में भी फोकस करेगा।
IT और मानव संसाधन विकास मंत्री नारा लोकेश ने कहा कि हमारा लक्ष्य अगले 5 वर्षों में 2 मिलियन स्थानीय नौकरियाँ पैदा करना है। साथ ही, हम उद्यम विकास के साथ स्व-रोजगार को बढ़ावा देते हुए आर्थिक रूप से वंचित परिवारों की आमदनी में वृद्धि करना चाहते हैं। ऐसे प्रयास निश्चित तौर पर एक ‘विकसित आंध्र प्रदेश’ के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। हम मानते हैं कि यह कार्यक्रम बहुत से वंचित परिवारों की मदद करेगा और अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में भारत की प्रतिभा की स्थिति को मजबूत करने में योगदान देगा।’’
Suzlon Group के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर जे पी चालसानी ने कहा कि स्वर्गीय तुलसी तांती अक्सर अक्षय ऊर्जा के लिए समर्पित एक विश्वविद्यालय की स्थापना की कल्पना करते थे, एक ऐसा स्थान जहाँ भारत इस क्षेत्र में प्रतिभाओं को उसी वैश्विक मान्यता के साथ विकसित कर सके जो इसे अपनी इंजीनियरिंग उत्कृष्टता के लिए प्राप्त है। इस रणनीतिक पहल के साथ, हमारा लक्ष्य आंध्र प्रदेश को अक्षय ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक प्रतिभा निर्यात केंद्र के रूप में स्थापित करना है, जिससे राज्य को एक स्थायी भविष्य को आकार देने में नेतृत्व करने के लिए सशक्त बनाया जा सके।
सुजलॉन गु्रप के चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर राजेंद्र मेहता ने कहा कि इस सहयोगी प्रयास के माध्यम से, सुजलॉन आंध्र प्रदेश में 5 महत्वपूर्ण स्थानों पर ‘लर्निंग लैब्स’ की स्थापना के लिए कदम उठाएगा। इन लैब के जरिये 3 से 12 महीने के कार्यक्रम पेश किए जाएंगे, जो कक्षा और व्यावहारिक प्रशिक्षण को मिलाते हैं। ये केंद्र ऑनलाइन और ऑफलाइन कौशल विकास, प्रशिक्षण और नौकरी प्लेसमेंट के लिए केंद्र के रूप में काम करेंगे, जो इस परिवर्तनकारी पहल के प्रभाव को और बढ़ाएंगे। यह पहल 12,000 करियर का निर्माण करके भविष्य के लिए भारत के स्थायी कार्यबल को आकार देने में सुजलॉन की भूमिका को और मजबूत करती है।
Suzlon Group और आंध्र प्रदेश सरकार ने Bharat के सबसे बड़े हरित कौशल कार्यक्रम के लिए हाथ मिलाया
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