बिजनेस रेमेडीज़/मुंबई/आईएएनएस। महाराष्ट्र का सबसे बड़ा औद्योगिक जमीन पार्सल, जो कि 5,286 एकड़ से अधिक का है, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) को 2,200 करोड़ रुपये में बेचा गया है। यह जमीन नवी मुंबई एयरपोर्ट, मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक प्रोजेक्ट और जेएनपीटी जैसे अहम प्रोजेक्ट्स के पास मौजूद है। दरअसल, आनंद जैन द्वारा प्रवर्तित जय कॉर्प लिमिटेड ने स्टॉक एक्सचेंज को सूचित किया कि अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड, जिसमें उनकी कंपनी की 32 प्रतिशत हिस्सेदारी है, कंपनी द्वारा प्रस्तावित पूंजी कटौती को मंजूरी देने के लिए शेयरधारकों की एक असाधारण आम बैठक (ईजीएम) बुला रही है। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड की सहायक कंपनी यानी द्रोणागिरी इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड (डीआईपीएल) ने नवी मुंबई आईआईए प्राइवेट लिमिटेड में अपनी 74 फीसदी हिस्सेदारी 1,628.03 करोड़ रुपये में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड को बेच दी है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज को बेचे गए 74 प्रतिशत हिस्सेदारी के आधार पर नवी मुंबई आईआईए प्राइवेट लिमिटेड वैल्यू 2,200 करोड़ रुपये होती है।
मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली आरआईएल ने 13 दिसंबर, 2024 को एक्सचेंजों को सूचित किया था कि सिटी एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ऑफ महाराष्ट्र लिमिटेड (सिडको) द्वारा इनकार करने के पहले अधिकार के त्याग के अनुसार, उसने नवी मुंबई आईआईए प्राइवेट लिमिटेड (एनएमआईआईए), जिसे पहले नवी मुंबई एसईजेड कहा जाता था, के 57.12 करोड़ इक्विटी शेयर (करीब 74 प्रतिशत) 28.50 रुपये प्रति इक्विटी शेयर की कीमत पर खरीदे हैं, जिसकी वैल्यू 1,628.03 करोड़ रुपये है। इससे 5,286 एकड़ के प्रोजेक्ट की इक्विटी मूल्य 2,200 करोड़ रुपये हो जाती है।
आरआईएल द्वारा एक्सचेंज फाइलिंग में आगे कहा गया कि एनएमआईआईए के 74 प्रतिशत शेयरों के अधिग्रहण के बाद यह कंपनी की सब्सिडियरी बन गई है।
एनएमआईआईए की स्थापना 15 जून 2004 को हुई थी और यह कंपनी महाराष्ट्र में इंटीग्रेडेट इंडस्ट्रियल एरिया (आईआईए) विकसित करने का कार्य कर रही है। मार्च 2018 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में नवी मुंबई आईआईए प्राइवेट लिमिटेड को महाराष्ट्र सरकार द्वारा एसईजेड से आईआईए में बदलने की अनुमति दी गई थी। एनएमआईआईए को द्रोणागिरी, कलम्बोल के अधिसूचित क्षेत्रों के लिए स्पेशल प्लानिंग अथॉरिटी के रूप में नियुक्त किया गया है।
इससे पहले कहा गया था कि मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (अटल सेतु) और नवी मुंबई एयरपोर्ट के चालू होने के बाद नवी मुंबई एसईजेड में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की आर्थिक क्षमता होगी। एनएमआईआईए एक रणनीतिक रूप से स्थित औद्योगिक क्षेत्र है क्योंकि यह आगामी नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह, मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक और मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे के बहुत करीब है।
आरआईएल ने अपने बयान में कहा कि यह निवेश रिलेटेड पार्टी ट्राजैक्शन नहीं है और कंपनी के किसी भी प्रमोटर, प्रमोटर समूह या समूह की कंपनी का उपरोक्त लेनदेन में कोई हित नहीं है।
हालांकि, क्रेडिट रेटिंग एजेंसी केयर रेटिंग्स, जिसने मार्च 2021 में नवी मुंबई एसईजेड की रेटिंग की थी, के अनुसार, अर्बन इफ्रास्ट्रक्चर होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड (यूआईएचपीएल) में मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस समूह की कंपनियों की 33 प्रतिशत हिस्सेदारी है, आनंद जैन के नेतृत्व वाले जय कॉर्प समूह की 32 प्रतिशत हिस्सेदारी है और एसकेआईएल इफ्रास्ट्रक्चर (वर्तमान में एनसीएलटी की कार्यवाही के अधीन है) के पास मार्च 2023 तक 35 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
अर्बन इफ्रास्ट्रक्चर होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड के पास द्रोणागिरी इफ्रास्ट्रक्चर में 99 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। इस कंपनी के पास नवी मुंबई आईआईए प्राइवेट लिमिटेड में 74 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। शेष हिस्सेदारी सरकारी एजेंसी सिडको के पास है।
एसकेआईएल इफ्रास्ट्रक्चर की वेबसाइट के अनुसार, नवी मुंबई आईआईए ने 2,140 हेक्टेयर (लगभग 5286 एकड़) के लिए फाइनेंशियल क्लोजर हासिल कर लिया है और वर्तमान में साइट का विकास किया जा रहा है। साथ ही कहा कि कंपनी नवी मुंबई आईआईए लिमिटेड के लिए प्रमुख कंसोर्टियम सदस्य है, जिसमें शेष इक्विटी मुकेश धीरूभाई अंबानी समूह की कंपनी रिलायंस ग्रुप इन्वेस्टमेंट एंड होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के पास है।
महाराष्ट्र की सबसे बड़ी औद्योगिक जमीन का रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बेहद कम कीमत पर किया अधिग्रहण
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