बिजऩेस रेमेडीज/मुंबई
भारत में नि:संतानता उपचार के क्षेत्र में अग्रणी ग्रुप इन्दिरा आईवीएफ ने अपना 150वां हॉस्पिटल आरम्भ करके एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। यह विस्तार देश के आईवीएफ अस्पतालों के सबसे बड़े नेटवर्क के रूप में इन्दिरा आईवीएफ की स्थिति को अधिक मजबूत करता है। छोटे शहरों के नि:संतान दम्पतियों को आईवीएफ उपचार उपलब्ध करवाने के लिए गु्रप के ज्यादातर हॉस्पिटल टियर 2 और टियर 3 शहरों में संचालित किये जा रहे हैं।
इन्दिरा आईवीएफ का विस्तार भारत के बदलते फर्टिलिटी सेक्टर में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। अन्र्स्ट एंड यंग की रिपोर्ट के अनुसार लगभग 27.5 मिलियन दम्पती गर्भधारण करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन्हें नि:संतानता संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है जबकि सालाना केवल 250,000 आईवीएफ साइकिल की जाती हैं, इसका कारण जागरूकता और उपचार केन्द्रों की कमी है। इन्दिरा आईवीएफ का लक्ष्य नि:संतानता की समस्या को समाप्त करना है।
इन्दिरा आईवीएफ गु्रप के चेयरमैन डॉ. अजय मुर्डिया ने इन्दिरा आईवीएफ की यात्रा और विजन के बारे में बताते हुए कहा कि, ‘हर दम्पती के माता-पिता बनने के सपने को उपचार के माध्यम से पूरा करने का अवसर मिलना चाहिए । हमारा मिशन हमेशा उन्नत फर्टिलिटी उपचार को सभी के लिए सुलभ बनाना और अधिकार के रूप में उपलब्ध करवाना है। जैसा कि हम अपने 150 वें केंद्र और 150,000 से अधिक सफल आईवीएफ प्रोसिजर को सेलिब्रेट कर रहे हैं। हम शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में नि:संतानता उपचार और व्यक्तिगत देखभाल पहुंचाने में सफल हो रहे हैं। हम खर्च को और कम करने और पहुंच बढ़ाने के लिए नवीन मॉडल तलाश रहे हैं हमारा लक्ष्य एक स्वास्थ्य देखभाल इकोसिस्टम बनाने का है जहां प्रत्येक व्यक्ति को, उनकी पृष्ठभूमि की चिंता किए बिना, माता-पिता बनने की खुशी प्राप्त करने का अवसर उपलब्ध हो।
भारत की घटती प्रजनन दर को देखते हुए इन्दिरा आईवीएफ का विस्तार विशेष रूप समय की मांग के अनुरूप है। लैंसेट की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत की कुल प्रजनन दर (टीएफआर) 2021 तक 1.91 थी, जो जनसंख्या स्थिरता बनाए रखने के लिए आवश्यक 2.1 के प्रतिस्थापन स्तर से नीचे आ गई। यह आंकड़े विशेष रूप से वंचित क्षेत्रों में, सुलभ और प्रभावी फर्टिलिटी उपचार की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करती है।
छोटे शहरी केंद्रों में चुनौतियों और अवसरों के बारे में विस्तार से बताते हुए, इन्दिरा आईवीएफ के एमडी और कॉ-फाउण्डर डॉ.नितिज मुर्डिया ने कहा कि टियर 2 और टियर 3 शहरों में हमारा विस्तार इन क्षेत्रों में प्रजनन चुनौतियों का समाधान करता है। यहां हॉस्पिटल की शुरूआत करके हम न केवल अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, बल्कि प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में महत्वपूर्ण जागरूकता संवाद भी शुरू कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य जागरूकता बढ़ाना, गलत धारणाओं और भ्रम को समाप्त करना और उन दम्पतियों को आशा प्रदान करना है, जिन्हें लगता है कि वे कभी माता-पिता नहीं बन पाएंगे।
इन्दिरा आईवीएफ के सीईओ और कॉ-फाउण्डर डॉ. क्षितिज मुर्डिया ने भविष्य में ग्रुप की महत्वाकांक्षी विस्तार योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि कि इंदिरा आईवीएफ ने भारत के अधिकांश जिलों और शहरों को कवर करने के लिए अपने हॉस्पिटल के नेटवर्क का सफलतापूर्वक विस्तार किया है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि एडवांस फर्टिलिटी ट्रीटमेंट अब केवल टियर 1 शहरों तक ही सीमित नहीं हैं। पड़ोसी देशों में इसी तरह की आवष्यकता को ध्यान में रखते हुए, हमने काठमांडू में अपनी सेवाओं का विस्तार करके नेपाल में नि:संतान उपचार की अत्याधुनिक सेवाएं उपलब्ध करवायी हैं। ढाका में अपने पहले हॉस्पिटल के साथ बांग्लादेश में भी अपना विस्तार शुरू किया है। स्थानीय हेल्थ केयर आवश्यकताओं, रोगी की मांग और प्रत्येक क्षेत्र की विशिष्ट आवश्यकताओं के गहन मूल्यांकन द्वारा निर्देशित होकर आगे विस्तार करना जारी रखा जाएगा।
इन्दिरा आईवीएफ के नाम एक और कीर्तिमान, गुप का 150वां हॉस्पिटल शुरू छोटे शहरों में नि:संतानता उपचार सुविधाओं के लिए विस्तार किया
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