बिजऩेस रेमेडीज/नई दिल्ली
Vedanta Limited के डिमर्जर के लिए एक सकारात्मक कदम के रूप में, राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण की मुंबई पीठ ने कंपनी द्वारा आदेश प्राप्त होने के 90 दिनों के भीतर इक्विटी शेयरधारकों, सुरक्षित और असुरक्षित लेनदारों की बैठकें आयोजित करने का रास्ता साफ कर दिया है।
एनसीएलटी की तकनीकी सदस्य मधु सिन्हा और न्यायिक सदस्य रीता कोहली वाली दो सदस्यीय पीठ, ने 21 नवंबर के अपने आदेश में कहा कि डीमर्जड कंपनी (Vedanta Limited) के इक्विटी शेयरधारकों की बैठक आदेश प्राप्त होने की तारीख से 90 दिनों के भीतर बुलाई जानी चाहिए। यह कदम वेदांता लिमिटेड द्वारा पिछले वर्ष सितंबर में एक योजना की घोषणा के बाद उठाया गया है, जिसके तहत वह अपनी व्यवसायिक इकाइयों को अलग करके स्वतंत्र ‘प्योर प्ले’ कंपनियों में विभाजित करेगी, ताकि मूल्य को अनलॉक किया जा सके और प्रत्येक व्यवसाय के विस्तार और विकास में बड़े निवेश को आकर्षित किया जा सके। डिमर्जर योजना के अनुसार, वेदांता लिमिटेड के मौजूदा कारोबार को अलग कर दिया जाएगा, जिसके परिणामस्वरूप अंतत: छह अलग-अलग सूचीबद्ध कंपनियां बनेंगी – वेदांता एल्युमीनियम, वेदांता ऑयल एंड गैस, Vedanta पावर, Vedanta स्टील एंड फेरस मैटेरियल्स, वेदांता बेस मेटल्स और Vedanta लिमिटेड। Vedanta को पहले ही अपने 75 प्रतिशत सुरक्षित लेनदारों के साथ-साथ स्टॉक एक्सचेंजों से अपू्रवल/हृह्रष्ट मिल चुकी है। वेदांता के स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, वेदांता के विभाजन से कंपनी के कॉर्पोरेट ढांचे को सरल बनाने में मदद मिलेगी, जिसमें क्षेत्र केंद्रित स्वतंत्र व्यवसाय शामिल होंगे। यह वैश्विक निवेशकों, जिसमें सॉवरेन वेल्थ फंड, खुदरा निवेशक और रणनीतिक निवेशक शामिल हैं, को वेदांता की विश्व स्तरीय परिसंपत्तियों के माध्यम से भारत की उल्लेखनीय विकास कहानी से जुड़ी समर्पित प्योर प्ले कंपनियों में प्रत्यक्ष निवेश के अवसर प्रदान करेगा।
डिमर्जर से अलग-अलग इकाइयों को रणनीतिक एजेंडा को अधिक स्वतंत्र रूप से आगे बढ़ाने और ग्राहकों, निवेश चक्रों और अंतिम बाजारों के साथ बेहतर तालमेल बनाने में मदद मिलेगी। वेदांता के लिए वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही और पहली छमाही में शानदार प्रदर्शन रहा, जहां कंपनी ने तिमाही EBIDTA 10,364 करोड़ पर पहुंचा दिया, जो कि साल दर साल के आधार पर 44 प्रतिशत बढ़ा। इसी तरह, वेदांता ने 20,639 करोड़ पर अपना अब तक का सबसे अधिक पहली छमाही EBIDTA दर्ज किया, जो कि साल दर साल के आधार पर 46 प्रतिशत बढ़ा। वेदांता ने अपने हालिया निवेशक प्रस्तुति में कहा कि इसने 5 साल के कुल शेयरधारक रिटर्न 378 प्रतिशत दिया है, जबकि इसका 5 साल का लाभांश प्रतिफल 67 प्रतिशत रहा है।
