Tuesday, December 30, 2025 |
Home » Sattva Group और Innovalus ने भारत में जीसीसी विकास को गति देने के लिए “GCC Base” लॉन्च किया

Sattva Group और Innovalus ने भारत में जीसीसी विकास को गति देने के लिए “GCC Base” लॉन्च किया

by Business Remedies
0 comments

बेंगलुरु, अक्टूबर 2025: भारत के अग्रणी रियल एस्टेट डेवलपर सत्वा ग्रुप ने इनोवालस के साथ साझेदारी में भारत के ग्लोबल केपेबिलिटी सेंटर्स (GCCs) के विकास को नई दिशा देने के लिए “GCC Base” नामक एक स्ट्रैटेजिक प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च किया है।

यह नया प्लेटफ़ॉर्म मल्टीनेशनल कंपनियों को भारत में अपने ग्लोबल केपेबिलिटी सेंटर्स स्थापित करने, उनका विस्तार करने और संचालन को तेज़ व सरल बनाने में मदद करेगा।

भारत का जीसीसी इकोसिस्टम – बैक ऑफिस से इनोवेशन हब तक

भारत अब केवल एक “कॉस्ट-इफेक्टिव डेस्टिनेशन” नहीं, बल्कि इनोवेशन, इंजीनियरिंग और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का ग्लोबल हब बन चुका है।
वर्तमान में देश में 1600 से अधिक GCCs हैं, जिनमें करीब 20 लाख पेशेवर काम कर रहे हैं और सालाना 46 बिलियन डॉलर का आर्थिक मूल्य जोड़ रहे हैं।

उद्योग विशेषज्ञों का अनुमान है कि 2030 तक भारत में GCCs की संख्या 2500 से अधिक हो जाएगी और यह क्षेत्र 110 बिलियन डॉलर से अधिक के अवसरों और 10 लाख नई नौकरियों का निर्माण करेगा।

“GCC Base” क्या है?

GCC Base एक टेक्नोलॉजी-इनेबल्ड, एकीकृत प्लेटफ़ॉर्म है जो रियल एस्टेट, ऑपरेशनल गवर्नेंस और डिजिटल टूल्स को एक साथ लाता है।
यह कंपनियों को “स्पेस-टू-स्केल” मॉडल प्रदान करता है — यानी ग्रेड-ए इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर डेटा-ड्रिवन एडमिनिस्ट्रेशन तक, सब कुछ एक ही कॉन्ट्रैक्ट, SLA और डैशबोर्ड के तहत।

इस मॉडल से कंपनियां भारत में अपने GCCs को तेज़ी से, पारदर्शिता के साथ और पूरी अनुपालन व्यवस्था में स्थापित कर सकती हैं।

सत्वा ग्रुप का दृष्टिकोण

शिवम अग्रवाल, वाइस प्रेसिडेंट, स्ट्रैटेजिक ग्रोथ, सत्वा ग्रुप ने कहा,

“भारत अब दुनिया का इनोवेशन इंजन बन चुका है। सवाल यह नहीं कि भारत में बनाया जाए या नहीं — बल्कि यह है कि इसे सही तरीके से कैसे किया जाए। GCC Base इस जटिल प्रक्रिया को सरल और तेज़ बनाता है, ताकि कंपनियां पेपरवर्क नहीं बल्कि इनोवेशन पर ध्यान दे सकें।”

सत्वा ग्रुप के पास भारत के छह प्रमुख शहरों में 78 मिलियन वर्गफीट का प्रीमियम ऑफिस पोर्टफोलियो है और 71 मिलियन वर्गफीट निर्माणाधीन है। हाल ही में कंपनी ने ब्लैकस्टोन के साथ साझेदारी में नॉलेज रियल्टी ट्रस्ट (KRT) — भारत का सबसे बड़ा ऑफिस REIT — लॉन्च किया है।

इनोवालस का योगदान

विशाल विजय, सीईओ, GCC Base ने कहा,

“पांच साल पहले कंपनियां भारत में लागत बचाने के लिए आती थीं। आज वे यहां जीत हासिल करने के इरादे से आ रही हैं। GCC अब सिर्फ कॉस्ट सेंटर नहीं, बल्कि स्ट्रैटेजिक कोर बन चुका है — और GCC Base इस बदलाव को और आगे बढ़ाएगा।”

भविष्य की दिशा

शुरुआत में GCC Base टेक्नोलॉजी, बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज, हेल्थकेयर और इंजीनियरिंग जैसे सेक्टरों पर फोकस करेगा — जो देश के GCC इकोसिस्टम का लगभग 70% हिस्सा हैं।

यह प्लेटफ़ॉर्म कंपनियों को उनकी यात्रा के हर चरण में — इकाई निगमन से लेकर ऑपरेशनल मैच्योरिटी तक — गवर्नेंस, सस्टेनेबिलिटी और दीर्घकालिक वैल्यू क्रिएशन में मदद करेगा।

भारत की नई भूमिका

भारत अब “ऑफिस टू द वर्ल्ड” के रूप में उभर रहा है। सरकार की “Ease of Doing Business” पहलों, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और प्रतिभा के संयोजन के साथ GCC Base जैसे प्लेटफॉर्म भारत को ग्लोबल इनोवेशन हब बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।




You may also like

Leave a Comment