बिजनेस रेमेडीज़/जयपुर। आम्रपाली म्यूजियम द्वारा यूएसए के ऑर्गेनाइजेशन ‘कॉरपोरेट दिवाली डायवर्सिटी ग्रुप’ के सहयोग से म्यूजियम परिसर में प्रतिष्ठित दीवाली मेयरल लाइट्स पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत यूएसए डेलिगेट्स और विशेष अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुई। समारोह के दौरान आम्रपाली म्यूजियम के फाउंडर, राजीव अरोड़ा को भारतीय शिल्पकला और संस्कृति को बढ़ावा देने में उत्कृष्ट योगदान देने के सम्मानित किया गया। इस अवसर पर राजीव अरोड़ा ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि मैं यह सम्मान पाकर आज अभिभूत हूं। यह आम्रपाली में हम सभी के लिए बहुत गर्व और सौभाग्य की बात है। हमारे आभूषण और म्यूजियम दोनों ही मेरे सहयोगियों और सहकर्मियों की निष्ठा, कठिन परिश्रम, और समर्पण से बने हैं। हम आगे भी भारतीय कारीगरी और परंपरा की सुंदरता को बढ़ावा देने और हमारी धरोहर को जीवित रखने के लिए सदैव प्रतिबद्ध हैं।
उल्लेखनीय है कि राजीव अरोड़ा को यह पुरस्कार न्यू जर्सी के मेयर रवि भल्ला के ऑफिस द्वारा प्रदान किया गया है, जो जयपुर और राजस्थान के लिए गौरव का क्षण है।
कार्यक्रम के दौरान मेयर्स ऑफिस न्यू जर्सी/न्यूयॉर्क के प्रतिनिधि, द कॉर्पोरेट दीवाली (टीसीडी) ट्रस्टी केली विंसेंट रोड्रिग्स, टीसीडी फाउंडर एवं प्रसिडेंट, मनीषा बेरीवाला, आम्रपाली म्यूजियम के को-फाउंडर राजेश अजमेरा, तरंग अरोड़ा सहित यूएसए के ऑर्गेनाइजेशन कॉरपोरेट दिवाली डायवर्सिटी ग्रुप के अन्य डेलिगेट्स उपस्थित रहे।
इस अवसर पर द कॉर्पोरेट दीवाली (टीसीडी) ट्रस्टी, केली विंसेंट रोड्रिग्स ने कहा कि ” टीसीडी में हम विश्वभर की विविधता और शक्ति का जश्न मनाते हैं। हम सभी अलग-अलग हैं, और यह विविधता ही समाज की शक्ति है। हर व्यक्ति की अनूठी पहचान एक समृद्ध और सफल समुदाय का हिस्सा बनती है। जब विभिन्न धार्मिक विश्वासों, सामाजिक-आर्थिक स्थितियों, भाषाओं और भौगोलिक पृष्ठभूमियों से लोग अपने अनुभव और ज्ञान को साझा करते हैं, तो वे न केवल अपने समुदाय को बल्कि समग्र समाज को भी सशक्त बनाते हैं। यह विविधता महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
टीसीडी फाउंडर एवं प्रसिडेंट, मनीषा मूंदड़ा बेरीवाला ने कहा कि ‘कॉर्पोरेट दिवाली’ एक विविध और समावेशी समुदाय का निर्माण कर रहा है, जिसमें संबंधों, संस्कृति और उत्सवों के मूल सिद्धांत हैं। हमारे कार्यक्रमों में मन-शरीर-आत्मा के सामंजस्य को प्रमुखता दी जाती है, साथ ही सिस्टरहुड और नेटवर्किंग संबंधों को भी बढ़ावा दिया जाता है। ‘दिवाली मेयरल लाइट अवार्ड्स’ के माध्यम से हम विभिन्न पृष्ठभूमियों से सामुदायिक सेवाओं में योगदान देने वाले कम्यूनिटी लीडर्स, छोटे व्यवसायों और परिवर्तनकारियों को सम्मानित करते हैं।
इससे पूर्व, तरंग अरोड़ा ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आज इस समारोह में आम्रपाली ज्वैल्स का प्रतिनिधित्व करते हुए मुझे बहुत हर्ष हो रहा है। यह मेरे पिता, राजीव अरोड़ा के जुनून और समर्पण का प्रमाण है, कि आज हम सभी इसे सेलिब्रेट करने के लिए यहां एकत्रित हुए हैं। आम्रपाली के जरिए उन्होंने न सिर्फ पारंपरिक कला रूपों को पुनर्जीवित किया, बल्कि उन्हें आधुनिक दर्शकों तक भी पहुंचाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। प्राचीन एनामलिंग तकनीकों को फिर से जीवित करते हुए यह सुनिश्चित किया कि भारतीय कारीगरी आज के समय के अनुरूप समकालीन फैशन में समाहित हो। ताकि लोग न केवल आभूषण पहनें, बल्कि एक कहानी, एक परंपरा, और भारत की धरोहर को अपने साथ लेकर चलें।
समारोह के दौरान यूएस की कलाकार द्वारा प्रस्तुति मुख्य आकर्षण का केंद्र रही। कलाकार ने अपनी म्यूजिकल प्रस्तुति से समां बांध दिया। इस अवसर पर दीवाली कैंडल लाइटिंग सेरेमनी का भी आयोजन हुआ। साथ दीवाली डाइवर्सिटी मैग्जीन वॉल्यूम 3 का विमोचन भी किया गया।
जयपुर के आम्रपाली म्यूजियम और यूएसए के ‘द कॉर्पोरेट दीवाली’ डाइवर्सिटी ग्रुप ने दीवाली मेयरल लाइट्स पुरस्कार समारोह का किया आयोजन
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