बिजऩेस रेमेडीज/नई दिल्ली
Au Small Finance Bank (एयू एसएफबी) ने अपनी सीएसआर शाखा – एयू फाउंडेशन के माध्यम से एयू उद्योगिनी कार्यक्रम का विस्तार किया है। इसके लिए एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने आज Magic Bus India फाउंडेशन (एमबीआईएफ) के साथ एक नई साझेदारी की है। बैंक और एमबीआईएफ की यह रणनीतिक साझेदारी पूरे राजस्थान और मध्य प्रदेश में महिलाओं को सफल कारोबारी बनने की दिशा में मदद करने और सामुदायिक विकास को बढ़ाने के लक्ष्य को मजबूत करता है। एमबीआईएफ युवा महिलाओं के सफल कारोबारी बनने की पूरी यात्रा के दौरान किसी बिजनेस को तैयार करने और उसे सही तरीके से चलाने के लिए जरूरी दिशा निर्देश, शिक्षा और सलाह व परामर्श प्रदान करेगा।
एयू उद्योगिनी कार्यक्रम का विस्तार मध्य प्रदेश के 7 जिलों में 15 अतिरिक्त लोकेशन पर और राजस्थान के 13 जिलों में 18 लोकेशन तक किया जा रहा है। कार्यक्रम के इस विस्तार से ग्रामीण और अर्ध-शहरी (सेमी-अर्बन) क्षेत्रों की 1300 से अधिक युवा महिलाओं को लाभ मिलने की उम्मीद है। यह कार्यक्रम शुरुआत में राजस्थान के 2 जिलों करौली और बारां में संचालित हुआ था। अब इसका विस्तार होकर इसमें 2 अतिरिक्त जिले राजस्थान में सिरोही और मध्य प्रदेश में विदिशा शामिल हो गए हैं। इस अवसर पर एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के फाउंडर, एमडी और सीईओ, संजय अग्रवाल ने कहा कि Au Small Finance Bank का मानना है कि जब हम एक महिला सशक्त बनाते हैं, तो हम पूरे समुदाय को सशक्त बनाते हैं। एयू उद्योगिनी कार्यक्रम, ग्रामीण महिलाओं की आत्मनिर्भरता से बदलाव तक की यात्रा है। यह सिर्फ उनके कारोबारी बनने के बारे में नहीं है, बल्कि यह 2020 से लगातार महिलाओं को अपने और अपने परिवार के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए मदद और जरूरी आत्मविश्वास देकर उनके भविष्य को बेहतर आकार देने के बारे में है। मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के साथ हमारी साझेदारी हमें इस बदलाव में और तेजी लाने और समुदाय तक लाभ पहुंचाने में मदद करेगी। स्केलेबल मॉडल का लक्ष्य अधिक से अधिक महिलाओं तक पहुंचना है, जो कि विकसित भारत के एक बड़े लक्ष्य में योगदान देता है – एक विकसित भारत जहां महिलाएं आर्थिक रूप से स्वतंत्र और सामाजिक रूप से सशक्त है।
मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के ग्लोबल सीईओ, जयंत रस्तोगी ने कहा कि मैजिक बस का मानना है कि ग्रामीण महिलाओं का आर्थिक रूप से सशक्त होना आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन का एक महत्वपूर्ण चालक है। हमारे महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम खुद के और लीडरशिप डेवलपमेंट पर ध्यान केंद्रित करके एक स्थायी प्रभाव पैदा करने के लिए डिजाइन किए गए हैं। हम ग्रामीण महिलाओं की संस्थाओं व उनकी क्षमताओं को बढ़ाकर और आर्थिक विकास में शामिल होने के लिए सपोर्ट सर्विसेज प्रदान करके उनके लिए स्थायी आजीविका के अवसर पैदा करते हैं। एयू उद्योगिनी जैसी परियोजनाएं महिलाओं की एजेंसी या संस्था को बढ़ावा देंगी और ग्रामीण महिलाओं के सामने आने वाली रुकावटों या बाधाओं को दूर करेंगी, जिससे एक एसे माहोल को बढ़ावा मिलेगा, जहां सभी के लिए एक समान अवसर हों। ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में हमारे प्रयास केवल व्यक्तिगत सफलता की कहानियों के बारे में नहीं हैं, बल्कि जीवन में बदलाव लाने के बारे में है। मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन इस कार्यक्रम को सही तरीके से लागू करवाने के लिए भागीदार होगा, जो महिलाओं को बिजनेस की योजनाएं तैयार करने, फाइनेंस और बाजारों तक पहुंच बनाने, कारोबारियों के समूह तैयार करने और टेक्नोलॉजी तक पहुंच में सहायता करेगा। इन सबके चलते बिजनेस से जुड़े जरूरी फंक्शन आसान होते हैं, वहीं जरूरी रजिस्ट्रेशन और सर्टिफिकेशन के जरिए किसी बिजनेस को तय आकार और औपचारिक स्टेटस मिलता है। एयू उद्योगिनी कार्यक्रम द्वारा ग्रामीण महिलाओं को उनके कारोबारी बनने के सपनों को वास्तविकता में बदलने के लिए शुरुआत में जरूरी वित्तीय मदद, व्यापक क्षमता-निर्माण के लिए ट्रेनिंग और लगातार सपोर्ट मिलता है।
