नई दिल्ली,
भारत के कर्मचारियों के लिए अब Artificial Intelligence (AI) सबसे बड़ी प्राथमिकता बन गई है। Indeed की रिपोर्ट के मुताबिक, 71% भारतीय प्रोफेशनल्स अपने आइडियाज को वैलिडेट करने, प्रॉब्लम सॉल्व करने या करियर प्लानिंग के लिए AI का उपयोग करते हैं 💼✨
🔍 मुख्य जानकारियाँ / Key Highlights
- 💡 71% वर्कर्स अब AI को सिर्फ एक टूल नहीं बल्कि एक “trusted collaborator” मानते हैं।
- 🔄 75% कर्मचारियों ने नए वर्कप्लेस व्यवहार अपनाए — जैसे स्किल नोमैडिज़्म, मूनलाइटिंग, माइक्रो-रिटायरमेंट्स, और बेयर-मिनिमम मंडेज़।
- 👩💻 68% एंट्री-लेवल एम्प्लॉइज़ नई लर्निंग और करियर स्ट्रेटेजी अपना रहे हैं।
- 🌙 हर 4 में से 1 वर्कर फ्लेक्सिबल टाइमिंग या शॉर्ट ब्रेक्स से काम और लाइफ को बैलेंस कर रहा है।
- 💼 62% एम्प्लॉइज़ जॉब-हॉपिंग को एडैप्टेशन मानते हैं, जबकि 42% एम्प्लॉयर्स इसे डिसएंगेजमेंट समझते हैं।
- 📈 हर 5 में से 1 नियोक्ता ने 20% से अधिक एट्रिशन रेट दर्ज किया है।
⚙️ Top Drivers / प्रमुख कारण
- 🕒 लचीलापन और स्वतंत्रता (Flexibility & Autonomy) — 43%
- 😮💨 तनाव और थकान (Stress & Burnout) — 37%
- 🔒 नौकरी की सुरक्षा को लेकर चिंता (Job Security) — 30%
🧠 What It Means / इसका मतलब
यह रिपोर्ट दिखाती है कि भारतीय प्रोफेशनल्स अब AI, Flexibility और Self-Learning को प्राथमिकता दे रहे हैं, पारंपरिक “सैलरी-फर्स्ट” सोच की जगह 🚀
कंपनियों को अब अपनी टैलेंट स्ट्रेटेजी को रीसेट करना होगा — जिसमें AI अपस्किलिंग, लचीले करियर पथ और एम्प्लॉयी ऑटोनॉमी पर ज़ोर देना होगा 💪
🧩 Indeed के लिए Valuvox द्वारा किए गए सर्वे में 3,872 प्रतिभागियों (1,288 नियोक्ता और 2,584 कर्मचारी) के जवाब शामिल थे, 14 इंडस्ट्रीज़ में फैले हुए।

