बिजनेस रेमेडीज़/कोटा। राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टर समिट-2024 के तहत जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट का भव्य आयोजन बारां रोड स्थित मेबल रिसोर्ट में किया गया। जिला स्तरीय समिट में 101 औद्योगिक इकाईयों के साथ 6664 करोड़ रूपए के एमओयू हुए। इससे करीब 10 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
जिला स्तरीय समिट में ये एमओयू किए गए: ग्रीन हाइड्रोजन, होटल, केमिकल, एग्रो प्रोसेसिंग, स्टोन, हेल्थकेयर, प्रिटिंग एवं आई.टी. क्षेत्र से संबंधित थे। इनमें मैसर्स केएजी हाईड्रोवोल्ट एनर्जी एलएलपी, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) द्वारा ग्रीन हाइड्रोजन क्षेत्र में लगभग 4500 करोड़ रूपये की राशि के निवेश का एम.ओ.यू. शामिल है, जिसके अंतर्गत जिले में 2000 व्यक्तियों को रोजगार मिलने की संभावना है। इसके अलावा अर्बन टेक्नोपार्क एलएलपी के साथ 300 करोड़ रुपये, इंटीग्रिटी बायोफ्यूल के साथ 120 करोड़ रूपये, रिलायंस बायो एनर्जी के साथ 106 करोड़ रूपये, महेश एडिबल ऑयल प्रोसेसिंग प्राइवेट लिमिटेड के साथ 100 करोड़ रूपये, आरजीसीएसएम स्किल्स के साथ 100 रूपये, मोशन एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड के साथ 70 करोड़ रूपये, टाइगर्स पगमार्क एलएलपी के साथ 54 करोड़ रूपये, यूरेका कन्वेयर बेल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड के साथ 50 करोड़ रूपये एवं कलानी प्रॉपर्टीज के साथ 50 करोड़ रूपये के निवेश एमओयू के अलावा अन्य निवेशकों के साथ भी एमओयू हुए।
इन्वेस्टर मीट में होटल इंडस्ट्री की ओर से 15 एमओयू किए गए, जिनमें करीब 570 करोड़ रूपये का प्रस्तावित निवेश एवं 1846 व्यक्तियों को रोजगार मिलने की संभावना है। इनवेस्टर मीट के साथ ही जिले के ‘‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’’ (कोटा डोरिया) एवं कृषि उत्पादों की प्रदर्शनी भी आयोजित की गई जिसमें क्रेता-विक्रेताओं ने एक ही मंच पर उत्पादों के विपणन पर चर्चा की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य अतिथि जिला प्रमुख मुकेश मेघवाल ने अपने संबोधन कहा कि राइजिंग राजस्थान के माध्यम से प्रदेश में निवेशकों को प्रोत्साहन देना अत्यंत सराहनीय कदम है। इससे न केवल आर्थिक विकास होगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। उन्होंने विशेष रूप से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि उनके सहयोग से कोटा में निवेश का माहौल साकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह निवेश कोटा को एक नए औद्योगिक और पर्यटन केन्द्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
विशिष्ट अतिथि एवं कोटा के प्रभारी सचिव टी. रविकांत ने कहा कि राजस्थान सरकार निवेशकों को आकर्षित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा स्वयं देश-विदेश में रोड शो कर राज्य में निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश को सुगम बनाने के लिए सरकार नियमों का सरलीकरण कर रही है और निवेशकों से नियमित संवाद बनाए रखने पर जोर दे रही है। उन्होंने कहा कि कोटा की भौगोलिक स्थिति और इसकी औद्योगिक संभावनाएं जिले को निवेश के लिए एक आदर्श स्थान बनाती हैं।
जिला कलैक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने कहा कि सरकार और प्रशासन निवेशकों के लिए हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। कोटा में निवेशकों को बेहतर सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे निवेश की प्रक्रिया सुगम होगी।
होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के कोटा संभाग के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने कहा कि कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव एवं होटल फेडरेशन राजस्थान कोटा डिवीजन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने अपने संबोधन में कहा कि जिस तरह से पूरे राजस्थान में राइजिंग राजस्थान इन्वेस्ट सम्मिट का आयोजन हो रहा है इससे राजस्थान विकास की ओर अग्रसर हो रहा है और धीरे-धीरे औद्योगिक और पर्यटन राज्य के रूप में राजस्थान आगे बढ़ रहा है, आज यहां जो 6300 करोड़ का रूह्र औद्योगिक पर्यटन और होटल रिसोर्ट क्षेत्र में हुआ है निश्चित ही राजस्थान सरकार राज्य में पर्यटन को आगे बढ़ाने के लिए एक बेहतरीन कार्य कर रही है। पूर्व के बजट में भी पर्यटन के लिए राज्य सरकार ने 5,000 करोड रुपए का प्रावधान रखा। साथ ही नई पर्यटन नीति उद्योग नीति की घोषणा भी की गई थी, जो राजस्थान को आगे बढ़ाने के लिए अत्यंत आवश्यक थी।
कोटा में जिला स्तरीय समिट में 6,664 करोड़ रू. के एमओयू हुए
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