- देव उठनी एकादशी से शुरू होगा शादी-ब्याह का सीजन
- बाजार में उमडऩे लगी खरीदारों की भीड़
- ज्वैलरी व कपड़ा बाजार में व्यापार को लग रहे पंख
बिजनसे रेमेडीज/जयपुर। करीब चार माह से बंद पड़े शादी-ब्याह की धूप फिर से शुरू होगी। 12 नवंबर को देव उठनी एकादशी है। इसी दिन भगवान विष्णु अपनी निद्रा से जागेंगे और मांगलिक कार्य का प्रारंभ होगा। इस देव उठनी एकादशी से शुरू होने वाले शादी-ब्याह के सीजन को भुनाने के लिए बाजार पूरी तरह से तैयार है। चाहे वह ज्वैलरी मार्केट हो, कपड़ा मार्केट हो या टैंट हाउस का सामान रखने वाले व्यापारी और चाहे खाद्य वस्तुओं की बिक्री करने वाले व्यापारी हों। गौरतलब है कि देवउठनी एकादशी को स्वयंसिद्ध अबूझ मुहूर्त माना जाता है। इसी कारण इस सावे पर बड़ी संख्या में शादियां होंगी। इस बार देवउठनी एकादशी 12 नवंबर को है और 13 नवंबर को राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। ऐसे में बड़ी संख्या में लोग शादी-ब्याह में भी व्यस्त रहेंगे।
बाजार में नई डिजाइन की ज्वैलरी उपलब्ध: सर्राफा कारोबारियों ने बताया, हाल ही दीपावली का त्योहार निकला है। इसके 11 दिन बाद ही शादी-ब्याह का सीजन शुरू होगा। ऐसे में नई-नई डिजाइन व हल्की रेंज की ज्वैलरी बाजार में उपलब्ध हैं। सर्राफा कारोबारियों ने बताया, व्यक्ति की जेब के अनुसार ही हमने ज्वैलरी तैयार करवाई है। इसलिए इस बार बाजार में हल्की से लेकर भारी रेंज तक ज्वैलरी बाजार में उपलब्ध है।
खाद्य बाजार में भी रौनक
इसी प्रकार राजधानी जयपुर सहित पूरे प्रदेश के व्यापारी भी इस शादी-ब्याह के सीजन को लेकर उत्साहित हैं। व्यापारियों का मानना है कि लंबे अंतराल के बाद शुरू हो रहे शादियों के सीजन से अच्छे व्यापार की उम्मीद है। खाद्य व्यापारियों ने इस बार पूरा स्टॉक दुकानों पर रखा है।
– बाजार में बूम है। पहले दीपावली का त्योहार निकला है। इसके बाद अब देवउठनी एकादशी से शादियों का सीजन शुरू हो रहा है। एकादशी से पहले ही बाजार में बूम है। लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। ज्वैलरी मार्केट में इस बार काफी वैरायटी उपलब्ध हैं व तैयार माल भी काफी बिक रहा है। महंगाई के जमाने में अब ग्राहक अपनी जेब के अनुसार ही खरीदारी कर रहे हैं। ग्राहकों ने महंगाई को देखते हुए अपना बजट सीमित किया है।
– कैलाश मित्तल, अध्यक्ष, जयपुर सर्राफा कमेटी
– ज्वैलरी में इस बार काफी बूम है। यह बूम दीपावली के त्योहार से पहले ही देखा जा रहा है। इसके शादी-ब्याह के सीजन में भी जारी रहने की संभावना है। इस बार लोगों का डायमंड ज्वैलरी की तरफ काफी रुझान है। इसीलिए इस बार डायमंड ज्वैलरी की काफी रेंज बाजार में उपलब्ध हैं। आजकल बाजार में टू-इन-वन ज्वैलरी का काफी ट्रेंड है। इस सेगमेंट में भी काफी वैरायटी बाजार में उपलब्ध है। कुल मिलाकर दीपावली पर बाजार में जो बूस्ट आया है। वह आगामी शादी-ब्याह के सीजन में भी जारी रहने की संभावना है।
– जतिन सोनी, डायरेक्टर, जेकेजे ज्वैलर्स, जयपुर
– इस बार शादी-ब्याह के सीजन में बड़ी संख्या में शादियां होंगी। एक अनुमान के मुताबिक इस बार 15 दिसंबर तक करीब 25 हजार से अधिक शादियां पूरे राजस्थान में होने की उम्मीद है। इन शादियों की वजह से पूरे बाजार में करीब 10 हजार करोड़ रुपए का करोबार होने की उम्मीद है। इस बार बारिश अच्छी हुई। इस कारण फसल अच्छी हुई और बाजार में बड़ी मात्रा में पैसा आने की उम्मीद है।
– बाबूलाल गुप्ता, चेयरमैन, राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ
– इस बार देवउठनी एकादशी पर गांव, कस्बों व शहरों में जमकर शादियां होंगी। यह अबूझ सावा होता है। इसलिए जमकर शादियां इस दिन होती हैं। इस बार अच्छी बारिश हुई है। इस कारण फसल भी अच्छी हुई है। इस कारण बाजार में पैसा भी आएगा। सरकारी कर्मचारियों को भी सरकार ने इस बार दीपावली से पहले ही बोनस और सैलरी पहले ही दे दी है। इस कारण बाजार में खरीदारों की रौनक है। इस बार हमें उम्मीद है कि अच्छा व्यापार होगा।
– सुभाष गोयल, अध्यक्ष, जयपुर व्यापार महासंघ
– इस बार देवउठनी एकादशी पर जमकर शादियां हो रही हैं। जिन घरों में शादियां हैं वे इस बार मैरिज गार्डन्स में सजावट में इंटीरियर पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। अब शादियां घरों में तो होती नहीं हैं। अब केवल होटल-रिसॉर्ट और मैरिज गार्डन में ही शादियां होती हैं। पहले घरों में सीमित सजावट होती थी, लेकिन अब काम ज्यादा बढ़ गया है। ग्राहक की पसंद के अनुसार ही लाइटिंग व डेकोरेशन की जाती है।
– भौम सिंह शेखावत, उपाध्यक्ष, जयपुर जिला टैंट एंड गार्डल समिति, जयपुर
