Saturday, September 14, 2024
Home » व्यवसाय में ईमानदारी व व्यवहार कुशलता बहुत जरूरी: रामचंद्र पुरुषवानी

व्यवसाय में ईमानदारी व व्यवहार कुशलता बहुत जरूरी: रामचंद्र पुरुषवानी

by Business Remedies
0 comment

बड़े भाई के प्ररेणा और उनके अनुभव से किराना के व्यवसाय में आए Shri Ram Departmental Store  के प्रबंध निदेशक रामचंद्र पुरुषवानी ने अपनी मेहनत और लगन से बहुत बड़ा डिपार्टमेंटल स्टोर शुरू किया है। पहले बड़े भाई लक्ष्मण पुरुषवानी के साथ टोंक फाटक पर छोटी-सी किराने की दुकान में बैठकर व्यवसाय के गुर सीखे। उसके बाद वर्ष,1985 में स्वयं की गोपालपुरा पुलिया के नीचे बड़ी दुकान खरीदकर डिपार्टमेंटल स्टोर शुरू किया। शुरू में तीन वर्ष काफी संघर्ष किया, लेकिन आज गोपालपुरा क्षेत्र में शुरू किए गए डिपार्टमेंटल स्टोर में सभी तरह के घरेलू सामान की वैरायटी और क्वॉलिटी में विश्वसनीयता हासिल कर इन्होंने अपनी अलग पहचान कायम की है।

आपकी शैक्षणिक पृष्ठभूमि के बारे में बताएं।

मैं करीब 17 वर्ष की उम्र में दसवीं शिक्षा प्राप्त कर बड़े भाईसहाब के साथ किनारे की दुकान पर बैठना शुरू कर दिया था। मैंने वहीं से व्यवसाय के गुर सीखे। इसी दौरान मैं आगे की पढ़ाई भी करता रहा, बी-कॉम करने के बाद मैंने बड़ी दुकान लेकर वहां से सेल्फ स्टोर शुरू कर दिया। उस समय गोपालपुरा क्षेत्र में हमारा ही पहला सेल्फ स्टोर था। जहां ग्राहक काफी खरीददारी करने आते थे।

आपने अपने व्यवसाय की शुरुआत कब की और किस तरह की सेवाएं प्रदान करते हैं?
व्यवसाय की शुरुआत वर्ष,1985में कर दी गई थी, जब बड़े भाईसहाब लक्ष्मण पुरुषवानी की छोटी किनारे की दुकान पर बैठकर मैंने काम को सीखा। उसके बाद मैंने गोपालपुरा पुलिया के नीचे बड़ी दुकान लेकर उसे किनारा स्टोर (श्रीराम डिपार्टमेंटल स्टोर) का रूप देकर शुरू किया। ग्राहक तो हमारे व्यवहार व विश्वसनीयता के आधार पर पहले से ही जुडऩा शुरू हो गए थे। आज भी उनकी चौथी पीढ़ी हमारे स्टोर से घरेलू सामान की खरीददारी करने आते हैं। इसकी मुख्य वजह क्वालिटी व सभी तरह की वैरायटी के सामान रखना और रिहायती दर पर देना है।

क्या कोई गरीबों को रिहायत प्रदान की जाती है?
हम समय-समय पर सभी समाजों के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को आर्थिक सहयोग प्रदान करते रहते हैं।

प्रतिस्पर्धा के समय में क्या कोई कठिनाई महसूस करते हैं?
कोई भी व्यवसाय शुरू करने पर कठिनाईयां तो आती हैं, लेकिन इन चुनौतियों का मुकाबला कर आगे बढऩा ही एक व्यवसायी के लिए सही कदम है। मेरे समक्ष भी शुरू में कई चुनौतियां आई, पर इन सबका मुकाबला कर मैं आगे बढ़ता गया। आज अपने व्यवहार, विश्वसनीयता और क्वॉलिटी के दम पर ग्राहकों के बीच पहचान कायम की है।

आने वाले समय में व्यवसाय को और आगे कितना बढ़ाने चाहते हैं?
हमने करीब 39 वर्ष अपने व्यवसाय के पूरे कर लिए हैं। मेरे साथ पुत्र मनीष पुरुषवानी भी इस व्यवसाय को संभाल रहे हैं। हमारी चाहत ग्राहकों की डिमांड पूरी करना है। इसके अलावा हम अपने डिपार्टमेंटल स्टोर पर सीजनल आइटम भी रखते हैं, ताकि ग्राहक एक ही छत पर सारी चीजें ले सकें। हमारा आने वाले समय में अन्य स्थानों जैसे जगतपुरा, वैशाली नगर में डिपार्टमेंटल स्टोर शुरू करने का इरादा है।

आप अपना आदर्श किसे मानते हैं?
मैं अपना आइडियल बड़े भाईसहाब लक्ष्मण पुरुषवानी जी को मानता हूं, जिनसे मुझे काफी कुछ सीखने को मिला।

आप कोई सामाजिक संगठन से जुड़े हुए है या फिर सामाजिक सरोकार कार्य किए?
मैं सामाजिक संस्थाओं और धार्मिक संस्थाओं से जुड़ा हुआ हूं। हम आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को समय-समय पर मदद करते रहते हैं।

यूथ को व्यवसाय बढ़ाने के लिए क्या सुझाव देना चाहते हैं?
हम यूथ को यह संदेश देना चाहते हैं कि वे पूरी मेहनत से व्यवसाय शुरू कर ग्राहकों को ईमानदारी पूर्वक, गुणवत्तायुक्त सामान मुहैया कर उनसे व्यवहार कुशलता रखें ताकि वे हमेशा आप से जुड़े रहें।

राज्य सरकार से आपकी क्या अपेक्षा हैं?
सरकार से हमारी यही अपेक्षा है कि वह जीएसटी का सरलीकरण करे। इसके अलावा बिजली की दरें और टैक् स स्लैब को कम व्यवसाईयों को राहत प्रदान करे, जिससे अधिक से अधिक राजस्व भी सरकार के पास आ सके तथा व्यवसाईयों को भी सहूलियत मिल सके।

  • कुंजेश कुमार पतसारिया

You may also like

Leave a Comment

Voice of Trade and Development

Copyright @ Singhvi publication Pvt Ltd. | All right reserved – Developed by IJS INFOTECH