Tuesday, January 14, 2025 |
Home » भारतीय शेयर बाजार की नए साल पर सपाट शुरुआत

भारतीय शेयर बाजार की नए साल पर सपाट शुरुआत

by Business Remedies
0 comments
share market

मुंबई, 1 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू बेंचमार्क सूचकांक बुधवार को नए साल की शुरुआत पर सपाट खुले। शुरुआती कारोबार में निफ्टी पर ऑटो, पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विस, फार्मा और मेटल सेक्टर में बिकवाली देखी गई। सुबह करीब 9:35 बजे सेंसेक्स 84.89 अंक या 0.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 78,054.12 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 27.25 अंक या 0.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,617.55 पर कारोबार कर रहा था। बाजार का रुख सकारात्मक रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 1,538 शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 621 शेयर लाल निशान में थे। बाजार के जानकारों के अनुसार, भारतीय इक्विटी बाजार के लिए नए साल की शुरुआत निराशाजनक रही। उन्होंने कहा, “कमजोर जीडीपी और आय वृद्धि के कारण मैक्रो कंस्ट्रक्ट के साथ निकट अवधि का रुझान कमजोर दिखाई देता है।” निफ्टी बैंक 46.65 अंक या 0.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 50,813.55 पर था। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 70.95 अंक या 0.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 57,270.40 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 62.35 अंक या 0.33 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,831.55 पर था। सेक्टोरल फ्रंट पर निफ्टी में आईटी, एफएमसीजी, मीडिया और एनर्जी सेक्टर में खरीदारी देखने को मिली। सेंसेक्स पैक में एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील, एसबीआई, नेस्ले इंडिया, टाटा मोटर्स, एमएंडएम और मारुति सुजुकी टॉप लूजर्स में शामिल थे। वहीं, सन फार्मा, एशियन पेंट्स, बजाज फिनसर्व, एलएंडटी, टीसीएस, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक और अल्ट्राटेक सीमेंट टॉप गेनर्स थे। पिछले कारोबारी सत्र में डॉव जोन्स 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 42,544.22 पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.43 प्रतिशत की गिरावट के साथ 5,881.60 पर और नैस्डैक 0.90 प्रतिशत की गिरावट के साथ 19,310.79 पर बंद हुआ। एशियाई बाजारों में जकार्ता और हांगकांग हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। जबकि चीन, बैंकॉक, सोल और जापान लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। मजबूत डॉलर (डॉलर इंडेक्स 108.5 प्रतिशत पर है) और उच्च अमेरिकी बॉन्ड यील्ड से होने वाली प्रतिकूल परिस्थितियों से 2025 के शुरुआती दिनों में बाजार पर अधिक एफआईआई बिकवाली का असर पड़ेगा। जानकारों ने कहा, “भले ही एफआईआई बिकवाली के साथ-साथ डीआईआई खरीद भी हो, लेकिन इस रस्साकसी में, निकट भविष्य में, भावनाएं एफआईआई के पक्ष में हैं क्योंकि मूल्यांकन लगातार ऊंचा बना हुआ है।” जानकारों का कहना है कि निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और बाजार में संभावित रूप से आने वाले मैक्रो डेटा पर नजर रखनी चाहिए। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 31 दिसंबर को 4,645.22 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 4,546.73 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।



You may also like

Leave a Comment

Voice of Trade and Development

Copyright @ Singhvi publication Pvt Ltd. | All right reserved – Developed by IJS INFOTECH