बिजऩेस रेमेडीज/मुंबई
क्रिकेट के दिग्गज एम.एस. धोनी और Emcure Pharma की पूर्णकालिक निदेशक नमिता थापर महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की तत्काल जरूरत को उजागर करने के लिए एक साथ आए हैं। नमिता द्वारा महिलाओं के स्वास्थ्य पर अपने पॉडकास्ट, अनकंडीशन योरसेल्फ विद नमिता पर साझा किया गया यह वीडियो इस बात पर प्रकाश डालता है कि कैसे महिलाएं, परिवार का मूल होने के बावजूद अक्सर अपने स्वास्थ्य की उपेक्षा करती हैं और उनका मजाक उड़ाया जाता है।
एक स्पष्ट बातचीत में नमिता ने धोनी पर गुगली फेंकते हुए पूछा कि क्या वह अपने और साक्षी (उनकी पत्नी) के हीमोग्लोबिन के स्तर को जानते हैं। हैरान धोनी ने स्वीकार किया कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है। नमिता और धोनी दोनों इस बात से सहमत हैं कि परिवार की धुरी होने और सभी का ख्याल रखने के बावजूद महिलाएं अक्सर अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर देती हैं।
धोनी बताते हैं, ‘ये सामान्य है’ जैसी उपहासपूर्ण टिप्पणियों को सहानुभूति और कार्रवाई से बदलने की जरूरत है। महिलाओं की बात सुनी जानी चाहिए और उनका समर्थन किया जाना चाहिए, खारिज नहीं किया जाना चाहिए। वह इस बात पर जोर देते हैं कि पुरुषों और महिलाओं को इस बदलाव को लाने में एक समान भूमिका निभानी चाहिए, एक ऐसी संस्कृति की वकालत करनी चाहिए जो महिलाओं के मुद्दों के प्रति उपहासपूर्ण टिप्पणियों या उदासीन रवैये से मुक्त हो।
महिलाओं के स्वास्थ्य की प्रबल समर्थक नमिता थापर भी धोनी की भावना से सहमत हैं। वह कहती हैं, ‘एकदयालु रवैया, शायद वह पीएमएस (प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम) या हार्मोनल मूड स्विंग्स से गुजर रही है’ जैसी टिप्पणियों के साथ, अक्सर महिलाओं को बोलने से हतोत्साहित करती है।
