बिजनेस रेमेडीज़/बिजनेस रेमेडीज़। बीओबी ने वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में 4,837 करोड़ रुपये का स्टैंडअलोन निवल लाभ दर्ज किया, जबकि वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में 4,579 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। वित्त वर्ष 25 के 9 महीनों के लिए निवल लाभ 14,533 करोड़ रुपये (+12.6त्न वर्ष-दर-वर्ष) रहा, जबकि वित्त वर्ष 24 के 9 महीनों के लिए यह 12,902 करोड़ रुपये था।
> वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में निवल ब्याज आय (एनआईआई) वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 2.8% की वृद्धि के साथ 11,417 करोड़ रुपये रही। वित्त वर्ष 25 के 9 महीनों के लिए एनआईआई में 5.2% की वृद्धि दर्ज की गई और यह 34,639 करोड़ रुपये रही।
> वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में गैर-ब्याज आय वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 34.1% बढक़र 3,769 करोड़ रुपये हो गई। वित्त वर्ष 25 के 9 महीनों के लिए गैर-ब्याज आय 11% की वृद्धि के साथ 11,438 करोड़ रुपये रही।
> वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में अग्रिम पर प्रतिफल 8.35% रहा, जो वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में 8.51% था।
> जमा की लागत वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में बढक़र 5.08% हो गई, जो वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में 4.96% थी।
> वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही के लिए परिचालनगत आय 15,186 करोड़ रुपये रही। वित्त वर्ष 25 के 9 महीनों के लिए परिचालनगत आय में 6.6% की वृद्धि हुई एवं यह 46,076 करोड़ रुपये रही।
> वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही के लिए परिचालनगत लाभ 7,664 करोड़ रुपये रहा (+9.3% वर्ष-दर-वर्ष)।
> वित्त वर्ष 25 के 9 महीनों के लिए परिचालनगत लाभ 6.3% बढक़र 24,303 करोड़ रुपये रहा।
> वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही के लिए कोस्ट टू इंकम अनुपात वर्ष दर वर्ष 4 बीपीएस के सुधार के साथ 49.53% पर रहा। वित्त वर्ष 25 के 9 महीनों के लिए कोस्ट टू इंकम अनुपात 47.26% रहा।
> आस्तियों पर प्रतिलाभ (वार्षिकीकृत) वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में 1.15% रहा। वित्त वर्ष’25 के 9 महीनों के लिए आस्तियों पर प्रतिलाभ 1.17% रहा।
> इक्विटी पर प्रतिलाभ (वार्षिकीकृत) वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही के लिए 17.01% रहा। वित्त वर्ष 25 के 9 महीनों के लिए आरओई 17.03% रहा।
