बिजनेस रेमेडीज़/जयपुर। सुबोध पब्लिक स्कूल, एयरपोर्ट, जयपुर के विशाल प्रांगण में भव्य डांडिया फेस्ट-२०२४ का आयोजन किया गया, जिसे स्कूल के एल्युमिनाइज़ द्वारा आयोजित किया गया था। यह आयोजन शाम 4 बजे से प्रारंभ हुआ और इसमें छात्रों, अभिभावकों और आमंत्रित अतिथियों की बड़ी संख्या ने भाग लिया। इस आयोजन का मुख्य आकर्षण कक्षा 6 से 8 तक के 200 बच्चों द्वारा प्रस्तुत डांडिया नृत्य था, जिसने दर्शकों का मन मोह लिया। इसके अलावा, कक्षा 9 से 12 तक के 70 छात्रों ने महाआरती का प्रस्तुतीकरण किया, जिसने धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को बढ़ावा दिया।
उक्त सांस्कृतिक नृत्य गतिविधियों का विद्यालय में सात दिवसीय अभ्यास करवाया गया, ताकि सैंकड़ों छात्र सयुंक्त रूप से समायोजन के साथ अपनी नृत्य प्रतिभा को प्रस्तुत कर सकें एवं आयोजन की गरिमा को जीवंत कर सकें।
इस आयोजन का शुभारंभ स्कूल के संचालक राकेश हीरावत एवं प्रधानाचार्या सारिका गौड़ के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। संचालक महोदय ने प्रतिभागी छात्रों एवं स्कूल एल्युमिनाई ग्रुप का उत्साहवर्धन करते हुए इस तरह के आयोजनों की महत्ता पर प्रकाश डाला। एलुमिनाई अध्यक्ष शुभम अग्रवाल और उपाध्यक्ष दिव्यांशु गुप्ता ने एल्युमिनाई संघ की ओर से डांडिया फेस्ट में आए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया।
डांडिया फेस्ट का मुख्य आकर्षण भारत के प्रसिद्ध एंकर अंकित खंडेलवाल की शानदार एंकरिंग और राजस्थान की प्रतिभाशाली गायिका महिमा जैन के मधुर गीत रहे। महिमा जैन, जो हुनरबाज रियलिटी शो की फाइनलिस्ट रह चुकी हैं, ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस आयोजन में व्यवस्था संबंधी कारणों को ध्यान में रखते हुए एवं सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से सभी समुचित प्रबंध किए गए ताकि परिवार के साथ कार्यक्रम का आनंद लिया जा सके। इसके साथ ही, कार्यक्रम के अंत में एक लकी ड्रॉ भी आयोजित किया गया, जिसमें टिकट धारकों के लिए विशेष पुरस्कार रखे गए।
कार्यक्रम में छात्रों के साथ उनके अभिभावकों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था, जिससे पूरे वातावरण में एक पारिवारिक उत्सव की भावना बनी रही। मैदान को लगभग पाँच हज़ार लोगों के ध्यान में रखते हुए सजाया गया था। विभिन्न आकर्षक स्टॉल्स लगाई गईं, जिनमें फन, गेम्स, फूड और क्राफ्ट आइटम्स की स्टॉल्स पर काफी भीड़ बनी रही, जिसने आयोजन को और भी रंगीन बना दिया। चारों ओर उत्सव की उमंग और उत्साह की झलक देखने को मिल रही थी। सभी के चेहरे पर प्रसन्नता और उत्साह झलक रहा था। इस पूरे आयोजन में आगंतुकों को उन्मुक्त वातावरण का अनुभव हुआ, जिसे उन्होंने सकारात्मक फीडबैक भरकर प्रदर्शित किया।
यह महोत्सव हमारी परंपरा, संस्कृति और आपसी मेलजोल का प्रतीक सिद्ध हुआ। इस आयोजन का लक्ष्य विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति से जोडऩा और उनमें हमारी धरोहर के प्रति गर्व की भावना जागृत करना था।
