बिजनेस रेमेडीज/जयपुर। Sitapura Industrial Area से सटे प्रहलादपुरा औद्योगिक क्षेत्र में औद्योगिक वाहनों व फैक्ट्री मालिकों के आवागमन के लिए पहुंच सडक़ मार्ग व लिंक रोड बनाकर नहीं दिया गया है। सभी वाहन गांवों के अंदर व संकरी गलियों से निकलने के लिए मजबूर हैं।
रीको ने भी इस क्षेत्र को बिना विकास पूर्ण किए ही विकसित क्षेत्र घोषित कर दिया है। क्षेत्र में विकास कार्य नहीं होने से उद्यमी खासे नाराज हैं और अब आंदोलन करने को विवश हैं। उद्यमियों ने शनिवार से पूरे क्षेत्र में रीको व जेडीए की अनदेखी के चलते हॉर्डिंग लगाना शुरू किया है। ये हॉर्डिंग पूरे क्षेत्र में लगे हुए हैं। उद्यमियों ने बताया, औद्योगिक क्षेत्र में आधारभूत मौलिक सुविधाओं का अभाव है। यहां के उद्यमी इस आधारभूत संरचना के लिए हर संबंधित विभाग, हर सक्षम उच्चाधिकारी के समक्ष व प्रत्येक मंच पर यह विषय उठाते रहे हैं। इस लिंक रोड के निर्माण के लिए आवश्यक धन राशि भी रीको द्वारा जेडीए को एक साल पहले ही दी जा चुकी है, लेकिन जेडीए की ओर से कोई प्रगति नहीं हुई है। क्षेत्र में आए दिन दुर्घटनाएं होने से उद्यमियों में असंतोष है। एक तरफ राज्य सरकार ने पूरी सरकारी मशीनरी को बाहरी निवेशकों को आकर्षित करने के अभियान में झौंक रखा है। वहीं आठ साल पहले विकसित औद्योगिक क्षेत्र की अनदेखी से यहां के उद्यमी ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
उद्यमियों ने की अभियान की शुरुआत: सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र की एसोसिएशन ने इस आशय का पत्र सभी विभागों को देकर 14 सितंबर से सविनय विरोध शुरू कर दिया है। उद्यमियों का कहना है कि यह अभियान आने वाले दिनों में अपना स्वरूप बदलेगा। इसकी समस्त जवाबदेही संबंधित विभागों की होगी।
आठ साल से हम लोग पीछे लगे हुए हैं, लेकिन सरकार कुछ कर नहीं पा रही है। JDC से भी मिल चुके हैं। रीको एमडी से भी बहुत बार मिल चुके हैं। पिछली बार भी रिसर्जेंट राजस्थान में हमने यही कार्य किया था, लेकिन तब सरकार ने आश्वासन देकर विरोध को रोक दिया था, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। कार्य नहीं होने से क्षेत्र के उद्यमियों में कड़ा रोष है। इस बार सभी उद्यमियों ने निर्णय लिया है कि इस बार के रिसर्जेंट राजस्थान में हम सहयोग नहीं करेंगे। हॉर्डिंग लगाकर अभियान की शुरुआत की है। आगे समय के साथ आंदोलन अपना स्वरूप भी बदलेगा और अब आर-पार की लड़ाई रहेगी।
– ललित आहूजा, उपाध्यक्ष, यूकोरी