बिजनेस रेमेडीज़/नीमराना। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हाल ही में नीमराणा स्थित डाईकिन जापानी संस्थान ऑफ मैन्युफैक्चरिंग एक्सीलेंस का दौरा किया। यह दौरा संस्थान की कौशल विकास में महत्वपूर्ण भूमिका, औद्योगिक सहयोग को बढ़ावा देने, और भारत-जापान साझेदारी को सुदृढ़ करने पर केंद्रित था। मुख्यमंत्री की इस यात्रा ने नीमराणा को औद्योगिक विकास के केंद्र के रूप में प्रोत्साहित करने और उद्योगों को बुनियादी ढांचे के विकास के माध्यम से और सहयोग प्रदान करने के महत्व को भी रेखांकित किया।
अपने दौरे के दौरान, भजनलाल शर्मा ने डीजेआईएमई के अत्याधुनिक प्रशिक्षण सुविधाओं का अवलोकन किया, जो छात्रों और पेशेवरों को विश्वस्तरीय तकनीकी कौशल और विनिर्माण पद्धतियां सिखाने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। उन्होंने मौजूदा कार्यबल को कौशलयुक्त बनाने और युवा पीढ़ी के लिए नए अवसर उत्पन्न करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य केवल कौशल प्रदान करना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि ये कौशल उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप हों, जिससे एक अधिक रोजगार योग्य और कुशल कार्यबल का निर्माण हो सके।”
डीईएसडीएस (डीजेआईएमई) के अध्यक्ष कंवल जीत जावा ने मुख्यमंत्री के दौरे पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम मुख्यमंत्री के दौरे और उनके प्रोत्साहन से अत्यंत सम्मानित महसूस कर रहे हैं। डीजेआईएमई में हमारा मिशन जापानी विनिर्माण पद्धतियों के आधार पर विश्वस्तरीय कौशल प्रदान कर प्रतिभा और अवसर के बीच की खाई को पाटना है। यह दौरा हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है कि हम औद्योगिक और आर्थिक प्रगति का प्रमुख केंद्र बनें।
छ्वश्वञ्जक्रह्र (जापान एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन) के मुख्य निदेशक ताकाशी सुजुकी ने भारत-जापान के दीर्घकालिक सहयोग पर प्रकाश डाला और इस पर चर्चा की कि राजस्थान के युवा उन्नत विनिर्माण पद्धतियों से कैसे लाभान्वित हो सकते हैं। मुख्यमंत्री ने भी अपने हालिया जापान दौरे के अनुभव साझा करते हुए अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों के महत्व को रेखांकित किया।
इस दौरे की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम का सफल समापन था, जहां मुख्यमंत्री ने उद्योगों के साथ हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन की अहमियत पर जोर दिया। इस एमओयू का उद्देश्य औद्योगिक सहयोग को बढ़ावा देकर और नए अवसर पैदा करके राजस्थान की सतत प्रगति सुनिश्चित करना है। मुख्यमंत्री ने राज्य के लिए अपनी दृष्टि साझा की, जिसमें बुनियादी ढांचे के विकास और कौशल वृद्धि पर ध्यान केंद्रित किया गया है, ताकि स्थानीय कार्यबल को सशक्त बनाया जा सके। उन्होंने युवा पीढ़ी के लिए अधिक अवसर प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया, जिससे वे आवश्यक कौशल से सुसज्जित होकर राज्य की प्रगति में योगदान दे सकें।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने डीजेआईएमई का दौरा किया
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