Tuesday, February 11, 2025 |
Home » Kumb Mela 2025 में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए Case India ने ‘Project Milap’ लॉन्च किया

Kumb Mela 2025 में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए Case India ने ‘Project Milap’ लॉन्च किया

by Business Remedies
0 comments

बिजनेस रेमेडीज/नई दिल्ली
सीएनएच ब्रांड Case कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट ने प्रयागराज में कुंभ मेला 2025 में भाग लेने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए ‘Project Milap लॉन्च किया है। यह एक अभूतपूर्व कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) पहल है, जिसका उद्देश्य प्रयागराज में कुंभ मेले में भाग लेने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इस पहल को सीएसआर कमेटी के एमरे करजली, वीपी-कंस्ट्रक्शन सेगमेंट, सीएनएच एपीएसी, शलभ चतुर्वेदी, मैनेजिंग डायरेक्टर, केस इंडिया और सार्क, सतेंद्र तिवारी, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर – ऑपरेशंस, पुनीत विद्यार्थी, ब्रांड मार्केटिंग हैड, एपीएसी और कंपनी के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में आधिकारिक तौर पर हरी झंडी दिखाई गई।
करीब 120/400 मिलियन से अधिक तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद के साथ, इस प्रोजेक्ट ने खोए हुए व्यक्तियों को उनके परिवारों से फिर से मिलाने में मदद करने के लिए एक अभिनव ‘यू विल नेवर गेट लॉस्ट’ कॉन्सेप्ट पेश किया है। इस पहल में मेला मैदानों और प्रमुख परिवहन केंद्रों में निर्दिष्ट पंजीकरण केंद्रों पर तीर्थयात्रियों को क्यूआर कोड-सक्षम हैंड बैंड वितरित किए जाएंगे। इन बैंडों में खोए हुए लोगों की शीघ्र पहचान की सुविधा के लिए आवश्यक जानकारी होगी, जिससे अलगाव के कारण होने वाले संकट में काफी कमी आएगी।
सीएनएच की सीएसआर हैड कविता साह ने कहा, कि परियोजना मिलाप सामाजिक जिम्मेदारी और सामुदायिक कल्याण के प्रति हमारी निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से, हमारा लक्ष्य कुंभ मेले में भाग लेने वाले लाखों तीर्थयात्रियों के लिए एक सुरक्षित अनुभव सुनिश्चित करना है। हमारा लक्ष्य परिवारों को यह आश्वासन प्रदान करना है कि उनके प्रियजन सुरक्षित हैं, जिससे वे अपनी आध्यात्मिक यात्रा पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समागम के तौर पर प्रतिष्ठित कुंभ मेले के पिछले आयोजनों के दौरान अनेक ऐसी दुखद घटनाएं हुई हैं, जिनमें भगदड़ और लापता लोगों के मामले में लोगों ने बहुत परेशानियां उठाई हैं। खास तौर पर बुजुर्ग नागरिकों और बच्चों के मामलों में लोग बहुत परेशान होते रहे हैं। प्रोजेक्ट मिलाप इन चुनौतियों का समाधान एक मजबूत ऑ?लाइन और ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली के माध्यम से करना चाहता है, जिससे भक्त एक समर्पित मोबाइल ऐप और वेबसाइट के माध्यम से अपने घरों से ही पूर्व-पंजीकरण कर सकते हैं।
ब्रांड मार्केटिंग हैड, केस एपीएसी पुनीत विद्यार्थी ने कहा, कि कुंभ मेला संस्कृति, आस्था और मानवता के एक अनूठे समागम को दर्शाता है। प्रोजेक्ट मिलाप के माध्यम से, हमारा उद्देश्य प्रियजनों को खोने के डर को खत्म करके इस आध्यात्मिक समागम के आनंद को बढ़ाना है। यह पहल समाज की भलाई के लिए टैक्नोलॉजी और इनोवेशन का लाभ उठाने के लिए केस की प्रतिबद्धता का प्रमाणा है।केस इंडिया ने पहल के सुचारू क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने, भक्तों की सुरक्षा और परिवार की मानसिक शांति को ब?ाने के लिए स्थानीय अधिकारियों और गैर सरकारी संगठनों के साथ भागीदारी की है। रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंड और मेला प्रवेश बिंदुओं जैसे प्रमुख स्थानों पर पंजीकरण काउंटर स्थापित किए जाएंगे, साथ ही मोबाइल ऐप या माइक्रोसाइट के माध्यम से पंजीकरण करने के विकल्प भी होंगे। प्रशिक्षित स्वयंसेवकों के साथ खोया-पाया केंद्रों का एक नेटवर्क लोगों की सहायता करेगा, जिसे मेला मार्गों पर सोशल मीडिया, हैंडबिल और डिजिटल भित्ति चित्रों के माध्यम से जागरूकता अभियानों के जरिये सपोर्ट दिया जाएगा।

 

 



You may also like

Leave a Comment

Voice of Trade and Development

Copyright @ Singhvi publication Pvt Ltd. | All right reserved – Developed by IJS INFOTECH