* एमसीएफ के साथ, व्यवसायों को अब अमेज़न और गैर- अमेज़न ऑर्डर के लिए अलग-अलग इन्वेंट्री पूल बनाए रखने की आवश्यकता नहीं है, जिससे अलग-अलग गोदामों या लॉजिस्टिक्स भागीदारों के प्रबंधन की ज़रूरत खत्म हो गई।
* हिमालयन ऑर्गेनिक्स, डर्माटच, सत्वा जैसे 1000 से अधिक उद्यमी और डी2सी ब्रांड पहले से ही एमसीएफ सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं।
बैंगलोर, 3 दिसंबर, 2024: अमेज़न इंडिया ने आज अपने मल्टी-चैनल फुलफिलमेंट (एमसीएफ) पेशकश के विस्तार की घोषणा की, जिससे विक्रेताओं और डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (डी2सी) ब्रांडों के लिए स्वचालन (ऑटोमेशन) क्षमताओं और भुगतान विकल्पों में बढ़ोतरी हुई है। इस विस्तार में दो प्रमुख विशेषताएं – इंटीग्रेशन एपीआई सूट और डिलीवरी पर भुगतान (पे-ऑन-डिलीवरी- पीओडी) का विकल्प शामिल है। 2024 की शुरुआत में सफल पायलट लॉन्च के बाद, ये सेवाएं अब पूरे भारत में सभी आकार के व्यवसायों के लिए उपलब्ध हैं। अमेज़न संभव 2023 में लॉन्च किया गया एमसीएफ, डी2सी ब्रांड और छोटे व्यवसायों को अपनी वेबसाइट सहित विभिन्न बिक्री चैनलों से ऑर्डर के लिए अमेज़न के फुलफिलमेंट नेटवर्क का उपयोग करने में मदद करता है। यह सेवा एकल इन्वेंट्री पूल से ऑर्डर प्रोसेसिंग, ट्रैकिंग और शिपिंग को सरल बनाती है, जिससे अलग-अलग गोदामों या लॉजिस्टिक्स भागीदारों की ज़रूरत समाप्त हो जाती है। यह उद्यमियों को मुख्य व्यावसायिक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है जबकि अमेज़न, फुलफिलमेंट का प्रबंधन करती है। आज, हिमालयन ऑर्गेनिक्स, डर्माटच, सत्वा जैसे 1000 से अधिक उद्यमी और डी2सी ब्रांड एमसीएफ सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं।
एमसीएफ इंटीग्रेशन एपीआई सूट डी2सी विक्रेताओं और स्वतंत्र सॉफ्टवेयर वेंडर (आईएसवी) के लिए ऑर्डर फुलफिलमेंट को स्वचालित करता है, जिससे कई बिक्री चैनलों में अमेज़न की फुलफिलमेंट क्षमताओं के साथ सहज एकीकरण संभव होता है। इससे सभी आकार के व्यवसाय अपने ऑनलाइन स्टोरफ्रंट या वेबसाइट को सीधे अमेज़न के फुलफिलमेंट नेटवर्क से जोड़ सकते हैं, जिससे परिचालन सुव्यवस्थित हो सकता है, त्रुटियों को कम किया जा सकता है और ग्राहकों को बेहतर अनुभव प्रदान किया सकता है। वेबी और शिप टर्टल जैसे आईएसवी भागीदारों ने पहले ही इस एकीकृत समाधान को लागू कर दिया है। इसके अलावा, पे-ऑन-डिलीवरी (पीओडी) विकल्प डी2सी ब्रांडों की उल्लेखनीय ज़रूरत को पूरा करता है, जिससे ग्राहक डिलीवरी पर भुगतान (पे ऑन डिलीवरी) के साथ वेबसाइटों और सोशल मीडिया स्टोर पर खरीदारी कर सकते हैं। भारत में लगभग 70% डी2सी ऑर्डर नकद-आधारित हैं, इस सुविधा से रूपांतरण (कन्वर्ज़न) दर में उल्लेखनीय वृद्धि होने और एमसीएफ उपयोगकर्ताओं के लिए समग्र बिक्री में वृद्धि होने की उम्मीद है।
अमेज़न के सेलर एक्सपीरियंस, इमर्जिंग मार्केट्स और इंडिया ग्लोबल ट्रेड विभाग के उपाध्यक्ष, विवेक सोमारेड्डी ने कहा, “हम छोटे व्यवसायों और डी2सी ब्रांडों को आज के ई-कॉमर्स परिदृश्य में आगे बढ़ने के लिए विभिन्न किस्म के टूल के साथ सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। स्वचालन क्षमताओं और पे-ऑन-डिलीवरी भुगतान विकल्प के साथ हमारी मल्टी-चैनल फुलफिलमेंट सेवा पेशकशों का विस्तार इस लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम अपने विश्व स्तरीय फुलफिलमेंट नेटवर्क और प्रौद्योगिकी के साथ उद्यमियों को नवोन्मेष और विकास पर ध्यान केंद्रित करने में मदद कर रहे हैं। यह सेवा परिचालन को सुव्यवस्थित करती है, लचीले भुगतान विकल्प प्रदान करती है और बिक्री चैनलों में सहज एकीकरण में मदद करती है, जिससे व्यवसायों को बेहतर ग्राहक अनुभव प्रदान करने और अपनी पहुंच का विस्तार करने में मदद मिलती है। हम सभी आकार के व्यवसायों के लिए समान अवसर प्रदान करना चाहते हैं ताकि वे भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था के समग्र विकास में योगदान कर सकें।”
डर्माटच के संस्थापक, अनीश नागपाल ने कहा, “अमेज़न के मल्टी-चैनल फुलफिलमेंट फीचर, विशेष रूप से कैश-ऑन-डिलीवरी विकल्प और इंटीग्रेशन एपीआई सूट के साथ, हम अपने ग्राहकों को अपने परिचालन को सुव्यवस्थित करते हुए अपेक्षाकृत अधिक सहज और भरोसेमंद अनुभव प्रदान कर पा रहे हैं। इन क्षमताओं ने हमें कैश-ऑन-डिलीवरी विकल्पों की मांग को पूरा करने में मदद की, जो भारत में हमारे ग्राहकों के लिए आवश्यक है। अमेज़न की व्यापक पहुंच और इसका बुनियादी ढांचा हमें यह भरोसा प्रदान करता है कि हम पूरे देश में विस्तार कर सकते हैं और हर ग्राहक लेन-देन के लिए अपनी सेवा की गुणवत्ता बढ़ा सकते हैं, चाहे वे कहीं भी खरीदारी करें।“