Sunday, November 16, 2025 |
Home » Vivekananda Global University में तीसरी आर.के. रस्तोगी मेमोरियल राष्ट्रीय नेगोशिएशन प्रतियोगिता का आयोजन आज से

Vivekananda Global University में तीसरी आर.के. रस्तोगी मेमोरियल राष्ट्रीय नेगोशिएशन प्रतियोगिता का आयोजन आज से

by Business Remedies
0 comments

 

बिजऩेस रेमेडीज/जयपुर Vivekananda Global University  (VGU), जयपुर, 11 और 12 अक्टूबर 2025 को प्रतिष्ठित तीसरी आर.के. रस्तोगी मेमोरियल राष्ट्रीय नेगोशिएशन प्रतियोगिता की मेजबानी करने जा रही है। यह राष्ट्रीय स्तर की विधि प्रतियोगिता देशभर के 36 से अधिक विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के कानून के छात्रों को एक साथ लाकर उन्हें अपने नेगोशिएशन (बातचीत) तथा वैकल्पिक विवाद समाधान कौशल को परखने, सीखने और निखारने का एक सशक्त मंच प्रदान करेगी। Vivekananda Global University का यह आयोजन न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देता है, बल्कि भावी विधिविदों में व्यावहारिक न्यायिक दक्षता और सहयोगात्मक विवाद समाधान की संस्कृति को भी प्रोत्साहित करता है।
प्रतियोगिता का उद्घाटन समारोह 11 अक्टूबर को अत्यंत गरिमामय वातावरण में आयोजित होगा, जिसकी शोभा देश की प्रतिष्ठित न्यायिक हस्तियाँ बढ़ाएँगी।  न्यायमूर्ति पंकज मिथल, न्यायाधीश, भारत के सर्वोच्च न्यायालय, इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे, जबकि माननीय न्यायमूर्ति संजीव प्रकाश शर्मा, कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश, राजस्थान उच्च न्यायालय, विशिष्ट अतिथि के रूप में समारोह में पधारेंगे। उनकी उपस्थिति आधुनिक न्यायिक व्यवस्था में एडीआर की बढ़ती प्रासंगिकता को उजागर करती है, क्योंकि आज के समय में विवादों का शीघ्र, प्रभावी और सौहार्दपूर्ण समाधान न्यायिक तंत्र की मजबूती के लिए अत्यंत आवश्यक हो गया है। इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता श्री राजदीपक रस्तोगी, भारत के पूर्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल, ने बातचीत की भूमिका पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बातचीत, एडीआर का एक अमूल्य माध्यम है। यह न केवल एक लागत-प्रभावी और समय-बचत करने वाला उपाय है, बल्कि न्यायालयों पर बढ़ते बोझ को कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि जब विवादों को आपसी समझ और सहयोग से सुलझाया जाता है, तो यह न केवल त्वरित न्याय सुनिश्चित करता है बल्कि समाज के ताने-बाने को भी मजबूत बनाता है। प्रो. (डॉ.) एन.डी. माथुर, अध्यक्ष (कुलपति), विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी, ने कहा कि आर.के. रस्तोगी मेमोरियल नेगोशिएशन प्रतियोगिता वीजीयू की एक प्रमुख शैक्षणिक पहल है, जो कानून के छात्रों के लिए सीखने और अनुभव प्राप्त करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करती है। उन्होंने बताया कि यह आयोजन न केवल विधि विद्यार्थियों को शैक्षणिक दृष्टि से समृद्ध करता है, बल्कि उन्हें न्यायिक व्यवस्था के व्यावहारिक पक्ष को समझने, उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों तथा वरिष्ठ अधिवक्ताओं से प्रत्यक्ष संवाद करने का अवसर भी देता है। इससे विद्यार्थियों को कक्षा से परे एक व्यावहारिक और वास्तविक अनुभव प्राप्त होता है, जो उनके भविष्य के विधिक करियर के लिए अमूल्य है। विधि विभाग की विभागाध्यक्ष एवं प्रतियोगिता की सह-संयोजक डॉ. शिल्पा राव रस्तोगी ने बताया कि इस वर्ष की प्रतियोगिता में देशभर के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों से 36 से अधिक टीमों की अभूतपूर्व भागीदारी प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि यह न केवल इस आयोजन की राष्ट्रीय प्रतिष्ठा को दर्शाता है, बल्कि यह भी सिद्ध करता है कि कानूनी बिरादरी में नेगोशिएशन और एडीआर कौशल का महत्व तेजी से बढ़ रहा है। (प्रो.) डॉ. पी.पी. मित्रा, डीन, फैकल्टी ऑफ लॉ एवं कार्यक्रम के संयोजक, ने कहा कि यह प्रतियोगिता विधि छात्रों के लिए एक राष्ट्रीय स्तर का ऐसा मंच है, जहां वे संवाद कौशल, वकालत व समस्या-समाधान की क्षमता को प्रदर्शित कर सकते हैं।

 



You may also like

Leave a Comment