बिजऩेस रेमेडीज/बैंगलोर
Toyoto Kirloskar Motor (टीकेएम) को मशहूर हृदय रोग विशेषज्ञ और बैंगलोर ग्रामीण के सांसद डॉ. सीएन मंजूनाथ की मेजबानी कासौभाग्य मिला। हाल में वे कंपनी परिसर में दौरे पर आये थे। कार्डियोलॉजी के क्षेत्र में अपने विशाल अनुभव और सुविज्ञता के लिए ज्ञात डॉ. मंजूनाथ ने एकमहत्वपूर्ण और सामयिक विषय – हृदय स्वास्थ्य के बारे में मिथक और तथ्य पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की।
अपने दौरे के दौरान, डॉ. मंजूनाथ ने टीकेएम कर्मचारियों के साथ एक जीवंत चर्चा की। इसमें हृदय स्वास्थ्य की पेचीदगियों पर गहन चर्चा हुई। एक व्यापक औरदिलचस्प सत्र में, उन्होंने हृदय रोग के बारे में व्यापक रूप से प्रचलित कई गलत धारणाओं को दूर किया और आधुनिक जीवन की मांगों के बीच हृदय स्वास्थ्य कोप्राथमिकता देने के बारे में व्यावहारिक सलाह दी। सत्र में सभी विभागों के कर्मचारियों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई। आकर्षक प्रस्तुति में कई महत्वपूर्ण विषयोंको शामिल किया गया, जिसमें वास्तविक जोखिम कारकों की बेहतर समझ के लिए आम मिथकों का खंडन करना और हृदय से संबंधित समस्याओं के शुरुआतीलक्षणों को पहचानना शामिल है। उन्होंने स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, तनाव प्रबंधन और नियमित स्वास्थ्य जांच सहित दीर्घकालिक हृदय स्वास्थ्य को बनाएरखने के लिए व्यावहारिक जीवनशैली में बदलावों के बारे में भी मौजूद लोगों को शिक्षित किया।
डॉ. मंजूनाथ की यात्रा और उनके विचारोत्तेजक भाषण की टीकेएम समुदाय द्वारा बहुत सराहना की गई, जिसने सभी प्रतिभागियों पर गहरा प्रभाव छोड़ा। उनकीविशेषज्ञता ने न केवल हृदय संबंधी देखभाल की जटिलताओं पर प्रकाश डाला, बल्कि कॉर्पोरेट जगत में स्वास्थ्य जागरूकता के महत्व को भी रेखांकित किया।
डॉ. सीएन मंजूनाथ, सांसद, बेंगलुरु ग्रामीण और पूर्व निदेशक, जयदेव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवस्कुलर साइंसेज एंड रिसर्च ने कहा कि हृदय संबंधी रोगवैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक हैं और इनसे निपटने की कुंजी जागरूकता, शिक्षा व शुरुआती हस्तक्षेप में निहित है। मेरा मानना है कि लोगोंको सही जानकारी देकर सशक्त बनाना महत्वपूर्ण है। वास्तविक जोखिम कारकों को समझकर, शुरुआती लक्षणों को पहचानकर और जीवनशैली में छोटे लेकिन प्रभावशाली बदलाव करके, हम हृदय रोग के बोझ को काफी हद तक कम कर सकते हैं। टीकेएम में इस तरह के सार्थक संवाद में शामिल होना व ऐसी जानकारियाँ साझा करना खुशी की बात थी। उम्मीद है कि ये स्वास्थ्य के बारे में उनके दिन-प्रतिदिन के निर्णयों को प्रभावित कर सकती हैं। मैं स्वास्थ्य जागरूकता केप्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए टीकेएम की सराहना करता हूँ और अन्य सेटिंग्स में भी इन चर्चाओं को जारी रखने की आशा करता हूँ। हमें याद रखना चाहिए किअच्छे हृदय स्वास्थ्य का मतलब सिर्फ़ चिकित्सा हस्तक्षेप नहीं है, बल्कि निवारक देखभाल और जानकार विकल्प बनाना है जो एक स्वस्थ और अधिक संतुष्ट जीवनकी ओर ले जाता है। इस मुलाकात के दौरान कर्मचारियों को डॉ. मंजूनाथ के साथ एक प्रश्नोत्तर सत्र में भाग लेने का अवसर मिला। सवालों का विस्तार कोलेस्ट्रॉल प्रबंधन को समझने सेे लेकर हृदय रोग पर आनुवंशिकी के प्रभावों तक था।
