बिजऩेस रेमेडीज/मुंबई | ग्रीन सेल मोबिलिटी की भारत की सबसे बड़ी इंटरसिटी इलेक्ट्रिक बस सेवा, न्यूगो को ‘एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ और ‘इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ द्वारा सम्मानित किया गया है। न्यूगो को यह सम्मान कश्मीर से कन्याकुमारी के बीच यात्रा के दौरान इलेक्ट्रिक बस द्वारा सबसे अधिक दूरी तय करने की वजह से मिला है। ये उपलब्धि बड़े पैमाने पर लोगों के लिए यात्रा के स्थायी समाधान देने की न्यूगो की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इससे भारत भर में इलेक्ट्रिक बसों की संभावना नजर आती है, वहीं पर्यावरण पर भी उनका प्रभाव देखने को मिलता है। एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की निर्णायक कश्मीरा शाह ने ग्रीन सेल मोबिलिटी के एमडी तथा सीईओ श्री देवेंद्र चावला को रिकॉर्ड का प्रमाणपत्र और पदक प्रदान किए।
न्यूगो ने कश्मीर से कन्याकुमारी (E-K2K) तक इलेक्ट्रिक बस की यात्रा 4 अक्टूबर को जम्मू से शुरू की और 18 अक्टूबर को कन्याकुमारी में यात्रा समाप्त की। इस दौरान 4,039 किलोमीटर के इस सफर में उन्होंने बिना किसी उत्सर्जन के 200+ शहरों और कस्बों को पार किया। समुद्री तल से 3,500 फीट की ऊंचाई पर न्यूगो इलेक्ट्रिक बस यात्रा देशभर में ईको-फ्रेंडली सफर का संदेश दे रही थी। इस रास्ते के अलावा, E-K2K बस ने कई सारे कम्युनिटी आउटरीच कार्यक्रमों का भी आयोजन किया, जिसमें स्टूडेंट्स के लिए कार्यशालाएं, पौधारोपण, नुक्कड़ नाटक आदि शामिल थे। ये यात्रा तकनीकी उपलब्धि से इतर बड़े पैमाने पर पर्यावरण अनुकूल परिवहन के विकल्प पेश करती है। देवेंद्र चावला, सीईओ एवं एमडी, ग्रीन सेल मोबिलिटी का कहना है, ‘न्यूगो का E-K2K (कश्मीर से कन्याकुमारी) सफर एक बड़े स्तर पर परिवहन और पर्यावरण के अनुकूल भविष्य के लिए इलेक्ट्रॉनिक बसों की बदलाव लाने वाली ताकत को दिखाने में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। 200 से भी अधिक शहरों और कस्बों को पार करता हुआ बस का रिकॉर्ड-तोड़ सफर एक स्वच्छ, हरे-भरे यात्रा के माध्यमों को लेकर जागरूकता फैलाता है। कम्युनिटी के साथ प्रभावी भागीदारी के अभियानों ने सही मायने में ई-बस के जज्बे को दर्शाया है, जो सिर्फ बेहतरी के लिए है। हमें इस बात की बेहद खुशी है कि एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने हमारे प्रयासों की सराहना की। कई चरणों में न्यूगो श्व-्य२्य यात्रा को विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों द्वारा हरी झंडी दिखाना, देशभर में इलेक्ट्रिक मास मोबिलिटी के प्रति भारी समर्थन को दर्शाता है। भारत के माननीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में पश्चिमी चरण का उद्घाटन किया और उन्होंने इलेक्ट्रिक परिवहन को आगे बढ़ाने में न्यूगो के प्रयासों की सराहना की। जम्मू स्मार्ट सिटी के सीईओ डॉ. देवांश यादव ने शहर के मौजूदा तंत्र में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की भूमिका पर जोर देते हुए जम्मू से यात्रा का शुभारंभ किया। दिल्ली एनसीआर से नीति आयोग के सलाहकार सुधेंदु जे. सिन्हा ने आधिकारिक तौर पर हरी झंडी का नेतृत्व किया, साथ ही विश्व बैंक के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. संजीव के. लोहिया, एनएचईवी के परियोजना निदेशक अभिजीत सिन्हा और आईसीसीटी इंडिया के एमडी अमित भट्ट ने उत्तरी चरण में यात्रा का शुभारंभ किया।
भोपाल में संजय सिंह और भोपाल ट्रैफिक पुलिस के डीएसपी प्रमोद दूबे ने शहरी नागरिकों के लिए स्थायी परिवहन के महत्व पर जोर देते हुए इस सफर के मध्य चरण को हरी झंडी दिखाई। दक्षिण में तेलंगाना सरकार में ऑटोमोटिव तथा ईवी डायरेक्टर गोपालाकृष्णन वीसी ने हैदाराबाद चरण की शुरूआत की, जो इलेक्ट्रिक परिवहन को लेकर क्षेत्र की प्रतिबद्धता दिखाता है। बेंगलुरु चरण का संचालन पुलिस उपाधीक्षक, नेलमंगला, बेंगलुरु, जगदीश द्वारा किया गया, जिसमें सिटी म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन, आयुक्त मंजूनाथ भी शामिल हुए, जिन्होंने सार्वजनिक सुरक्षा और सस्टेंबल यात्रा के बीच तालमेल पर प्रकाश डाला। विजय वसंत, माननीय सांसद ने कन्याकुमारी के तटीय शहर में न्यूगो के E-K2K बस अभियान को आधिकारिक रूप से हरी झंडी दिखाई। यह कश्मीर की मनोरम घाटी से शुरू हुई एक अद्भुत यात्रा का अंत था जोकि ग्रीन मोबिलिटी का संदेश देती हुई अलग-अलग इलाकों से होकर गुजरी। इसके साथ ही न्यूगो E-K2K यात्रा ने दिल्ली, जयपुर, भोपाल, हैदराबाद, बेंगलुरू और कन्याकुमारी जैसे बड़े शहरों में समुदायिक भागीदारी का मौका दिया। इस टीम ने इलेक्ट्रिक वाहनों के फायदों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए स्थायी कार्यशालाएं, पौधारोपण अभियान और नुक्कड़ नाटकों का आयोजन किया। इससे पर्यावरण को लेकर जागरूकता फैलाने में उनकी भूमिका का पता चलता है। महारानी गायत्री देवी स्कूल, पोंजेसली इंजीनियरिंग कॉलेज में भारतीय सेना के बहादुरों के साथ मजेदार तथा सडक़ सुरक्षा के इंटरैक्टिव प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन, स्वास्थ्य जांच शिविर, सांस्कृतिक समृद्धि को लेकर बेहतरीन नाटक और संवहनीयता एवं इलेक्ट्रिक गाडिय़ों पर कार्यशालाओं का आयोजन इस पूरी यात्रा के कुछ प्रमुख आकर्षण थे।