Thursday, January 16, 2025 |
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NCR में घरों की बिक्री घटी, लेकिन कीमत सबसे ज्यादा 30% बढ़ी

by Business Remedies
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बिजनेस रेमेडीज़/नई दिल्ली। जब किसी सामान की मांग गिरती है तो उसकी कीमत घटती है, लेकिन रियल स्टेट में बिल्कुल अलग ट्रेंड दिखने को मिला है। घरों की मांग कम हुई है लेकिन प्रॉपर्टी की कीमत में पिछले एक साल में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखने को मिली है।
रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक के अनुसार, नेशनल कैपिटल रीजन में सालाना आधार पर प्रॉपर्टी की बिक्री -6% घटी, लेकिन कीमत में 30त्न का बड़ा उछाल देखने को मिला है। एनसीआर में साल 2023 में कुल 65,625 घरों की बिक्री हुई थी। वहीं, 2024 में यह घटकर 61,900 रहने का अनुमान है। इसके बावजूद घरों की कीमत में 30 फीसदी का बड़ा उछाल आया है। एनसीआर के अलावा पुणे, चेन्नई, कोलकाता और हैदराबाद में प्रॉपर्टी की मांग गिरी है।
रियल एस्टेट सेक्टर के जानकारों की कहना है कि प्रॉपर्टी की मांग गिरने की अहम बजट घरों की आसामान छूती कीमत है। मिडिल क्लास चाहकर भी अब घर नहीं खरीद पा रहा है। अफोर्डेबल प्रॉपर्टी का बाजार ही खत्म हो गया है। कुछ साल पहले तक नोएडा और नोएडा एक्सटेंशन में 2बीएचके फ्लैट आसानी से 35 से 60 लाख में उपलब्ध था जो अब खत्म हो गया है। इसलिए एंड यूजर्स चाहकर भी घर नहीं खरीद पा रहा है। कुछ मु_ी भर इन्वेस्टर्स के दम पर प्रॉपर्टी मार्केट को चलाया जा रहा है।
7 शहरों में बिक्री घटकर करीब 4.6 लाख रहने का अनुमान: देश के सात प्रमुख शहरों में इस साल मकानों की बिक्री चार प्रतिशत घटकर करीब 4.6 लाख यूनिट रह जाने का अनुमान है। वहीं मूल्य के हिसाब से बिक्री 16 प्रतिशत बढक़र 5.68 लाख करोड़ रुपये होने की संभावना है। रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक के अनुसार, लैंड, श्रम तथा निर्माण संबंधी कुछ कच्चे माल की बढ़ती कीमतों के कारण इस वर्ष सात प्रमुख शहरों में औसत आवास की कीमतों में 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई। भारत में अग्रणी आवास ब्रोकरेज कंपनियों में से एक एनारॉक ने 2024 में बिक्री की मात्रा में गिरावट के लिए आम और विधानसभा चुनावों के बीच नियामक अनुमोदन में देरी तथा आवास परियोजनाओं के की पेशकश में कमी को जिम्मेदार ठहराया। फिर भी आवास की कीमतों में वृद्धि से इस वर्ष मूल्य के संदर्भ में बिक्री में वृद्धि हुई।
प्रॉपर्टी मार्केट में नए घरों की सप्लाई में भी गिरावट का अनुमान : नई आवासीय संपत्तियों की आपूर्ति पर एनारॉक के आंकड़ों से पता चलता है कि 2023 में 4,45,770 इकाइयों की तुलना में 2024 में यह आंकड़ा सात प्रतिशत की गिरावट के साथ 4,12,520 इकाई रहा। आंकड़ों पर एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर के लिए 2024 मिलाजुला रहा है। आम और विधानसभा चुनावों के नकारात्मक प्रभाव के अलावा, प्रोजेक्ट अप्रूवलन में भी कमी आई जिससे नए आवासों की आपूर्ति पर असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि हालांकि 2023 की तुलना में बिक्री में मामूली गिरावट देखी गई, लेकिन औसत मूल्य वृद्धि तथा इकाई आकार में वृद्धि से कुल बिक्री मूल्य में 16 प्रतिशत की वृद्धि से इसकी भरपाई हो गई। पुरी ने कहा कि वर्ष 2024 में शीर्ष सात शहरों में औसत कीमत में 21 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि देखी गई।



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