जयपुर। महाराष्ट्र के उल्हासनगर आधारित मार्को केबल्स एंड कंडक्टर्स लिमिटेड ने छमाही वित्तीय परिणाम प्रस्तुत किए हैं।
30 सितंबर 2024 को समाप्त छमाही में कंपनी का राजस्व गत वित्त वर्ष की समान अवधि में अर्जित 20.88 करोड़ रुपए के मुकाबले बढ़कर 48.89 करोड़ रुपए दर्ज किया गया है। उक्त अवधि में कंपनी ने गत वित्त वर्ष की समान अवधि में अर्जित 93.31 लाख रुपए के मुकाबले 2.72 करोड़ रुपए का कर पश्चात शुद्ध लाभ अर्जित किया है। 30 सितंबर 2024 को समाप्त छमाही में कंपनी ने 1.46 रुपए का ईपीएस अर्जित किया है।
कंपनी की कारोबारी गतिविधियां: वर्ष 1989 में कंपनी का इनकाॅर्पोरेशन हुआ था। मार्को केबल्स एंड कंडक्टर्स लिमिटेड भारत में वायर, केबल वायर और कंडक्टर के निर्माण और बिक्री के व्यवसाय में लगी हुई है।
कंपनी की उत्पाद सूची में शामिल हैं:
1.एलटी एरियल बंच्ड केबल: इसका उपयोग ओवरहेड विद्युत वितरण के लिए किया जाता है। यह स्थापना, रखरखाव और परिचालन लागत को कम करके उच्च सुरक्षा और विश्वसनीयता, कम बिजली हानि और अंतिम सिस्टम अर्थव्यवस्था प्रदान करता है, जो पहाड़ी क्षेत्रों, वन क्षेत्रों, तटीय क्षेत्रों आदि जैसे कठिन इलाकों में स्थापना के लिए सर्वोत्तम है।
2.एलटी पीवीसी केबल्स
3.एएएसी कंडक्टर: उपचार के बाद इसे बेहतर यांत्रिक गुण देने के लिए मैग्नीशियम (0.6-0.9%) और सिलिकॉन (0.5-0.9%) युक्त उच्च विद्युत चालकता वाले एल्यूमीनियम-मैग्नीशियम-सिलिकॉन मिश्र धातु से बनाया जाता है।
4.एलटी एक्सएलपीई केबल्स: ये सीयू/एआई कंडक्टर के साथ एक्सएलपीई इंसुलेशन, लेड अप, इनर टेप्ड/एक्सट्रूडेड के साथ निर्मित होते हैं। इसका कवच गैल्वनाइज्ड माइल्ड स्टील तारों/स्ट्रिप्स का है।अंतिम बाहरी आवरण उच्च ग्रेड पीवीसी के साथ निर्मित होता है। सभी निर्माण प्रक्रिया आईएस विनिर्देशों के अनुसार हैं।
5. एसीएसआर कंडक्टर: एसीएसआर कंडक्टर में एक ठोस या फंसे हुए स्टील कोर होते हैं जो एल्यूमीनियम (ई.सी. ग्रेड) के तारों से घिरे होते हैं। एसीएसआर कंडक्टर स्टील की एक विस्तृत श्रृंखला में उपलब्ध है, जिसमें 0.5% से 0.85% तक कार्बन होता है। एसीएसआर कंडक्टर में उच्च तन्यता ताकत होती है जो इसे नदी क्रॉसिंग, ओवरहेड ग्राउंड तारों, अतिरिक्त लंबे स्पैन वाले इंस्टॉलेशन आदि के लिए उपयोगी बनाती है।
मार्को केबल्स एंड कंडक्टर्स की विनिर्माण इकाई नासिक, महाराष्ट्र में स्थित है और 07 अगस्त, 2023 तक इसकी संयुक्त स्थापित उत्पादन क्षमता 18,000 किलोमीटर प्रति वर्ष है।