बिजनेस रेमेडीज/जयपुर। महिलाओं के प्रति भारत में तेजी से बदलती विचारधारा से समाज में कई क्रांतिकारी बदलाव आए हैं। शिक्षा हो और या बिजनेस, सेना हो या अंतरिक्षख् चिकित्सा हो या समाजसेवा, तकरीबन हर क्षेत्र में महिलाओं न सिर्फ खुद को बेहतर साबित किया हैं बल्कि अपना वर्चस्व भी बढ़ा रही हैं। इस बार रूबरू हो रही हैं जयपुर की अलका बत्रा जो एक कामयाब बिजनेस वूमेन ही नहीं है,बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी भी हैं। इसके अलावा खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों की गल्र्स को बचाने व उन्हें शिक्षित करने जैसी समाजसेवा में अपनी भूमिका बखूबी निभा रही हैं।
आप कितने समय से व्यवसाय कर रही हैं ?
-मैं एजिस जॉब्स प्रा.लि.की संस्थापक हूं। पिछले 26 वर्षों से इसे चला रही हूं।
कॉर्पोरेट संगठनों के साथ कितने समय से आप जुड़ी हुई हैं। वर्तमान में किस पद पर हैं। कार्यकाल में आपने किस तरह के सामाजिक कार्य किए हैं:
-मैं फिक्की फ्लो, एबीडब्ल्युसीआई, सीआईआईआईजीबीसी, पीएचडीसीसीआई, फिक्की जैसे संगठन से अहम भूमिकाओं में कॉर्पोरेट संगठनों के साथ जुड़ी हुई हूं। समाज के प्रति अपनी भूमिका निभाते हुए वॉलंटियरिंग और सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को लडक़ी को बचाने और उन्हें शिक्षित करने के लिए जागरूकता पैदा कर रही हूं। मसलन सेव द गर्ल चाइल्ड, एजुकेट द गर्ल चाइल्ड जैसे चुनौतीपूर्ण अभियान को मूर्त रूप देते हुए आगे बढ़ा रही हूं।
क्या आपको सरकार या सामाजिक संस्थाओं या अन्य के ओर से सम्मानित किया गया है?
-अब तक मुझे 150 से अधिक पुरस्कार मिल चुके हैं, जिनमें 4 अंतर्राष्ट्रीय, 11 राष्ट्रीय और बाकी राज्य स्तर के पुरस्कार शामिल हैं। अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार उपलब्धि प्रमाणपत्र-भर्ती परामर्श में अग्रणी के रूप में कंबोडिया के काउंसलेट की तरफ से 2023 में समेत अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार कार्यरत महिलाओं के लिए साल 2022-6वीं डॉ. सरोजिनी नायडू, भारत की नाइटिंगेल और सेवा क्षेत्र उद्यम (एसएमई) श्रेणी में उत्कृष्टता प्रमाण पत्र-राजस्थान के नियोक्ताओं की संघ की ओर से नवाजा गया।
आपके बिजनेस की प्रकृति क्या है। उसमें आ रही समस्याओं को लेकर सरकार को क्या सुझाव हैं:
-मैं एजिस जॉब्स प्रा.लि.की मैनेजिंग डायरेक्टर हूं। भारतीय नौकरी बाजार अत्यधिक प्रतिस्पर्धात्मक है। शीर्ष प्रतिभाओं को आकर्षित और बनाए रखना कठिन हो सकता है। कंपनियां अक्सर उच्च कर्मचारी टर्नओवर दरों का सामना करती हैं। उन्हें प्रतिधारण और संलग्नता सुधारने के लिए अनुकूलित रणनीतियों की आवश्यकता होती है। कुशल मानव संसाधनों की कमी, आजकल जो पाठ्यक्रम और कोर्स पढ़ाए जा रहे हैं। वे बहुत पुराने हैं। वर्तमान समय की आवश्यकताओं के अनुसार अपडेट नहीं हैं।
आप अपना आदर्श किसे मानते हैं?
-मैं आत्म-प्रेरित हूं, लेकिन मैं अपनी भूमिका मॉडल किरण बेदी, इंदिरा गांधी और किरण मजूमदार-शॉ को मानती हूँ।
भविष्य की संभावनाएं ?
डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन: डिजिटलाइजेशन और तकनीकी नवाचार की दिशा में तेजी आ रही है। भविष्य में अधिक व्यवसाय ऑनलाइन और डिजिटल प्लेटफॉम्र्स पर अपने संचालन को बढ़ावा देंगे।
स्वास्थ्य और सुरक्षा में निवेश : स्वास्थ्य और सुरक्षा से संबंधित प्रौद्योगिकियों में निवेश बढ़ सकता है, जैसे कि वायरस रोधी तकनीकें और बेहतर स्वच्छता समाधान।
नवीन व्यवसाय मॉडल : महामारी ने नए व्यवसाय मॉडल और अवसरों को जन्म दिया है, जैसे कि सब्सक्रिप्शन सर्विसेज और ऑनलाइन शिक्षा आदि।
वैश्विक और स्थानीय आपूर्ति श्रृंखला में बदलाव : व्यवसाय अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं को अधिक लचीला और स्थानीय बनाने पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, ताकि भविष्य में किसी भी आपातकालीन स्थिति में बेहतर तरीके से सामना किया जा सके।
संवेदनशीलता और अनुकूलन क्षमता : भविष्य में व्यवसायों को अधिक संवेदनशील और अनुकूलनीय बनने की आवश्यकता होगी, ताकि वे बदलती परिस्थितियों के साथ बेहतर ढंग से तालमेल बैठा सकें।
भविष्य में अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने की क्या योजना है?
भविष्य में अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए हम नवीनतम एचआर तकनीकों और डिजिटल टूल्स को अपनाएंगे कस्टमाइज्ड सॉल्यूशंस प्रदान करेंगे। और ग्राहक नेटवर्क का विस्तार करेंगे। इसके साथ ही हम कर्मचारी प्रशिक्षण और विकास पर ध्यान देंगे। नेटवर्किंग तथा पार्टनरशिप को बढ़ावा देंगे। हमारी प्राथमिकता उच्च गुणवत्ता की सेवाएं प्रदान करना और टीम के कौशल को निरंतर सुधारना होगी।
- पूनम चंद्रा