बिजऩेस रेमेडीज/मुंबई
भारत में निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंकों में से एक, Axix Bank ने भारत में कैंसर अनुसंधान और रोगी की देखभाल से जुड़ी पहलों का समर्थन करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दृढ़ की है। एक्सिस बैंक ने अपनी सीएसआर प्रतिबद्धता के अंग के रूप में, भारत में तीन प्रतिष्ठित कैंसर संस्थानों – टाटा मेमोरियल सेंटर के तहत नेशनल कैंसर ग्रिड (एनसीजी), इंडियन कैंसर सोसाइटी (आईसीएस) और सेंट जूड इंडिया चाइल्डकेयर सेंटर्स के साथ साझेदारी की है, ताकि ऑन्कोलॉजी में भारत की डिजिटल क्षमताओं का निर्माण किया जा सके, कैंसर देखभाल की पहुंच बढ़ाई जा सके, कैंसर के शुरुआती निदान और उपचार के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके और कैंसर अनुसंधान और नवोन्मेष को बढ़ाया जा सके।
ग्लोबल कैंसर ऑब्जर्वेटरी (ग्लोबोकैन) के अनुसार, भारत में कैंसर के मामलों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी की आशंका है। देश में कैंसर के मामले 2040 तक 2.08 मिलियन तक पहुंच जाएंगे जो 2020 के मुकाबले 57.5 प्रतिशत की तीव्र वृद्धि को दर्शाता है। ऐसे में कैंसर अनुसंधान और नवोन्मेष, उपलब्ध चिकित्सा बुनियादी ढांचे में भारत के प्रयासों को बढ़ाने और उपचार के लिए रोगियों के बोझ से निपटने के उपायों तत्काल आवश्यकता है। इस परिदृश्य के मद्देनजर बैंक, केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा 1 फरवरी को अपने बजट भाषण में भारत के सभी जिलों में कैंसर डेकेयर केंद्र स्थापित करने की घोषणा का स्वागत करता है।
एक्सिस बैंक के स्ट्रॅटेजिक प्रोग्रॅम्स अँड सस्टेनेबिलिटी के ग्रुप एग्जेक्यूटिव, विजय मुलबागल ने इन पहलों के बारे में कहा कि एक्सिस बैंक में, हम कैंसर के खिलाफ भारत की सामूहिक संघर्ष का समर्थन करने के प्रति समर्पित है। देश के कैंसर अनुसंधान, उपचार और रोगी देखभाल पारिस्थितिकी तंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रमुख संस्थानों के साथ हमारी भागीदारी भारत के संपूर्ण स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में दीर्घकालिक क्षमताओं का निर्माण करने की हमारी दृष्टि से संरेखित है। अपने भागीदारों के साथ मिलकर हम एक ऐसे भविष्य के निर्माण की दिशा में प्रयास जारी रखेंगे, जहां उन्नत कैंसर देखभाल हर जरूरतमंद व्यक्ति की पहुंच में हो।
कैंसर देखभाल सुविधाओं को बेहतर बनाने के अपने दीर्घकालिक दृष्टिकोण के हिस्से के रूप में, एक्सिस बैंक की भागीदारियां तीन प्रमुख विषयों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं :
1. कैंसर अनुसंधान, नवोन्मेष और प्रशिक्षण को आगे बढ़ाना: बैंक टाटा मेमोरियल सेंटर की इकाई, नेशनल कैंसर ग्रिड (एनसीजी) के साथ ऐतिहासिक बहु-वर्षीय साझेदारी के जरिये, फॉलो-अप देखभाल के लिए एक राष्ट्रीय टेली-परामर्श प्लेटफॉर्म की स्थापना, एक राष्ट्रीय ट्यूमर बायोबैंक, ऑन्कोलॉजी-विशिष्ट इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड (ईएमआर) का डिजिटलीकरण और स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों को प्रशिक्षित करने के लिए एक वर्चुअल स्किल लैब की स्थापना जैसी रणनीतिक पहलों का समर्थन कर रहा है। इन पहलों का उद्देश्य न केवल देश भर के एनसीजी से संबद्ध 300 से अधिक अस्पतालों को बल्कि समग्र स्वास्थ्य सेवा परितंत्र को भी लाभान्वित करना है।
2. निवारक देखभाल में बढ़ोतरी : भारत के सबसे पुराने गैर-लाभकारी, राष्ट्रीय संगठनों में से एक, इंडियन कैंसर सोसाइटी (आईसीएस) के सहयोग से, जो कैंसर से प्रभावित लोगों के लिए जागरूकता, पहचान, इलाज और देखभाल पर केंद्रित है, बैंक मुंह (ओरल), गर्भाशय ग्रीवा (सर्वाइकल) और स्तन (ब्रेस्ट) कैंसर के लिए स्क्रीनिंग और जागरूकता शिविरों का समर्थन कर रहा है, जिनका लक्ष्य है नागरिकों और सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं सहित 8 लाख से अधिक लाभार्थियों तक पहुंचना। यह कार्यक्रम डॉ. अरुण कुरकुरे इनिसिएशन एंस ट्रीटमेंट फंड के साथ-साथ कैंसर उपचार निधि का भी समर्थन करेगा।
3. रोगी को सहायता प्रदान करना :एक्सिस बैंक ने सेंट जूड इंडिया चाइल्डकेयर सेंटर्स का समर्थन किया है, जो एक गैर-लाभकारी संगठन है, जो प्रमुख शहरों में कैंसर से पीडि़त जरूरतमंद बच्चों के लिए घर से दूर घर की सुविधा प्रदान करने पर केंद्रित है। इसके तहत हैदराबाद में नई चाइल्डकेयर इकाई स्थापित किया गया जो उन परिवारों के लिए स्वच्छ और सुरक्षित आवास प्रदान करेगी जिनके बच्चे कैंसर का इलाज करवा रहे हैं।
