बिजऩेस रेमेडीज/जयपुर
राज्य में डेंगू के मामले और उसकी वजह से लोगों के लिए स्वास्थ्य जोखिम बढ़ रही है। कई इलाकों में अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या भी भारी मात्रा में बढ़ रही है और चिकित्सा देखभाल की मांग में भी वृद्धि हो रही है। स्थिति की गंभीरता को मद्देनजर रखते हुए, भारत की एक अग्रणी बीमा कंपनी, Tata Aig ने, डेंगू जैसी वेक्टर जनित बीमारियों से परिवारों की सुरक्षा के लिए व्यापक स्वास्थ्य बीमा समाधान प्रदान किया है।
इस साल राज्य में डेंगू के मामले बढक़र 6,901 हो गए हैं, जिसमें सिर्फ़ 11 दिनों में 2,273 नए मामले आए हैं। 1-11 अक्टूबर तक, राज्य में डेंगू के 2,273 मामले दर्ज किए गए हैं, जो पिछले साल इसी अवधि के दौरान दर्ज किए गए 1,236 मामलों से काफी ज़्यादा हैं।
डेंगू और अन्य संबंधित बीमारियों के प्रबंधन में शामिल चुनौतियों और खर्चों को ध्यान में रखते हुए, समय पर और पर्याप्त मेडिकल इलाज के लिए अच्छा स्वास्थ्य बीमा होना ज़रूरी है। टाटा एआईजी की व्यापक स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियां इन ज़रूरतों और अन्य ज़रूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं।
स्वास्थ्य बीमा कवर की कुछ मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं :
इन-पेशेंट इलाज : पॉलिसी अवधि के दौरान बीमारी/चोट के कारण अस्पताल में भर्ती होने के खर्चों को कवर किया जाता है, इसमें बीमित व्यक्ति का इनपेशंट के तौर पर अस्पताल में भर्ती होना जरूरी होता है, कोई भी उप-सीमा नहीं है और बीमा राशि तक का कवर मिलता है।
ओपीडी कवर: पॉलिसी के नियमों और शर्तों के अधीन रहकर, मरीज को प्रत्येक पॉलिसी वर्ष में आउट-पेशेंट कन्सल्टेशन और मेडिकेशन के लिए 20,000 तक के कवर तक पहुंच प्रदान करता है। इससे मरीज को समय पर मेडिकल देखभाल और आवश्यक मेडिकेशन मिलता है, जिससे लोगों को वित्तीय चिंताओं के बिना अपने स्वास्थ्य को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने में मदद मिलती है।
कंज्यूमेबल कवर : यदि अस्पताल में भर्ती कराया जाता है, तो पॉलिसी में न केवल अस्पताल में भर्ती होने की लागत को कवर किया जाता है, बल्कि उपचार के हिस्से के रूप में आवश्यक बताई गयी सामग्रियों के खर्चों को भी कवर किया जाता है। इससे मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने के समय अतिरिक्त मेडिकल जरूरतों के लिए भारी खर्च का सामना नहीं करना पड़ता है।
अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्च : इसमें अस्पताल में भर्ती होने के दिन से पहले और अस्पताल से छुट्टी के बाद के निर्धारित दिनों तक कंसल्टेशन, जांच और दवाओं के लिए किए गए खर्चों को कवर किया जाता है।
बीमित बच्चे के साथ जाने के लिए दैनिक नकद : यदि अस्पताल में भर्ती बीमित व्यक्ति 12 वर्ष या उससे कम आयु का बच्चा है, तो इस कवर के तहत, बच्चे के साथ 24 घंटे के लिए रहने वाले एक वयस्क के लिए, हर दिन ज्यादा से ज्यादा 2000 रुपये तक की एक निश्चित लाभ राशि का भुगतान किया जाएगा।
भारत में कैशलेस हॉस्पिटलाइजेशन : देश भर में 650 से अधिक अस्पतालों के नेटवर्क तक पहुँच और अस्पताल में भर्ती होने से लेकर छुट्टी तक पूरी तरह से कैशलेस सेटलमेंट।
टाटा एआईजी जनरल इन्शुरन्स में हेल्थ प्रोडक्ट एंड प्रोसेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. संतोष पुरी ने कहा कि डेंगू जैसी बीमारियों के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं, इस स्थिति को मद्देनजर रखते हुए टाटा एआईजी सुलभ और व्यापक स्वास्थ्य बीमा समाधान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी पॉलिसियां व्यापक कवरेज प्रदान करती हैं, जिसमें कैशलेस हॉस्पिटलाइजेशन, कंज्यूमेबल लाभ, ओपीडी उपचार और नियोजन करके अस्पताल में भर्ती होने के लिए वैश्विक कवर शामिल है, जो स्वास्थ्य संकट के दौरान परिवारों पर खर्चों के बोझ को कम करने में मदद करता है। कई बीमारियाँ बढ़ रही हैं, पूरी जानकारी के साथ स्वास्थ्य सेवा विकल्पों और सुलभ बीमा समाधानों का समर्थन करना आवश्यक है। जागरूकता बढ़ाकर,
व्यक्ति सीजनल स्वास्थ्य चुनौतियों के खिलाफ खुद को बेहतर तरीके से तैयार और सुरक्षित कर सकते हैं।
