New Delhi,
केंद्र सरकार द्वारा चलाए गए एक महीने लंबे राष्ट्रव्यापी “Swachhta Campaign” से ₹800 करोड़ से अधिक की आमदनी हुई है, जो विभिन्न मंत्रालयों और विभागों से निकले scrap materials की बिक्री से प्राप्त हुई है।
♻️ Swachhta Campaign 5.0: Largest Cleanliness Drive Since 2021
यह cleanliness drive 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2025 तक आयोजित की गई थी और 2021 से शुरू हुई इस पहल का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण साबित हुआ।
इस दौरान 232 लाख वर्ग फुट कार्यालय क्षेत्र खाली कराया गया और 29 लाख फाइलें हटाई गईं (cleared)।
📑 अधिकारियों के अनुसार, करीब 11.58 लाख कार्यालय स्थलों (office sites) को इस अभियान के तहत कवर किया गया, जिसकी निगरानी Department of Administrative Reforms and Public Grievances (DARPG) ने की।
🏛️ Inter-Ministerial Coordination & Massive Participation
तीन केंद्रीय मंत्री — मंसुख मांडविया, के. राम मोहन नायडू, और डॉ. जितेंद्र सिंह — ने इस विशाल inter-ministerial cleanliness effort की निगरानी की।
इसमें 84 ministries और departments, साथ ही भारत के विदेशी मिशनों (India’s missions abroad) ने भी भाग लिया।
यह वार्षिक अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “स्वच्छता और सुशासन” (Cleanliness & Good Governance) के आह्वान से प्रेरित है और अब administrative reforms का अहम हिस्सा बन चुका है।
💰 Rs 4,100 Crore Earned Since Inception
2021 से अब तक, सरकार ने scrap material और obsolete assets की बिक्री से कुल ₹4,100 करोड़ कमाए हैं।
इन पांच संस्करणों के माध्यम से:
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23.62 लाख दफ्तर कवर किए गए,
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166.95 लाख फाइलें हटाई गईं,
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और 928.84 लाख वर्ग फुट जगह खाली की गई।
📉 इस वर्ष के संस्करण में सरकारी कामकाज में pendency घटाने पर भी विशेष ध्यान दिया गया।
📋 Monitoring & Review by Ministers
Cabinet Ministers ने व्यक्तिगत रूप से review meetings कीं और pending files और grievances की disposal की प्रगति की निगरानी की।
🗑️ पिछले महीने डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया था कि सरकार ने e-waste और scrap की disposal से ₹3,296.71 करोड़ की कमाई की है, और 696.27 लाख वर्ग फुट कार्यालय क्षेत्र को productive use में लाया गया है।
🌿 Visible Change in Governance & Sustainability Efforts
Nehru Park, New Delhi में “Special Swachhta Campaign 5.0” के लॉन्च पर बोलते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि यह अभियान governance और public service delivery में visible transformation लाया है।
उन्होंने बताया कि शुरुआती चरणों में ही 12.04 लाख cleanliness sites को साफ किया गया और 137.86 लाख पुरानी फाइलें हटाई गईं।
मंत्री ने DARPG और अन्य विभागों को उनकी सक्रिय भूमिका के लिए सराहा।
इस अवसर पर उन्होंने “Ek Ped Maa Ke Naam” plantation drive और Shramdaan activities में भी भाग लिया, जो अभियान के sustainability और जनभागीदारी के पहलू को मजबूत करते हैं। 🌱
✨ निष्कर्ष | Conclusion:
केंद्र सरकार का यह स्वच्छता अभियान अब केवल cleanliness mission नहीं रहा — यह efficient governance, environmental responsibility और public accountability का प्रतीक बन गया है।
₹800 करोड़ की कमाई और office space के बड़े पैमाने पर उपयोगी पुनर्गठन ने दिखाया है कि “Waste to Wealth” की दिशा में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। 🇮🇳♻️

