बिजनेस रेमेडीज़/नई दिल्ली। बीते दो साल रियल एस्टेट सेक्टर और होम बायर्स के लिए शानदार रहे हैं। इस दौरान रियल एस्टेट में बूम देखा गया और निवेशकों को अच्छा लाभ मिला। अब भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की 4 दिसंबर से शुरू हुई बैठक पर सबकी नजरें हैं। उम्मीद है कि 6 दिसंबर को रेपो रेट में या तो कटौती होगी या इसे स्थिर रखा जाएगा। रॉयटर्स के सर्वे के मुताबिक, विशेषज्ञ मानते हैं कि अक्टूबर में खुदरा मुद्रास्फीति 6 फीसदी से ऊपर जाने के कारण रेपो रेट 6.50 फीसदी पर स्थिर रहेगा।
रेपो रेट और रियल एस्टेट का संबंध रेपो रेट वह दर है, जिस पर बैंकों को RBI से कर्ज मिलता है। अगर यह घटती है, तो होम लोन सस्ते हो जाते हैं, जिससे घर खरीदने की लागत कम होती है और रियल एस्टेट में निवेश बढ़ता है
क्या कहते हैं डेवलपर और एक्सपर्ट?
गौड़ ग्रुप के CMD मनोज गौड़ का कहना है कि अगर RBI रेपो रेट स्थिर रखता है, तो यह खरीदारों और डेवलपर्स के बीच विश्वास बढ़ाएगा। हालांकि किफायती आवास पर ध्यान देने की जरूरत है।
सिग्नेचर ग्लोबल के प्रदीप अग्रवाल ने कहा, RBI की स्थिर नीति वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता प्रदान कर रही है। अगर दरों में कटौती होती है, तो यह मांग बढ़ाने और विकास को गति देने में मदद करेगी।
काउंटी ग्रुप के डायरेक्टर अमित मोदी ने कहा कि दिसंबर तिमाही में दरों में कटौती का फैसला रियल एस्टेट सेक्टर के लिए प्रोत्साहन साबित होगा। होम बायर्स और निवेशकों का उत्साह बढ़ेगा।
SKA ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा ने कहा कि रेपो दर घटने से होम लोन सस्ते होंगे, जिससे किफायती आवास क्षेत्र में मांग बढ़ेगी।
सनड्रीम ग्रुप के CEO हर्ष गुप्ता ने कहा कि रेपो रेट में कटौती से घर खरीदारों को सस्ती ब्याज दरों का लाभ मिलेगा और रियल एस्टेट क्षेत्र को प्रोत्साहन मिलेगा। रहेजा डेवलपर्स के वाइस प्रेसिडेंट मोहित कालिया ने कहा कि ब्याज दरों में कमी से बाजार में स्थिरता आएगी और निवेश बढ़ेगा।
स्पेक्ट्रम मेट्रो के वाइस प्रेसिडेंट अजेंद्र सिंह ने कहा कि अगर CEO दरों में कटौती करता है, तो रियल एस्टेट को मजबूती मिलेगी। ग्रुप 108 के संचित भूटानी ने कहा कि रेपो दर में कटौती विकास को प्रोत्साहन देगी, जिससे रियल एस्टेट क्षेत्र में सकारात्मक माहौल बनेगा।
रॉयल एस्टेट ग्रुप के पीयूष कंसल ने कहा कि पिछले दो वर्षों में स्थिर रेपो रेट ने छोटे शहरों में निवेशकों और खरीदारों की दिलचस्पी बढ़ाई है। ओकस ग्रुप के ष्टरूष्ठ प्रकाश मेहता ने कहा कि रेपो रेट स्थिर रहने से बाजार में स्थिरता आई है। अब दरों में कटौती से रियल एस्टेट और बुनियादी ढांचा क्षेत्र को गति मिलेगी।
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