बिजनेस रेमेडीज। भारत के अग्रणी एक्सचेंज NSE का वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में परिचालन से समेकित राजस्व 4,510 करोड़ रुपये रहा, जो साल-दर-साल आधार पर 51% अधिक है। व्यापार राजस्व के अलावा, संचालन से राजस्व को अन्य राजस्व लाइनों द्वारा भी समर्थित किया गया था जिसमें मुख्य रूप से डेटा सेंटर और कनेक्टिविटी शुल्क, क्लियरिंग सेवाएं, लिस्टिंग सेवाएं, सूचकांक सेवाएं और डेटा सेवाएं शामिल हैं।
NSE ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए समेकित आधार पर 2,567 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया, जो साल-दर-साल आधार पर 39% अधिक है। तिमाही के लिए शुद्ध लाभ मार्जिन 52% था।
समेकित आधार पर, प्रति शेयर आय पहली तिमाही में बढ़कर 51.86 रुपये हो गई, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 37.26 रुपये थी।
Trading volume के मोर्चे पर, नकदी बाजारों में औसत दैनिक कारोबार वॉल्यूम (एडीटीवी) रु.1,22,872 करोड़ (वर्ष-दर-वर्ष 110% अधिक) दर्ज किया गया, जबकि इक्विटी प्यूचर्स एडीटीवी रु.2,09,279 करोड़ (वर्ष-दर-वर्ष 101% अधिक) तक पहुंच गया। और इक्विटी ऑप्शन (प्रीमियम मूल्य) एडीटीवी चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए 71,957 करोड़ रुपये (33% सालाना अधिक) रहे।
Standalone आधार पर एनएसई ने पहली तिमाही के लिए 4,051 करोड़ रुपये की कुल परिचालन आय दर्ज की, जो साल-दर-साल आधार पर 43% की वृद्धि दर्शाती है, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही के लिए 2,833 करोड़ रुपये थी।
NSE ने तिमाही के दौरान एकल आधार पर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कुल 1,762 करोड़ का खर्च उठाया। इन खर्चों का लगभग 49% यानी 862 करोड़ रुपये, सेबी नियामक शुल्क, सेबी की सलाह के अनुसार कोर एसजीएफ में अतिरिक्त योगदान और आईपीएफटी में योगदान के लिए हैं।
NSE ने SEBI की सलाह के अनुसार वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में कोर सेटलमेंट गारंटी फंड कॉर्पस को मौजूदा स्तर से बढ़ाकर 10,500 करोड़ रुपये करने के लिए 587 करोड़ रुपये के अतिरिक्त योगदान का प्रावधान किया है। उपरोक्त योगदान के बाद कोर एसजीएफ का कोष 9,726 करोड़ रुपये होगा।
Operating EBITDA level पर NSE ने, स्टैंडअलोन आधार पर,चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए 59% का EBITDA मार्जिन पोस्ट किया, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह 69% था।
NSE ने पहली तिमाही के लिए 1,960 करोड़ रुपये का स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही के लिए 1,598 करोड़ रुपये था। शुद्ध स्टैंडअलोन लाभ मार्जिन 45% रहा।
NSE ने वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के लिए सरकारी खजाने में 14,003 करोड़ रुपये का योगदान दिया, जिसमें एसटीटी/सीटीटी में 12,054 करोड़ रुपये, आयकर 236 करोड़ रुपये, स्टांप शुल्क 1,018 करोड़ रुपये, जीएसटी 362 करोड़ रुपये और सेबी के 333 करोड़ रुपये शुल्क शामिल थे। 12,054 करोड़ रुपये के एसटीटी में से 63% कैश मार्केट सेगमेंट से और 37% Equity Derivative Segment से है।