Thursday, December 11, 2025 |
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हर महिला की प्रेरणा स्त्रोत भारत कोकिला का जन्म दिवस आज

by Business Remedies
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महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर भारत में राष्ट्रीय महिला दिवस हर वर्ष आज सरोजिनी नायडू के जन्मदिन पर मनाया जाता है। उनका जन्म 13 फरवरी, 1879 को हैदराबाद में हुआ था। नायडू एक सक्रिय भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की नेता थीं और अपने साहित्यिक कार्यों के लिए जानी जाती थीं। खासकर वे देशभक्ति, रूमानियत और गीत जैसे विषयों पर उनकी कविताओं के लिए, जिसके लिए उन्हें भारत कोकिला कहा जाता है। वह बचपन से बुद्धिमान थीं। जब सरोजिनी नायडू 12 साल की थीं, तब से उन्हें कविताएं लिखनी शुरू कर दी थी। बाद में स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया। देश की आजादी और महिलाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष किया। आजादी के बाद सरोजिनी नायडू को पहली महिला राज्यपाल बनने का भी मौका मिला। उनके कार्यों और महिलाओं के अधिकारों के लिए उनकी भूमिका को देखते हुए सरोजिनी नायडू के जन्मदिन के मौके पर राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। जब देश को 1947 में आजादी मिली, तो उत्तर प्रदेश की राज्यपाल बनने का गौरव एक महिला को प्राप्त हुआ। वह महिला सरोजिनी नायडू थी। बाद में वर्ष,2014 में सरोजिनी नायडू की जयंती को राष्ट्रीय महिला दिवस के तौर पर मनाने की शुरुआत की गई। वैसे कई लोगों को राष्ट्रीय महिला दिवस को लेकर भ्रम है कि वह 8 मार्च को होता है, लेकिन 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस होता है। हालांकि भारत में इस दिन को फरवरी में मनाया जाता है। सरोजिनी नायडू से राष्ट्रीय महिला दिवस का गहरा नाता है। सरोजिनी नायडू भारत की प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी व कवयित्री हैं। उन्हें भारत कोकिला यानी नाइटिंगेल ऑफ इंडिया भी कहा जाता है। वैसे तो सरोजिनी नायडू के नाम कई उपलब्धियां हैं लेकिन साहित्यिक योगदान पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। उन्होंने कई कविताएं लिखी, कुछ कविताएं तो पाठ्यक्रम में शामिल की गईं है,क्योंकि वह बहुत ही मधुर स्वर में अपनी कविताओं का पाठ किया करती थीं। वहीं ब्रिटिश सरकार के खिलाफ देश को आजादी दिलाने के लिए हुए स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है। वह हर महिला के लिए प्रेरणा स्त्रोत है।



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