भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। उनका जीवन उपलब्धियों से भरा रहा है। डॉ. मनमोहन सिंह का नाम भारतीय राजनीति और अर्थशास्त्र में बहुत सम्मान के साथ लिया जाता है। उन्हें भारत के आर्थिक सुधारों के वास्तुकार के रूप में भी जाना जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि जब देश की अर्थव्यवस्था डूबने के कगार पर थी, जब मनमोहन के फैसले ने भारत की तस्वीर बदलने में मदद की थी। वित्त मंत्री से लेकर प्रधानमंत्री के कार्यकाल तक डॉ. मनमोहन सिंह ने आर्थिक उदारीकरण से लेकर न्यूक्लियर डील तक कई फैसले लिए, जिसने देश को प्रगति का पथ दिया। मनमोहन सिंह ने नरसिम्हा राव के कैबिनेट में वित्त मंत्री के रूप में ऐसे कई फैसले लिए, जिन्होंने भारत के आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य को बदलने में मदद की है। वित्त मंत्री के तौर पर डॉ. मनमोहन सिंह ने वर्ष, 1991 से 1996 तक अपनी सेवाएं दी हैं। इस दौरान मनमोहन सिंह ने आर्थिक उदारीकरण का फैसला लिया। आजादी के बाद से वर्ष,1991 में भारत ने सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना किया था। 1990-91 में खाड़ी युद्ध के दौरान तेल की कीमतें बढ़ गई थीं और विदेशों में काम करने वाले भारतीयों में भी गिरावट आ गई थी, जिसकी वजह से भारत के पास फॉरेक्स की कमी हो गई थी। उस समय भारत के पास फॉरेक्स केवल 15 दिन का ही बचा था और देश की अर्थव्यवस्था डूबने की कगार पर आ गई थी। भारत को कई शर्तों पर आईएमएफ ने आर्थिक सहायता दी। लेकिन, परिणामस्वरूप देश को आर्थिक सुधारों में बदलाव करना पड़ा और लाइसेंस राज को खत्म करना पड़ा। इस समय डॉ. मनमोहन सिंह का बतौर वित्त मंत्री बड़ा बड़ा रोल रहा। मनमोहन सिंह ने लाइसेंस राज को खत्म किया और विदेशी निवेश के दरवाजों को भी खोला। विदेशी निवेश के लिए दरवाजे खुलने के बाद देश में कई बड़ी प्राइवेट कंपनियों ने निवेश किया और भारत की आर्थिक हालात में सुधार आया। डॉ. मनमोहन सिंह ने वित्त मंत्री के कार्यकाल के दौरान वर्ष,1991 में भुगतान संतुलन के संकट को दूर करने के लिए भारतीय रुपए का मूल्य कम कर दिया था। इस फैसले का यह प्रभाव पड़ा कि एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी हुई और देश के फॉरन रिजर्व भी बेहतर हुए। डॉ. मनमोहन सिंह ने वर्ष, 2004 में देश के प्रधानमंत्री का पद संभाला था। ऐसे आर्थिक सुधारों के वास्तुकार को बिजनेस रेमेडीज टीम की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि।
भारत के आर्थिक सुधारों के वास्तुकार थे डॉ. मनमोहन सिंह
65