बिजनेस रेमेडीज। Vedanta Limited ने वित्तीय वर्ष 26 की दूसरी तिमाही के लिए अपने उत्पादन के परिणामों की घोषणा की है। कंपनी ने अपने मुख्य कारोबारों में रिकॉर्ड परफोर्मेन्स देते हुए क्रिटिकल मिनरल्स, ट्रांज़िशन मैटल्स, एनर्जी एवं टेक्नोलॉजी में लीडर के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत बना लिया है। इस तिमाही में कंपनी ने एलुमिनियम, एलुमिना, ज़िंक एवं पिग आयरन के उत्पादन में नए रिकॉर्ड बनाए हैं, साथ ही अतिरिक्त विद्युत क्षमता की सफल शुरूआत भी की है।
कंपनी ने अब तक का अधिकतम त्रैमासिक एवं अर्द्धवार्षिक एलुमिना उत्पादन-653 KT दर्ज किया है, इस दृष्टि से कंपनी ने 31 फीसदी सालाना की बढ़ोतरी दर्ज की है। ये आंकड़े लांजीगढ़ रिफाइनरी में निरंतर सुधार को दर्शाते हैं। एलुमिनियम उत्पादन ने भी इस तिमाही में 617 KT का नया रिकॉर्ड बनाया है। ये सभी उपलब्धियां इसके सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक में वेदांता के पैमाने तथा कार्यान्वयन को इंगित करती हैं।
ज़िंक इंडिया में खानों से निकले मैटल का उत्पादन भी दूसरी तिमाही में अब तक के अधिकतम स्तर 258 KT पर पहुंच गया है, जो भूमिगत संचालन में कंपनी की क्षमता की पुष्टि करता है। जिं़क इंटरनेशनल ने भी 60 KT खनित धातु उत्पादन के साथ शानदार परफोर्मेन्स दिया है, जहां उंचे वॉल्युम और ग्रेड के चलते कंपनी ने 38 फीसदी सालाना की बढ़ोतरी दर्ज की है।
पिग आयरन की बात करें तो पिछले साल की समान अवधि के तुलना में इस तिमाही 26 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज करते हुए रिकॉर्ड उत्पादन हुआ। इसके अलावा मीनाक्षी फेज़ 2 (700 मेगावॉट) और एथेना युनिट 1 (600 मेगावॉट) के साथ नई उत्पादन क्षमता भी शामिल की गई है। ये सभी परिसम्पत्तियां अब पूरी तरह से संचालन शुरू कर चुकी हैं, जिससे कंपनी के ऊर्जा गहन संचालन में भरोसेमंद आपूर्ति सुनिश्चित हुई है।
कई कारोबारों में रिकॉर्ड तोड़ परफोर्मेन्स और विस्तारित विद्युत क्षमता के साथ वित्तीय वर्ष 26 की दूसरी तिमाही के परिणाम, संचालन की उत्कृष्टता एवं विकास पर वेदांता के फोकस को दर्शाते हैं। साथ ही ओद्यौगिक विकास और विश्वस्तरीय उर्जा रूपान्तरण के लिए महत्वपूर्ण संसाधनों के मुख्य आपूर्तिकर्ता के रूप में इसकी भूमिका को उजागर भी करते हैं।
