बिजऩेस रेमेडीज/नई दिल्ली
इस साल रबी फसलों की बोआई में बढ़ोतरी देखी जा रही है। दलहन, अनाज का रकबा पिछले साल की तुलना में अधिक है, जबकि तिलहन फसलों की बोआई अब तक पिछले साल से कम चल रही है। रबी सीजन की सबसे बड़ी फसल गेहूं के रकबा में पिछले साल की तुलना में वृद्धि दर्ज की गई है।
अब तक इतनी हुई रबी फसलों की बोआई : कृषि व किसान कल्याण विभाग के मुताबिक 9 दिसंबर तक 493.62 लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की बोआई हो चुकी है, पिछली समान अवधि में यह आंकड़ा 486.30 लाख हेक्टेयर था। इस तरह इस साल अब रबी फसलों के रकबा में करीब 1.5 फीसदी इजाफा हुआ है। इस साल अब तक रबी सीजन की सबसे बड़ी फसल गेहूं का रकबा 239.49 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया, यह पिछली समान अवधि के रकबा 234.15 लाख हेक्टेयर से 2.28 फीसदी अधिक है।
इतना रहा दलहन फसलों का रकबा : सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक 120.65 लाख हेक्टेयर में दलहन फसलें बोई जा चुकी हैं, जो पिछले समान अवधि में 115.70 लाख हेक्टेयर में बोई गईं दलहन फसलों से 4.27 फीसदी ज्यादा हैं। इस सीजन की प्रमुख दलहन चना का रकबा 86 लाख हेक्टेयर दर्ज किया, जो इसी अवधि में पिछले साल के रकबा 80.35 लाख हेक्टेयर से 7 फीसदी अधिक है। इस साल अब तक मसूर का रकबा 0.17 फीसदी बढक़र 14.75 लाख हेक्टेयर, जबकि मटर का आधा फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 8.09 लाख हेक्टेयर रहा। उड़द, मूंग और कुल्थी की बोआई में भी कमी देखने को मिली है।
तिलहन फसलों की बोआई में इतनी आई कमी : भले ही रबी फसलों की कुल बोआई बढ़ी हो। लेकिन इस साल अब तक तिलहन फसलों की बोआई में कमी देखने को मिल रही है। इस साल 9 दिसंबर तक तिलहन फसलों का रकबा 86.52 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया, जो पिछले साल इसी अवधि के रकबा 90.45 लाख हेक्टेयर से कम है। इस दौरान प्रमुख तिलहन फसल सरसों का रकबा पिछले साल 84.70 लाख हेक्टेयर से 4.28 फीसदी गिरकर 81.07 लाख हेक्टेयर रह गया। मूंगफली का रकबा भी करीब 8 फीसदी घटकर 2.31 लाख हेक्टेयर रह गया। इसक साथ ही अलसी, तिल के रकबा में भी गिरावट आई है। हालांकि कुसुम व सूरजमुखी की बोआई में इजाफा हुआ है।
मोटे अनाजों की इतनी हुई बोआई : इस साल अन्न श्री व मोटे अनाजों की बोआई में बढ़ोतरी देखी जा रही है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 9 दिसंबर तक 35.77 लाख हेक्टेयर में इन अनाजों की बोआई हो चुकी है, जो पिछले साल इस अवधि में 35.08 लाख हेक्टेयर में हुई इन अनाजों की बोआई से ज्यादा है। इस साल इस दौरान ज्वार का रकबा पिछले साल 18.32 लाख से बढक़र 19.38 लाख हेक्टेयर हो गया। मक्का का रकबा भी मामूली बढक़र 10.07 लाख हेक्टेयर हो गया। हालांकि जौ का रकबा करीब 8 फीसदी घटकर 5.65 लाख हेक्टेयर रह गया।
इस साल Rabi fasalo की बोआई में बढ़ोतरी, Dalhan, अनाज का रकबा पिछले साल की तुलना में अधिक
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