बिजनेस रेमेडीज/नई दिल्ली (आईएएनएस)। देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बढऩे के कारण अगले पांच वर्षों में प्रति व्यक्तिआय कम से कम 2,000 डॉलर बढ़ेगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से यह बयान दिया गया।
वित्त मंत्री ने कहा कि भारत को प्रति व्यक्ति आय 2,730 डॉलर करने में 75 वर्ष का समय लगा है, लेकिन अगली छलांग तेज होने की उम्मीद है। इसकी वजह देश में निवेश का बढऩा और सरकार द्वारा नीतिगत सुधारों को जारी रखना है। वित्त मंत्रालय द्वारा परिकल्पित और इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक ग्रोथ (आईईजी) द्वारा आयोजित कौटिल्य इकोनॉमिक कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि देश के पास डेमोग्राफिक डिविडेंड है और 43 प्रतिशत जनसंख्या 24 साल के कम की है, जिसके कारण भारत में खपत तेजी से बढ़ रही है। हम अन्य देशों की अपेक्षा काफी अच्छा कर रहे हैं। इसमें विकसित देश भी शामिल है। वित्त मंत्री ने आगे कहा कि आज के समय में उन देशों के लिए अर्थव्यवस्था को बढऩा मुश्किल हो रहा है। वहीं, हमारे देश की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है और दुनिया की सबसे तेजी अर्थव्यवस्था बनी हुई है।
नीति आयोग के एक दस्तावेज के मुताबिक, भारत की अर्थव्यवस्था 2047 तक बढक़र 30 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी और इस दौरान प्रति व्यक्तिआय 18,000 डॉलर होने का अनुमान है। भारत जल्द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है और 2032 जीडीपी के 10 ट्रिलियन डॉलर पहुंचने का अनुमान है। आने वाले वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था में हर 1.5 वर्ष में एक ट्रिलियन डॉलर का इजाफा होगा। वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की जीडीपी 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी। 2024-25 में इसके 7.2 प्रतिशत की दर से बढऩे का अनुमान है