Thursday, October 30, 2025 |
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सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का वार्षिक राजस्व दो वर्षों में 1.4 लाख करोड़ रुपए होने का अनुमान: गडकरी

by Business Remedies
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नई दिल्ली, 28 अक्टूबर। केंद्रीय मंत्री Nitin Gadkari ने मंगलवार को कहा कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का Annual Revenue दो वर्षों के भीतर बढ़कर 1.4 लाख करोड़ रुपए पहुंचने का अनुमान है, जो कि वर्तमान में 55,000 करोड़ रुपए है। यह इस क्षेत्र की अपार Growth Potential को दर्शाता है।

Gadkari ने राष्ट्रीय राजधानी में “Smart सड़कों का भविष्य – सुरक्षा, स्थायित्व और मजबूती” विषय पर CII के National Conference को संबोधित करते हुए कहा, “Infrastructure जन-केंद्रित होना चाहिए, जिससे नागरिकों को Comfort और Convenience सुनिश्चित हो। इसके लिए देश भर में 670 सड़कों के किनारे सुविधाएं विकसित की गई हैं।”

Gadkari ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री Narendra Modi के 2027 तक India को Five Trillion Dollar की Economy बनाने के Vision के तहत, World Class Infrastructure Development एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

उन्होंने कहा कि सड़क और Transport Sector देश भर में Economic Growth, Investment और Employment Generation के अपार अवसर प्रदान करता है।

Gadkari ने कहा कि Cabinet में 2027 के लिए एक व्यापक Infrastructure Planning पर चर्चा की गई, जिसमें सड़क निर्माण में 80 लाख टन Plastic Waste के उपयोग और सड़क निर्माण के लिए Water Treatment Plants से निकलने वाले Treated Water के Reuse जैसी Sustainable Initiatives शामिल हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “25,000 किलोमीटर लंबे Two-Lane Highways को Four-Lane में बदलने का काम चल रहा है, जबकि 2 लाख करोड़ रुपए का Port Connectivity Program सभी प्रमुख Ports को National Highways से जोड़ रहा है।”

उन्होंने आगे कहा कि बेहतर Road Connectivity देश के कई हिस्सों में Religious Tourism और Adventure Sports को बढ़ावा दे रहा है।

उन्होंने कहा कि Infrastructure में निवेश किया गया प्रत्येक रुपया तीन रुपए की Economic Activity पैदा करता है, जो इसके मजबूत Multiplier Effect को दर्शाता है।

इस क्षेत्र के Economic Importance के बारे में बताते हुए, Gadkari ने कहा कि India में 80% Freight Traffic Road के माध्यम से होता है, जबकि 1% Air Routes से और 18% अन्य साधनों से होता है। बेहतर Road Infrastructure के साथ, Logistics और Fuel Cost घटकर Single Digit स्तर पर आ जाने की उम्मीद है।



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