बिजनेस रेमेडीज़। भारत के सबसे बड़े डिजिटल हेल्थकेयर प्लेटफॉर्म, मेडीबडी ने आज इंडिया हेल्थ केयर कोलैबोरेटर्स (आईएचसीसी) के लॉन्च की घोषणा की। यह एक नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म है, जिसमें सभी हितधारक- बीमा कंपनियां, इंटरमीडियरी और सेवा प्रदाता- प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल के लिए धोखाधड़ी-रोधी कैशलेस नेटवर्क पहुंच को बेहतर बनाने के लिए साथ मिलकर काम करते हैं। बडीकेयर नामक इस प्लेटफॉर्म का उद्देश्य है, देश के ‘2047 तक सभी के लिए बीमा’ के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को आगे बढ़ाना और स्वास्थ्य सेवा की आपूर्ति को आगामी बीमा संशोधन विधेयक जैसे नवोन्मेष और नियामकीय बदलाव के अनुरूप बनाना।
बडीकेयर बीमाकर्ताओं के लिए एक प्लग-एंड-प्ले समाधान है, जिसमें व्यापक प्री-पॉलिसी इशुएंस सेवाएं और वास्तविक समय पर जोखिम आंकने की क्षमता से लेकर स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पोस्ट-पॉलिसी सेवा की आपूर्ति शामिल है। मेडीबडी ने बीमा कंपनियों के साथ रणनीतिक साझेदारी के जरिए, जोखिम प्रबंधन के लिए परिष्कृत खुफिया ढांचे तैयार किए हैं, जिससे बीमाकर्ता धोखाधड़ी-रोधी आउटपेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) प्रणाली के साथ सहजता से जुड़ सकते हैं। यह एकीकृत दृष्टिकोण देश भर में स्वास्थ्य सेवाओं की आपूर्ति और उन तक पहुंचने के तरीके में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है और साथ ही बीमा कंपनियों के लिए जोखिमों के टेक्नोलॉजी-संचालित प्रबंधन में मदद करता है।
इस परिवर्तनकारी प्लेटफॉर्म के मूल में स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों का एक मज़बूत नेटवर्क, अत्याधुनिक तकनीकी समाधान और एक अभूतपूर्व सहयोगी दृष्टिकोण है। मेडीबडी ने देश भर में एक लाख से अधिक डॉक्टरों को शामिल किया है। इससे व्यापक स्वास्थ्य सेवा परितंत्र बना है, जो निर्बाध, कैशलेस सेवाओं का वादा करता है। यह स्वास्थ्य सेवा की आपूर्ति में पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करने के लिए ‘शरलॉक’ धोखाधड़ी पहचान प्रणाली जैसे उन्नत टूल का भी इस्तेमाल करता है।
मेडीबडी के तीन प्रमुख तत्व जो इसे विशिष्ट बनाते हैं।
1. एकीकृत बीमा परितंत्र: यह अपनी तरह का पहला प्लेटफॉर्म जो कई बीमा श्रेणियों—जीवन, स्वास्थ्य और वेलनेस—को एक सहज समाधान में इक_ा पेश करता है।
2. व्यापक नेटवर्क पहुंच: शहरी और ग्रामीण भारत में सेवा प्रदान करने वाले 100,000 से अधिक स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के विशाल नेटवर्क का लाभ उठाता है।
3. नवोन्मेषी प्रौद्योगिकी समाधान: इसमें अग्रणी एआई-संचालित टूल और जोखिम प्रबंधन प्रणाली है, जो स्वास्थ्य सेवा की आपूर्ति को आगे बढ़ाती हैं।
मेडीबडी के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी, सतीश कन्नन ने कहा कि भारत में आईएचसीसी का शुभारंभ, स्वास्थ्य सेवा आपूर्ति को पुनर्परिभाषित करने की हमारी कोशिश की दिशा में उल्लेखनीय उपलब्धि है। नवोन्मेष, सहयोग और गुणवत्ता के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता को एक साथ लाकर, हम एक ऐसे भविष्य की नींव रख रहे हैं जहां स्वास्थ्य सेवा सार्वभौमिक रूप से सुलभ, कैशलेस और बीमा के साथ सहज रूप से एकीकृत होगी। यह पहल केवल आज की चुनौतियों का समाधान करने से जुड़ी नहीं है, बल्कि यह एक लचीला और समावेशी परितंत्र बनाने की कोशिश है जो हर व्यक्ति के स्वास्थ्य और कल्याण में मदद करे और ‘2047 तक सभी के लिए बीमा’ के राष्ट्रीय दृष्टिकोण के साथ अनुरूप हो।
यह प्लेटफॉर्म एक समग्र सेवा मॉडल पेश करता है जो इसे विशिष्ट बनाता है और यह पारंपरिक बीमा पेशकशों से परे है। चिकित्सा परामर्श और निदान से लेकर दवा की आपूर्ति और कन्सीयर्ज सहायता तक, आईएचसीसी एक संपूर्ण समाधान प्रदान करता है, जो आधुनिक स्वास्थ्य सेवा उपभोक्ताओं की बहुमुखी जरूरतों को पूरा करता है। मेडीबडी ने स्वास्थ्य सेवा की वैश्विक प्रकृति को पहचानते हुए, प्रवासी भारतीय (एनआरआई) ग्राहकों की मदद के लिए अपनी सेवाओं का रणनीतिक रूप से विस्तार किया है, जो समावेशी स्वास्थ्य सेवा समाधानों के लिए दूरदर्शी दृष्टिकोण का प्रदर्शन करता है।
मेडीबडी ने लॉन्च किया हेल्थ केयर कोलैबोरेटर्स (आईएचसीसी)
यह प्लेटफॉर्म भारत में स्वास्थ्य सेवा तक लोगों की पहुंच को बढ़ाने के लिए विभिन्न किस्म के हितधारकों को साथ लाता है
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