Monday, December 8, 2025 |
Home » IndiQube ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में ₹28 करोड़ का लाभ दर्ज किया

IndiQube ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में ₹28 करोड़ का लाभ दर्ज किया

by Business Remedies
0 comments

जयपुर, 12 नवंबर 2025। भारत के अग्रणी tech-enabled workspace solutions providers में से एक, IndiQube Spaces Limited ने 30 सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही और अर्धवार्षिक अवधि के वित्तीय परिणाम घोषित किए हैं।

IndiQube Spaces Limited के सह-संस्थापक एवं CEO ऋषि दास ने कहा, “वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में हमने ₹668 करोड़ का अपना अब तक का सर्वाधिक अर्धवार्षिक राजस्व दर्ज किया है, जिससे हमारी वृद्धि की गति और मजबूत हुई है। इस राजस्व का 96 प्रतिशत आवर्ती (recurring) है, और परिचालन नकदी प्रवाह (operating cash flow) बढ़कर ₹151 करोड़ हो गया है, जो हमें भविष्य के विकास के लिए ठोस आधार प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही के लिए हमारा कर पश्चात लाभ (PAT) ₹28 करोड़ तक पहुंच गया है, जो एक लाभदायक और लचीला व्यवसाय बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस तिमाही में 21 प्रतिशत के मजबूत EBITDA margin के साथ, हम अपने मार्जिन में निरंतर सुधार देख रहे हैं और वर्ष की दूसरी छमाही में मजबूत समापन की उम्मीद करते हैं।”

सह-संस्थापक मेघना अग्रवाल ने कहा, “इस तिमाही में हमने कुछ उल्लेखनीय माइलस्टोन्स हासिल किए हैं — इनमें दुनिया के सबसे बड़े एसेट मैनेजर के लिए बैंगलुरु में 1.4 लाख sq. ft. का वर्कस्पेस लीज साइन-अप और भारत की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों में से एक के लिए हैदराबाद में 68,000 sq. ft. का डिज़ाइन और कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट शामिल है। इस तरह के सौदे IndiQube को बड़े उद्यमों के लिए पसंदीदा वर्कस्पेस पार्टनर के रूप में स्थापित करते हैं। हम वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही को पोर्टफोलियो स्तर पर 87% occupancy के साथ पूरा करने पर भी उत्साहित हैं। 16 शहरों में सक्रिय उपस्थिति और इस तिमाही में इंदौर की एंट्री हमें एक रोमांचक दूसरी छमाही के लिए तैयार करती है।”

कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में ₹6.9 करोड़ के चालू कर व्यय (current tax expense) के साथ मजबूत परिचालन प्रदर्शन दर्ज किया। हालांकि, Indian Accounting Standards (Ind AS) के अनुसार रिपोर्टिंग में कंपनी ने एक नाममात्र घाटा (nominal loss) दर्ज किया, जो मुख्य रूप से Ind AS accounting adjustments के कारण है।

Ind AS रिपोर्टिंग के तहत, कंपनी ने 59% (₹208 करोड़) का EBITDA margin और ₹30 करोड़ का शुद्ध घाटा (net loss) दर्ज किया।

Ind AS और IGAAP-equivalent रिपोर्टिंग के बीच का अंतर मुख्यतः गैर-नकद लेखांकन प्रभावों से उत्पन्न होता है, जो Ind AS 116 के कारण हैं — जैसे कि Right-of-Use (ROU) assets पर मूल्यह्रास (depreciation) और पट्टा देनदारियों (lease liabilities) पर ब्याज।



You may also like

Leave a Comment