ICICI Lombard का ग्रॉस डायरेक्ट प्रीमियम इनकम (जीडीपीआई) वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही (H1 FY2025) में सालाना आधार पर 15.5 फीसदी बढ़कर 144.09 बिलियन (14409 करोड़ रुपये) रही है, जबकि वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही (H1 FY2024) में यह 124.72 बिलियन (12472 करोड़ रुपये) थी। यह इंडस्ट्री की ग्रोथ 7 फीसदी से अधिक है। वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में फसल और जन स्वास्थ्य को छोड़कर, कंपनी की जीडीपीआई ग्रोथ 15 फीसदी रही, जो इसी दौरान इंडस्ट्री की ग्रोथ 10.9 फीसदी से अधिक है।
कंपनी की जीडीपीआई वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 10.4 फीसदी बढ़कर 67.21 बिलियन रुपये (6721 करोड़ रुपये) रही, जबकि वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में यह 60.86 बिलियन रुपये (6086 करोड़ रुपये) थी। यह ग्रोथ इस मामले में इंडस्ट्री की 2 फीसदी ग्रोथ से अधिक है। वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में फसल और जन स्वास्थ्य को छोड़कर, कंपनी की जीडीपीआई ग्रोथ 9.4 फीसदी रही, जो इसी दौरान इंडस्ट्री की ग्रोथ 6.9 फीसदी से अधिक है।
वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही के लिए कंपनी का कंबाइंड रेश्यो 103.2 फीसदी रहा, जबकि वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही के लिए यह 103.8 फीसदी था। वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में 0.94 बिलियन रुपये (94 करोड़ रुपये) और वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में 0.83 बिलियन रुपये (83 करोड़ रुपये) के कैट घाटे के प्रभाव को छोड़कर, कंबाइंड रेश्यो 102.2 फीसदी और 102.7 फीसदी था।
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में कंबाइंड रेश्यो 104.5 फीसदी रहा है, जबकि वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में यह 103.9 फीसदी था। वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में 0.94 बिलियन रुपये (94 करोड़ रुपये) और वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में 0.48 बिलियन रुपये (48 करोड़ रुपये) के CAT घाटे के प्रभाव को छोड़कर, कंबाइंड रेश्यो 102.6 फीसदी और 102.8 फीसदी रहा।
प्रॉफिट बिफोर टैक्स यानी कर पूर्व लाभ (पीबीटी -PBT) वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में 31.9 फीसदी बढ़कर 16.93 बिलियन रुपये (1693 करोड़ रुपये) हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में यह 12.84 बिलियन रुपये (1284 करोड़ रुपये) था। वहीं तिमाही की बात करें तो वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में पीबीटी 20.3 फीसदी बढ़कर 9.19 बिलियन रुपये (919 करोड़ रुपये) हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में यह 7.64 बिलियन रुपये (764 करोड़ रुपये) था।
वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में कैपिटल गेंस 5.21 बिलियन रुपये (521 करोड़ रुपये) रहा, जबकि वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में कैपिटल गेंस 2.87 बिलियन रुपये (287 करोड़ रुपये) था। वहीं तिमाही की बात करें तो वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में कैपिटल गेंस 2.37 बिलियन रुपये (237 करोड़ रुपये) रहा, जो वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में 1.65 बिलियन (165 करोड़ रुपये) रुपये था।
आईसीआईसीआई लोम्बार्ड का प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (पीएटी – PAT) वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में 31.7 फीसदी बढ़कर 12.74 बिलियन रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में यह 9.68 बिलियन रुपये (968 करोड़ रुपये) था। वहीं तिमाही की बात करें तो वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में PAT 20.2 फीसदी बढ़कर 6.94 बिलियन रुपये (694 करोड़ रुपये) हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में यह 5.77 बिलियन रुपये (577 करोड़ रुपये) था।
रिटर्न ऑन एवरेज इक्विटी (आरओएई) वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में 20.3 फीसदी था, जबकि वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में यह 18 फीसदी था। वहीं तिमाही की बात करें तो वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में आरओएई 21.8 फीसदी था, जबकि वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में यह 21.1 फीसदी था।
सॉल्वेंसी रेश्यो 30 सितंबर, 2024 को 2.65x था, जबकि 30 जून, 2024 को यह 2.56x था। यह 1.50x की न्यूनतम रेगुलेटरी (नियामक) आवश्यकता से अधिक था। 31 मार्च, 2024 को सॉल्वेंसी रेश्यो 2.62x था।
कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही के लिए 5.50 रुपये प्रति शेयर इंटरिम डिविडेंड देने का ऐलान किया है। जबकि कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में 5 रुपये प्रति शेयर इंटरिम डिविडेंड दिया था।