बिजनेस रेमेडीज/जयपुर। जयपुर आधारित ‘Agarwal Toughened Glass India Limited’ toughened glass बनाने वाली देश की प्रमुख कंपनी है। कंपनी द्वारा मौजूदा विनिर्माण इकाई के लिए मशीनरी खरीदने, कुछ उधारों का पुनर्भुगतान, वृद्धिशील कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए और सामान्य कॉर्पोरेट व्यय की पूर्ति हेतु एनएसई इमर्ज प्लेटफार्म पर आईपीओ लाया जा रहा है। बिजनेस रेमेडीज की टीम द्वारा कंपनी के रेड हेरिंग प्रोस्पेक्ट्स से कंपनी की कारोबारी गतिविधियों के संबंध में जानकारी हासिल की गई है।
यह करती है कंपनी: हम एक ऐसी कंपनी हैं जो विभिन्न प्रकार के ग्लास को संसाधित करके टफन्ड ग्लास, लेमिनेशन ग्लास, डीजीयू ग्लास आदि ग्लास बनाती है। यह भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा निर्धारित गुणवत्ता मानदंडों को पूरा करने वाले टफन्ड ग्लास रेंज पर काम करता है। (बीआईएस) का उपयोग आईएसआई लेबल के साथ किया जाएगा। अग्रवाल टफन्ड ग्लास इंडिया लिमिटेड की भारतीय बाजार में एक मजबूत ब्रांड उपस्थिति है। हम एक ऐसी कंपनी हैं जो कई प्रकार के ग्लास को संसाधित करके कठोर ग्लास का उत्पादन करती है। हम अपने कठोर मूल्यवर्धित ग्लासों के लिए मोटाई और आकार के विकल्पों की एक श्रृंखला प्रदान करते हैं। फ्लोट ग्लास को संसाधित करने से कठोर मूल्यवर्धन ग्लास प्राप्त होते हैं। टफन्ड ग्लास के निर्माण के बाद, विभिन्न प्रकार के ग्लास का उत्पादन किया जाता है, जिसमें लेमिनेटेड, फ्रॉस्टेड, टिंटेड, रिफ्लेक्टिंग, क्लियर और डबल-ग्लेज़्ड टफन्ड ग्लास शामिल हैं। टफन्ड ग्लास का उपयोग इसकी मजबूती और सुरक्षा के कारण कई मांग वाले अनुप्रयोगों में किया जाता है, जैसे उपयोग अक्सर आवासीय और वाणिज्यिक अपार्टमेंट, होटल, अस्पतालों, हवाई अड्डों, शॉपिंग सेंटरों, सीढय़िों और अन्य वास्तुशिल्प तत्वों वाली इमारतों में डिवाइडर के रूप में किया जाता है। भारतीय बाजारों में अच्छी ब्रांड उपस्थिति, अनुभवी प्रबंधन, ग्राहकों के साथ दीर्घकालिक संबंध, क्वालिटी पर निरंतर फोकस और सुदृढ़ जोखिम प्रबंधन कंपनी के प्रमुख शक्ति हैं। 30 सितंबर, 2024 तक, कंपनी में 207 कर्मचारी कार्यरत थे, जिनमें निदेशक, प्रशासनिक, सचिवीय, विपणन और लेखा कर्मचारी शामिल हैं।
प्रवर्तकों का अनुभव
47 वर्षीया अनीता अग्रवाल कंपनी की प्रमोटर, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं। कला में स्नातक की डिग्री हासिल करने के लिए उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। वे मैसर्स अग्रवाल फूड्स एंड बेवरेजेज की मालिक हैं और स्वामित्व के प्रबंधन प्रभाग की देखरेख के लिए जिम्मेदार हैं। उनके पास कांच उद्योग में एक दशक से अधिक का अनुभव है और वे 28 सितंबर, 2022 से और 6 मार्च, 2023 से प्रबंध निदेशक के रूप में कंपनी से जुड़ी हुई हैं। वे कंपनी के संचालन के साथ व्यापार रणनीति, विनिर्माण, संबंधों, मानव संसाधनों को आकार देने और एक मजबूत संगठनात्मक संस्कृति विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
47 वर्षीय महेश कुमार अग्रवाल कंपनी के प्रमोटर और कार्यकारी निदेशकों हैं। उन्होंने रांची यूनिवर्सिटी से कॉमर्स में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। वर्तमान में, वे निदेशक के रूप में अग्रवाल फ्लोट ग्लास इंडिया लिमिटेड से जुड़े हुए हैं और अग्रवाल फॉर्च्यून इंडिया लिमिटेड में प्रबंध निदेशक के पद पर हैं। उनके पास शेयरों और प्रतिभूतियों में निवेश करने और व्यापार करने का तीन दशकों से अधिक का अनुभव है और कांच उद्योग में पंद्रह वर्षों से अधिक का अनुभव है। वे निगमन के बाद से कंपनी से जुड़े हुए हैं।
50 वर्षीय उमा शंकर अग्रवाल कंपनी के प्रमोटरों और गैर-कार्यकारी निदेशकों में से एक हैं। उन्होंने रांची यूनिवर्सिटी से कॉमर्स में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। वे कंपनी के ग्राहक संबंधों और खरीद पक्ष की देखभाल करते हैं। उनके पास ग्लास उद्योग में पंद्रह वर्षों से अधिक का अनुभव है और वे निगमन के बाद से कंपनी से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा, वे अग्रवाल फ्लोट ग्लास इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में भी जुड़े हुए हैं।
42 वर्षीया शारदा अग्रवाल कंपनी के प्रमोटरों में से एक हैं। उन्होंने कला में स्नातक की डिग्री हासिल करने के लिए राजस्थान विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। वर्तमान में, वे निदेशक के रूप में अग्रवाल फ्लोट ग्लास इंडिया लिमिटेड और अग्रवाल फॉर्च्यून इंडिया लिमिटेड से जुड़ी हुई हैं। वे मैसर्स हार्दिक ग्लास की एकमात्र मालिक हैं। उन्हें कांच उद्योग में सात साल का अनुभव है।
वित्तीय प्रदर्शन: वित्त वर्ष 2022 में कंपनी ने 34.71 करोड़ रुपए का राजस्व एवं 50.18 लाख रुपए का कर पश्चात शुद्ध लाभ, वित्त वर्ष 2023 में कंपनी ने 40.60 करोड़ रुपए का राजस्व एवं 96.97 लाख रुपए का कर पश्चात शुद्ध लाभ और वित्त वर्ष 2024 में कंपनी ने 40.50 करोड़ रुपए का राजस्व एवं 8.68 करोड़ रुपए का कर पश्चात शुद्ध लाभ अर्जित किया है। वित्त वर्ष 2025 में 30 सितंबर 2024 को समाप्त अवधि में कंपनी ने 23.49 करोड़ रुपए का राजस्व और 4.53 करोड़ रुपए का कर पश्चात शुद्ध लाभ अर्जित किया है। वित्तीय परिणामों से स्पष्ट है कि कंपनी अच्छे मार्जिन पर कारोबार कर रही है। वित्त वर्ष 202४-२५ में 30 सितंबर 2024 को समाप्त अवधि में कंपनी का कर पश्चात शुद्ध लाभ मार्जिन 20.37 फीसदी दर्ज किया गया है। वार्षिक ईपीएस 7.31 रुपए के आधार पर कंपनी का आईपीओ 14.77 के पीई मल्टीपल पर आ रहा है। वित्त वर्ष 2025 में 30 सितंबर 2024 को समाप्त अवधि तक कंपनी की असेट्स 57.07 करोड़ रुपए, नेटवर्थ 20.84 करोड़ रुपए, रिजर्व एंड सरप्लस 8.94 करोड़ रुपए और कुल कर्ज 30.55 करोड़ रुपए दर्ज किया गया है। कंपनी का कर्ज इक्विटी रेश्यो 1.47 फीसदी है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि कंपनी पर कर्ज़ भार अधिक नहीं है।
मर्चेंट बैंकर की टिप्पणी: “ क्युमुलेटिव कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक और निदेशक स्वप्निलसागर वि_लानी ने कहा, “हमारा मानना है कि यह आईपीओ कंपनी को सभी भौगोलिक क्षेत्रों में बढऩे और विस्तार करने के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करेगा। अग्रवाल टफन्ड ग्लास इंडिया लिमिटेड के पास एक स्पष्ट रणनीति, ठोस व्यवसाय मॉडल है। एक अनुभवी टीम, जो कंपनी को भविष्य में सभी सकारात्मक परिणामों के लिए तैयार करती है
आईपीओ के संबंध में जानकारी: ‘अग्रवाल टफन्ड ग्लास इंडिया लिमिटेड’ का आईपीओ एनएसई इमर्ज प्लेटफार्म पर 28 नवंबर को खुलकर 2 दिसंबर 2024 को बंद होगा। कंपनी द्वारा बुक बिल्ट इश्यू प्रणाली से 10 रुपए फेसवैल्यू के ५७,९९,६०० शेयर 105 रुपए से 108 रुपए प्रति शेयर के भाव पर जारी कर 62.64 करोड़ रुपए जुटाए जा रहे हैं। आईपीओ का मार्केट लॉट साइज 1200 शेयरों का है। आईपीओ का प्रबंधन प्रमुख बुक रनिंग लीड मैनेजर मेसर्स क्युमुलेटिव कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है।
नोट: यह लेख निवेश सलाह नहीं है।