नई दिल्ली। बाबा रामदेव एवं आचार्य बालकृष्ण द्वारा संचालित प्रमुख एफएमसीजी कंपनी पतंजलि फूड्स लिमिटेड ने शेयर बाजारों को सूचित किया है कि कंपनी ने विश्व खाद्य भारत 2025 के लिए निवेश प्रोत्साहन गतिविधि के एक भाग के रूप में, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय,भारत सरकार के साथ 1000 करोड़ रुपये तक के निवेश के लिए एक गैर-बाध्यकारी समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। प्रस्तावित निवेश व्यक्तिगत परियोजनाओं के वित्तीय मूल्यांकन और कंपनी द्वारा प्रासंगिक कॉर्पोरेट और वैधानिक अनुमोदन प्राप्त करने के अधीन है। प्रस्तावित योजना के तहत ग्रीनफील्ड या ब्राउनफील्ड परियोजनाएं स्थापित की जाएगी। एमओयू के अनुसार परियोजनाएं
उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र कर्नाटक और उड़ीसा (200 करोड़ रुपए) में स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। इन परियोजनाओं में प्रत्यक्ष रूप से 2000 लोगों को और अप्रत्यक्ष रूप से 5000 लोगों को रोज़गार मिलने की संभावना है। ये परियोजनाएं 2028 में शुरू होगी और 2033 में पूर्ण होगी। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार, पतंजलि फूड्स लिमिटेड और उसकी सहयोगी या सहायक कंपनियों को, मौजूदा नीतियों, नियमों और विनियमों के अनुसार, केंद्र और राज्य सरकारों के संबंधित मंत्रालयों और विभागों से सभी आवश्यक अनुमतियां, पंजीकरण, अनुमोदन, मंजूरी और अन्य प्राप्त करने में, सर्वोत्तम प्रयास के आधार पर सहायता प्रदान करेगा। इस समझौते का उद्देश्य पतंजलि फूड्स लिमिटेड द्वारा स्वयं या अपनी सहयोगी या सहायक कंपनियों के माध्यम से, एक निर्दिष्ट समय सीमा के भीतर उपरोक्त परियोजनाओं की स्थापना में तेजी लाना है।
