Monday, December 8, 2025 |
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Mody University में कवि सम्मेलन का आयोजन

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बिजऩेस रेेमेडीज/लक्ष्मणगढ़ बाइजेंटियम क्लब, स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड साइंसेज, Mody University ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी द्वारा संगीत सम्राट तानसेन सभागार में एक भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। यह साहित्यिक आयोजन हिंदी कविता प्रेमियों के लिए एक अनूठा अनुभव साबित हुआ, जहां हास्य, श्रृंगार और ओज रस की त्रिवेणी प्रवाहित हुई।
कवि सम्मेलन में हास्य रस, श्रृंगार रस और ओज रस के उत्कृष्ट कवियों ने अपनी प्रस्तुतियों से समां बांध दिया। हास्य रस के जाने-माने कवि डॉ. प्रतीक गुप्ता ने अपनी व्यंग्यात्मक शैली से श्रोताओं को हंसी से लोटपोट कर दिया। उनकी कविताएं समसामयिक मुद्दों पर व्यंग्य कसते हुए मनोरंजन का माध्यम बनीं। श्रृंगार रस की प्रसिद्ध कवयित्री मोनिका देहलवी जी ने अपनी प्रेम और सौंदर्य से ओतप्रोत कविताओं से श्रोताओं को एक भावुक और रसमय अनुभव दिया। उनके शब्दों में प्रेम की गहराई और संवेदनशीलता झलक रही थी। ओज रस के प्रख्यात कवि सौरभ जैन ‘सुमन’ ने अपने ओजस्वी और राष्ट्रभक्ति से भरपूर काव्य पाठ से दर्शकों के भीतर उत्साह और जोश भर दिया। उनकी कविताओं ने देशभक्ति, वीरता और आत्मसम्मान की भावना को प्रबल किया।
इस कवि सम्मेलन में विश्वविद्यालय के छात्रों, संकाय सदस्यों और साहित्य प्रेमियों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। श्रोता हर कविता पर तालियों की गडग़ड़ाहट से कवियों का उत्साहवर्धन कर रहे थे। हास्य रस ने जहां हंसी का माहौल बनाया, वहीं श्रृंगार रस ने दिलों को छू लिया और ओज रस ने जोश और गर्व से भर दिया। इस अवसर पर प्रेजिडेंट प्रोफेसर (डॉ.) अशुतोष भारद्वाज ने कहा कि ‘कविता केवल शब्दों का खेल नहीं बल्कि भावनाओं और विचारों की अभिव्यक्ति होती है। ऐसे कार्यक्रम न केवल विद्यार्थियों के बौद्धिक विकास में सहायक होते हैं बल्कि उन्हें साहित्य और कला के प्रति भी जागरूक बनाते हैं।
प्रोफेसर (डॉ.) जितेंद्र बिनवाल ने भी इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि “कला और साहित्य समाज के दर्पण होते हैं, और यह कवि सम्मेलन इसी परंपरा को आगे बढ़ाने का प्रयास है। हमें गर्व है कि Mody University ऐसे आयोजनों के माध्यम से भाषा और संस्कृति को प्रोत्साहित कर रही है। कार्यक्रम का समापन शानदार कविताओं के बीच हुआ, जिसमें छात्रों और शिक्षकों ने कवियों के साथ बातचीत भी की। इस सम्मेलन ने विश्वविद्यालय में साहित्यिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम में प्रेजिडेंट प्रोफेसर (डॉ.) अशुतोष भारद्वाज, डीन, स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स एंड साइंस और चेयरमैन, मस्ट मैनेजमेंट काउंसिल प्रोफेसर (डॉ.) जितेंद्र बिनवाल, ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी प्रोफेसर ए. एस. राव, कोऑर्डिनेटर डॉ. चित्रा दाधीच, पीआरओ राजीव सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे।

 



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