कुंजेश कुमार पतसारिया | कोरोना के समय खाली बैठने से परेशान होकर आरएन मोटर्स ई-बाईक के ओनर कामरान अली के मन में कुछ करने की लालसा जाग्रत हुई। इस लालसा के लिए कंप्यूटर पर सर्च किया और देखा कि आज ई-बाईक की काफी डिमांड बनी हुई है। बस इस जुनून ने ही इन्हें व्यवसाय करने की ओर मूव कर दिया। कंप्यूटर के जरिए सर्विस सेंटर की बारीकियों को सीखा और मित्रों से सुझाव भी लिए। उसके बाद पार्टनरशीप में डी लाइट में काम शुरू कर दिया, इसमें कुछ शेयर इनके भी थे। पर वहां दो वर्ष काम करने के बाद वर्ष, २०२२ में खुद की कंपनी शुरू कर दी। वर्तमान में इनकी व्यवहार कुशलता के कारण आरएन मोटर्स ई-बाईक फर्म ने कालवाड रोड, झोटवाड़ा में अपनी अलग पहचान कायम की है। फर्म में सर्विस सेंटर और स्पाइडर व युग एक्टिवा ई-बाईक की सेल की जाती है। इनकी दो साल की वारंटी भी फर्म द्वारा दी जाती है। इसके अलावा तीन सर्विस भी फ्री दी जाती है। छोटी-सी दुकान से व्यवसाय शुरू कर आज इन्होंने बड़ा शोरूम स्थापित कर झोटवाड़ा इलाके में अपनी पहुंच बनाई है। आने वाले समय में वे फोर व्हीलर का भी काम शुरू करने की चाहत रखते हैं। संभवत: जल्द ही उसे वे पूरा करने में सक्षम हो जाएंगे।
आपकी शैक्षणिक गतिविधियों को बताएं। कहां से शिक्षा ग्रहण की और कहां तक की है?
मैंने जयपुर के चांदपोल बाजार स्थित दरबार स्कूल से दसवीं की पढ़ाई पूरी की है। उसके बाद व्यवसाय करने की लालसा ने मुझे इस ओर आने के लिए प्रेरित किया।
व्यवसाय करने की प्रेरणा आपको कहां से मिली? इसका अनुभव कहां से लिया और व्यवसाय में किस तरीके की सेवाएं देते हैं?
व्यवसाय करने की प्रेरणा मुझे अपने भाई सय्यद तोसीफ अली से मिली, जो एसी रिपेरिंग का काम करते हैं। उनके साथ मैंने काम को सीखा और कंप्यूटर पर सर्च कर सर्विस सेंटर और ई-बाईक की जानकारी जुटाई तथा काम की बारीकियों को सीखा। उसके बाद खुद की फर्म शुरू कर काम को अंजाम दिया।
वर्तमान में प्रतिस्पर्धा के युग में आपके समक्ष कोई चुनौतियां सामने आई, अगर आई तो उसका समाधान किस तरह से किया?
व्यवसाय में चुनौती आना तो स्वाभाविक है। इन चुनौती का मुकाबला करना एक अच्छे व्यवसायी के लिए जरूरी है। हम इन चुनौतियों से कुछ सीखते ही हैं और नई तकनीक का बिजनेस में समावेश करते हुए हम आगे कदम बढ़ते हैं।
सामाजिक सरोकार के कोई कार्य किए हो तो बताएं?
समय-समय पर हम गरीब और आर्थिक दृष्टि से कमजोर लोगों को सहयोग और मदद करते रहते हैं।
आपके आदर्श कौन हैं?
मेरी माता जी मलका नाज और पिता जी सईद उस्मान मेरे आदर्श तथा प्रेरणास्त्रोत हैं। इनके बताए गए आदर्शों व दिशा निर्देशों पर चलने का मैं निरंतर प्रयास करता रहता हूं।
भविष्य में व्यवसाय को कहां तक विस्तार देना चाहते हैं?
आने वाले समय में ई-बाईक के अलावा फोर व्हीलर की ओर भी कदम रखने की चाहत है। संभवत: यह जल्द पूरी हो जाएगी, क्योंकि नोएडा में एक शोरूम खोलने की तैयारी चल रही है।
नए युवाओं को व्यवसाय शुरू करने के लिए क्या सुझाव देना चाहेंगे, जिससे वह अपने व्यवसाय को उत्तरोतर बढ़ा सकें?
मेरा युवाओं से यही सुझाव है कि वे कोई भी व्यवसाय शुरू करने से पहले इसकी बारीकियों की जानकारी लें। उसके बाद मेहनत और लगन से अपने काम को अंजाम दें, सफलता जरूर मिलेगी।
सरकार से आपकी क्या अपेक्षाएं हैं, ताकि आपके व्यवसाय को और गति मिल सके?
हमारी सरकार से यही अपेक्षाएं हैं कि वे जीएसटी समतुल्य रखें यानि एक ही व्यवसाय में सामानों पर जीएसटी अलग-अलग रखने से उद्यमियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। इसके अलावा बिजली की बढ़ती दरों पर अंकुश लगाकर उद्यमियों को राहत पहुंचाए।
