केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि GST सुधार के साथ रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर को 2030 तक 1-1.5 ट्रिलियन रुपए की बचत होने की उम्मीद है। यह कदम देश को 2027 तक विकसित भारत की यात्रा को तेज करने में मदद करेगा।
मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक मीडिया इवेंट में बताया कि सौर और पवन उपकरणों पर GST रेट 12% से घटाकर 5% कर दिया गया है। इन उपकरणों में सौर कुकर, बायोगैस प्लांट, सौर जनरेटर, पवन टरबाइन, वेस्ट टू एनर्जी प्लांट, सौर लालटेन और फोटोवोल्टिक सेल शामिल हैं।
Key Highlights:
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GST सुधार से रिन्यूएबल एनर्जी, वेस्ट मैनेजमेंट, बायोडिग्रेडेबल उत्पाद और ग्रीन मोबिलिटी अधिक किफायती और सुलभ होंगे।
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लागत में कटौती, घरेलू मैन्युफैक्चरिंग और सस्टेनेबल इंडस्ट्रीज को प्रोत्साहन मिलेगा।
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भारत रिन्यूएबल एनर्जी में विश्व स्तर पर चौथे स्थान पर और सोलर पावर कैपेसिटी में तीसरे स्थान पर है।
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वर्तमान में देश की कुल इंस्टॉल्ड पावर कैपेसिटी 484.82 GW, जिसमें रिन्यूएबल एनर्जी का योगदान 50.07% है।
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2030 तक भारत का लक्ष्य 500 GW गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता हासिल करना है।
GST सुधार और सस्टेनेबल नीतियों से भारत के जलवायु लक्ष्यों और स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण में मजबूती आएगी।
