2025 की पहली छमाही में डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) ब्रांड्स द्वारा रिटेल लीजिंग में फैशन और अपैरल ब्रांड्स की लगभग 60 प्रतिशत हिस्सेदारी दर्ज की गई है। इसके बाद 12% होमवेयर और फर्निशिंग, 12% ज्वेलरी और 6% हेल्थ & Personal Care का हिस्सा रहा।
2020-2022 के बीच डिजिटल-फर्स्ट ब्रांड्स की बढ़ोतरी मुख्य रूप से ऑनलाइन शॉपिंग के कारण हुई, और अब ये ब्रांड Omnichannel मॉडल अपना रहे हैं। सीबीआरई की रिपोर्ट के अनुसार, New-Age ब्रांड्स का लीजिंग हिस्सा 2024 की पहली छमाही में 8% था, जो 2025 में बढ़कर 18% हो गया।
High Street ने कुल लीजिंग का 46%, Malls ने 40% और Standalone Outlets ने 14% हिस्सा लिया। दिल्ली-एनसीआर ने 26%, बेंगलुरु 22% और हैदराबाद 18% लीजिंग हिस्सा दर्ज किया।
सीबीआरई इंडिया के लीजिंग सर्विसेज MD राम चंदनानी के अनुसार, फिजिकल स्टोर्स ब्रांड की विश्वसनीयता और ग्राहक भरोसा बढ़ाते हैं और डिजिटल + Offline अनुभव भारत में रिटेल ग्रोथ को आगे बढ़ा रहे हैं।
