कुंजेश कुमार पतसारिया
बिजनेस रेमेडीज/ जयपुर। आज के समय में भारत की महिला को उच्च सम्मान दिया जाता है। उन्हें पुरूषों के बराबर ही समझा जाता है। वहीं साल दर साल घर से बाहर निकल कर प्रोफेशनल दुनिया में दक्षता से साथ काम करने वाली महिलाओं की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। महिलाएं लगन, मेहनत और दक्षता के साथ अपने काम को पूरा करती हैं। इस बात को समय-समय पर सभी ने माना है। महिलाएं घर पर बच्चों और परिवार की देखभाल भी करती हैं और बाहर जाकर पुरूषों के कंधे से कंधा मिलाकर काम भी करती हैं। महिलाओं ने कई क्षेत्रों में तो पुरूषों को भी पीछे छोड़ दिया है। आधुनिक महिला अब किसी पर निर्भर नहीं है। वह पूर्ण रूप से स्वतंत्र है और अपनी जिंदगी के निर्णय लेने में सफल है। आधुनिक नारी अपने संस्कारों को संजोए हुए है और वह अपने बच्चों को भी अच्छे संस्कार देती है और साथ ही पश्चिमी सभ्यता को भी अपना रही है। आज की नारी सभी पर भारी है। नारी ने आज के समय में बहुत प्रगति की है और पुरूषों को भी प्रोत्साहन दिया है। आज की नारी हर कार्य में कुशल है। इसी संदर्भ को लेकर हमने वूमेन आइकॉन शीर्षक से राजस्थान की कुछ महत्वपूर्ण पदों पर आसीन महिलाओं से साक्षात्कार लिए हैं। पिछले दिनों हमने फिक्की फ्लो की चेयरपर्सन नेहा डढ्डा से बातचीत की गई।
आप पहले किन-किन संगठनों से जुड़ी रही? वर्तमान में फिक्की फ्लो की चेयरपर्सन बन किस प्रकार के सामाजिक और आर्थिक काम करवाएंगी।
नेहा डढ्डा: मैं शुरू से ही फिक्की फ्लो से जुड़ी हुई हूं। मेरा ज्यादा से ज्यादा काम महिला सशक्तिकरण पर रहेगा। इसके अलावा डिजिटल और फाइनेंशियल लिटरेसी को बढ़ावा देना है।
पहले से चल रहे कामों से क्या अलग होगा?
नेहा डढ्डा: हमारा ज्यादा से ज्यादा फोकस महिला सशक्तिकरण पर रहेगा। उनके स्किल डवलपमेंट के लिए उन्हें पूरी तरह से प्रशिक्षित करेंगे। महिलाओं को इतना सक्षम बनाना है, जिससे वह अपने पैरों पर खड़े होकर खुद का व्यवसाय शुरू कर सकें।
आपका स्वयं का क्या बिजनेस है और उसमें आ रही समस्याओं को लेकर सरकार से कोई सुझाव?
नेहा डढ्डा: हीरे-जवाहरात और ज्वैलरी का व्यवसाय है, जिसमें हम होलसेलर्स और मैन्युफैक्चर्स हैं। मेरा वूमन एंटरप्रोन्योर के लिए सरकार से यही सुझाव है कि वह टैक्सेस में राहत दे और पॉलिसियों में महिलाओं के लिए शीतलतता प्रदान करें, जिससे महिलाएं
ज्वैलरी के क्षेत्र में आगे बढक़र अपने काम को बेहतर तरीके से अंजाम देकर देश और विश्व मेें नाम रोशन कर सकें।
आप अपना आदर्श किसे मानती हैं?
नेहा डढ्डा: मेरे आदर्श दादा जी हैं, जिनसे मुझे काफी सीखने का मौका मिला। उन्हीं के प्ररेणा से आगे बढऩे की ललक जगी है।
कोरोना काल के बाद व्यापारिक स्थिति किस तरह की चल रही है?
नेहा डढ्डा: कोरोना के समय जरूर थोड़ा ज्वैलरी के व्यवसाय में ठहराव आ गया था, लेकिन उसके बाद व्यवसाय में काफी उठाव आया है। लोग ज्वैलरी खरीदने में रूचि दिखा रहे हैं। दिनों-दिन ज्वैलरी व्यवसाय ऊपर उठ रहा है।
भविष्य में अपने बिजनेस और फिक्की फ्लो को आगे बढ़ाने की क्या नई प्लानिंग है?
नेहा डढ्डा: भविष्य में फिक्की फ्लो के 650 से ज्यादा मेम्बर्स हैं, मैं सबसे यही चाहती हूं कि सब मिलजुल कर काम करें, सबका यह संगठन हैं,जो भी काम हो सभी का हो। सभी के साथ से ही फिक्की फ्लो संगठन आगे बढ़ेगा, तभी सोसायटी में बदलाव आ सकेगा। जहां तक व्यवसाय का सवाल है हमारा व्यवसाय क्रिएटिविटी पर आधारित है, अगर इसमें क्रिएटिविटी और इनोवेशन है, तो निश्चित रूप से वह आगे बढ़ेगा।