Sunday, October 19, 2025 |
Home » Lead Reclaim & Rubber Products: सर्कुलर इकोनॉमी में भारत की अग्रणी ग्रीन कंपनी

Lead Reclaim & Rubber Products: सर्कुलर इकोनॉमी में भारत की अग्रणी ग्रीन कंपनी

Recycled Tyres से बना रही है sustainable profit — FY25 revenue ₹31.26 करोड़ (+110%), solar plant से 42% energy self-reliant; investors को मिला 200%+ return

by Business Remedies
0 comments
Lead Reclaim and Rubber Products Ltd emerges as India’s leading tyre recycling company, expanding capacity and investing in solar power for sustainable growth.

जयपुर/अहमदाबाद, 
सस्टेनेबल बिज़नेस की दिशा में तेज़ी से बढ़ती Lead Reclaim and Rubber Products Limited भारत की अग्रणी रबर और टायर रिसाइक्लिंग कंपनी बनकर उभरी है। कंपनी सर्कुलर इकोनॉमी मॉडल पर काम करती है — यानी प्रकृति की सुरक्षा के साथ बिज़नेस प्रॉफिट भी।


⚙️ कंपनी का बिज़नेस मॉडल

कंपनी पुराने टायर और रबर उत्पादों को रिसाइकिल करके रिक्लेम्ड रबर, क्रम्ब रबर पाउडर और रबर ग्रेन्यूल्स बनाती है।
ये प्रोडक्ट्स टायर निर्माताओं, ऑटोमोबाइल, फुटवियर, केबल, साउंड डेंपनर, फर्नीचर और पैकेजिंग इंडस्ट्री में उपयोग होते हैं।
कंपनी अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में Whole Tyre Reclaim Rubber, Butyl Reclaim Rubber, Polycote और Natural Reclaim Rubber जैसे कई ग्रेड ऑफर करती है।


🌞 सोलर से एनर्जी कॉस्ट में गिरावट

लीड रिक्लेम ने ₹1.20 करोड़ के निवेश से 250 kW का रूफटॉप सोलर प्लांट लगाया है।

  • इससे कुल बिजली आवश्यकता का 42% खुद उत्पन्न हो रहा है

  • कंपनी हर साल 341 टन CO₂ उत्सर्जन कम कर रही है

  • इससे ऊर्जा लागत में उल्लेखनीय कमी आई है


🏭 इंफ्रास्ट्रक्चर और एक्सपैंशन

  • कंपनी के पास 5.5 बीघा भूमि और 5520 MT वार्षिक क्षमता वाली उत्पादन इकाई है (सरली रोड, खेड़ा, गुजरात)

  • अब क्षमता बढ़ाकर 11520 MT करने की मंजूरी मिली है

  • कुल उत्पादन का 70% निर्यात से आता है

  • अत्याधुनिक CNC मशीनरी, लैब्स और बड़े वेयरहाउस से ऑपरेशन streamlined हैं


🤝 रणनीतिक अधिग्रहण और जमीन निवेश

कंपनी ने Regrip Lead Recycling Pvt. Ltd. में 50% हिस्सेदारी ली है।
साथ ही, सोमेश्वरी इंडस्ट्रियल पार्क (मंडली) में दो प्लॉट्स ₹45 लाख में खरीदे हैं, जिससे भविष्य के बिज़नेस एक्सपैंशन को बल मिलेगा।


🧾 सरकारी पॉलिसी का फायदा

पर्यावरण मंत्रालय द्वारा EPR (Extended Producer Responsibility) नियम लागू किए जाने से टायर मैन्युफैक्चरर्स को अपने पुराने टायर रीसायकल कराने होंगे।
इससे लीड रिक्लेम जैसी कंपनियों को मांग और कारोबार में बड़ा बूस्ट मिलेगा।


📈 फाइनेंशियल परफॉर्मेंस

  • FY24: Revenue ₹14.88 करोड़ | Net Profit ₹0.37 करोड़

  • FY25: Revenue ₹31.26 करोड़ (+110%) | Net Profit ₹1.46 करोड़ (+294%)
    कंपनी साल-दर-साल मजबूत प्रदर्शन दिखा रही है, जो बढ़ती मांग और बेहतर लागत नियंत्रण का परिणाम है।


👨‍💼 प्रवर्तक और विज़न

जयेश कुमार पटेल (MD, Age 42) — लंदन स्कूल ऑफ बिज़नेस एंड कंप्यूटिंग से बिज़नेस मैनेजमेंट में प्रोफेशनल ग्रेजुएट।
उनका लक्ष्य है:

“उच्च गुणवत्ता वाला, आर्थिक रूप से व्यवहार्य और पर्यावरणीय रूप से स्थायी रीक्लेम रबर बनाना।”

कंपनी निरंतर modernization, green projects, और risk reduction पर काम कर रही है।


💹 IPO और निवेश रिटर्न

कंपनी ने फरवरी 2023 में ₹25 प्रति शेयर के भाव से ₹4.88 करोड़ जुटाए
वर्तमान शेयर प्राइस लगभग ₹80 प्रति शेयर, यानी IPO निवेशकों को अब तक 200%+ रिटर्न
स्टॉक ने ₹114.90 का उच्चतम स्तर छुआ है।


🪴 बड़ी तस्वीर

भारत के नेट ज़ीरो 2070 लक्ष्य के तहत सर्कुलर इकोनॉमी सेक्टर तेज़ी से बढ़ेगा।
विशेषज्ञों के अनुसार अगले दशक में 20% बड़ी कंपनियाँ इस सेगमेंट में होंगी।
ऑटोमोबाइल ग्रोथ और EPR जैसे नियमों से टायर रीसाइक्लिंग इंडस्ट्री 10x बढ़ सकती है, जिससे लीड रिक्लेम जैसे खिलाड़ियों के लिए बड़ा अवसर बनेगा।



You may also like

Leave a Comment