जयपुर। भीलवाड़ा आधारित प्रमुख फर्टिलाइजर कंपनी और ओस्तवाल ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज की एक इकाई कृष्णा फॉस्केम लिमिटेड ने 06 मई, 2025 को आयोजित अपनी बोर्ड बैठक में 31 मार्च, 2025 को समाप्त चौथी तिमाही और वित्तीय वर्ष के लिए अपने लेखापरीक्षित वित्तीय परिणामों को मंजूरी दी।
31 मार्च, 2025 को समाप्त अवधि के दौरान, कंपनी ने तिमाही के लिए 472.88 करोड़ रुपये और वर्ष के लिए 1358.24 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के लिए यह क्रमशः 263.40 करोड़ रुपये और 923.90 करोड़ रुपये था, जो क्रमशः 80 फीसदी और 47 फीसदी की वृद्धि दर्शाता है।
31 मार्च, 2025 को समाप्त तिमाही के लिए कंपनी का कर पश्चात शुद्ध लाभ 32.62 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले लगभग 5 गुना अधिक है और ईबिटा 128.18 करोड़ रुपये के मुकाबले 183.96 करोड़ रुपये रहा। ईबिटा/टन 5,250 रुपए रहा, जो उद्योग में सर्वश्रेष्ठ में से एक है। मौसमी रूप से कमज़ोर तिमाही होने के बावजूद एनपीके की बिक्री में लगभग तीन गुना वृद्धि हुई। वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान कंपनी ने 350251 मीट्रिक टन उर्वरक बेचा, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 233400 मीट्रिक टन उर्वरक बेचा गया था।
कंपनी ने पिछले साल की तरह इक्विटी शेयरों पर 5% फीसदी लाभांश देने की भी सिफारिश की है।
कंपनी के चेयरमैन एम. के. ओस्तवाल ने बताया कि “पिछले साल की तुलना में एनपीके की मांग में 28 फीसदी की वृद्धि हुई है। उन्होंने सब्सिडी में वृद्धि की घोषणा के लिए सरकार को धन्यवाद दिया, जिससे कच्चे माल की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण होने वाली वृद्धिशील लागत को काफी हद तक कवर किया गया है। कंपनी अपने व्यवसाय की जिम्मेदारी से लेकर स्थिरता के साथ बेहतर शासन प्रथाओं तक के बुनियादी सिद्धांतों और रणनीतियों पर लगातार कायम है। हम अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाते रहेंगे और भारत की विकास कहानी में योगदान देंगे।”
