Friday, December 12, 2025 |
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जीजेईपीसी ने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कश्मीरी रत्न और आभूषण व्यापारियों के साथ रणनीतिक चर्चा के लिए पहल की

by Business Remedies
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बिजऩेस रेमेडीज/श्रीनगर

रत्न और आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद (जीजेईपीसी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने अध्यक्ष विपुल शाह के नेतृत्व में कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (केसीसीआई) और ऑल कश्मीर गोल्ड डीलर एसोसिएशन के प्रमुख सदस्यों और स्थानीय रत्न और आभूषण व्यापार के सदस्यों के साथ उपयोगी चर्चा की। इस बातचीत के दौरान जीजेईपीसी की ओर से किरीट भंसाली, उपाध्यक्ष; नीरव भंसाली, राष्ट्रीय प्रदर्शनी उप-समिति के संयोजक;  अशोक सेठ, क्षेत्रीय अध्यक्ष – उत्तर; सब्यसाची रे, कार्यकारी निदेशक, और परिषद के अन्य बोर्ड सदस्य भी उपस्थित थे।

इस चर्चा के दौरान कश्मीर रत्न और आभूषण बिरादरी से शामिल होने वाले लोगों में प्रमुख नाम इस प्रकार हैं- जावेद अहमद टेंगा, अध्यक्ष, केसीसीआई; आशिक हुसैन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष; फैज अहमद बख्शी, महासचिव; जहूर ए, पूर्व अध्यक्ष; शाहीन गजवान, सदस्य, केसीसीआई; ऑल कश्मीर गोल्ड डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष बशीर अहमद राथर; ऑल कश्मीर गोल्ड डीलर एसोसिएशन के सदस्य हिलाल अहमद जरगर; ऑल कश्मीर गोल्ड डीलर एसोसिएशन के पूर्व सदस्य ए एस रहमान चल्लू; ऑल कश्मीर गोल्ड डीलर एसोसिएशन के महासचिव प्रोष्टम लाल; कावा ज्वेलरी से जमर कावा और कश्मीर के व्यापार समुदाय के अन्य सदस्य।

कश्मीर के रत्न और आभूषण व्यापार के साथ इस पहली बैठक के बारे में  जीजेईपीसी के अध्यक्ष विपुल शाह ने कहा, कश्मीर के ट्रेड मेंबर्स के साथ हमारी बहुत ही उपयोगी चर्चा हुई। हम कश्मीरी नीलम की प्रमुखता बढ़ाने और स्थानीय कारीगरों को उन्नत कौशल के साथ सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह पहल रत्न और आभूषण क्षेत्र को मजबूत करने, इसके विकास के लिए निरंतर कोशिश करने, अंतरराष्ट्रीय मान्यता और क्षेत्र से निर्यात को बढ़ावा देने के हमारे मिशन के साथ जुड़ी हुई है। हम कश्मीरी ट्रेड मेंबर्स को उनकी भागीदारी के लिए तहे दिल से धन्यवाद देते हैं और आगे भी इसी तरह के उपयोगी सहयोग की उम्मीद करते हैं। उन्होंने आगे कहा, हम ईरानी और मध्य एशियाई समुदायों के बीच कश्मीरी आभूषणों को लेकर जो दिलचस्पी है, उसके महत्व को अच्छी तरह पहचानते हैं। कश्मीरी व्यापार के साथ हमारे सहयोग का उद्देश्य इस उत्कृष्ट शिल्प कौशल की वैश्विक पहुंच और प्रभाव का विस्तार करना है। आधुनिक डिजाइन के साथ पारंपरिक कश्मीरी कलात्मकता के अनूठे मिश्रण ने इन क्षेत्रों के खरीदारों को आकर्षित किया है, जो प्रत्येक आभूषण में कुशल कारीगरी और खूबसूरती की बहुत सराहना करते हैं।

जीजेईपीसी के उपाध्यक्ष किरीट भंसाली ने क्षेत्र के रत्न और आभूषण व्यापार को वैश्विक बाजारों में विस्तारित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की और दुबई में आईजेईएक्स के माध्यम से परिषद के सपोर्ट के बारे में जानकारी दी। उन्होंने जौहरियों को अपने निर्यात को आगे ब?ाने के लिए परिषद की सेवाओं का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। दुबई में जीजेईपीसी का आईजेईएक्स साल भर चलने वाला बी2बी इवेंट प्लेटफॉर्म प्रदान करता है। इसके माध्यम से जीजेईपीसी के सदस्य अपने प्रॉडक्ट्स का प्रदर्शन कर सकते हैं और अंतरराष्ट्रीय खरीदारों से ऑर्डर प्राप्त कर सकते हैं, जिससे यूएई में उनकी बाजार उपस्थिति में उल्लेखनीय वृद्धि होती है। केसीसीआई के अध्यक्ष जावेद अहमद टेंगा ने कश्मीर में रत्न और आभूषण व्यापार को बढ़ाने के लिए जीजेईपीसी के साथ सहयोग को और बढ़ावा देने की उम्मीद जताई। उन्होंने चर्चा के लिए पहल करने पर जीजेईपीसी की प्रशंसा भी की।

मुख्य बातें :

कश्मीरी नीलम को बढ़ावा देना : जीजेईपीसी कश्मीर के प्रसिद्ध नीलम की पहचान करने और उसकी लोकप्रियता बढ़ाने के लिए स्थानीय समुदाय के साथ साझेदारी करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसका उद्देश्य घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी बाजार पहचान को बढ़ाना है।

कौशल विकास पहल: जीजेईपीसी ने अपने संस्थानों में इच्छुक छात्रों और कारीगरों के लिए व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रमों का प्रस्ताव रखा, जिसका उद्देश्य स्थानीय शिल्प कौशल को बढ़ावा देना और उद्योग के विकास के लिए महत्वपूर्ण कौशल को बढ़ाना है।

आगामी आउटरीच कार्यक्रम : जीजेईपीसी ने कश्मीर में डेडिकेटेड आउटरीच कार्यक्रम आयोजित करने की योजना का एलान भी किया, जिसका उद्देश्य स्थानीय व्यापार और विनिर्माण गतिविधियों को सुविधाजनक बनाना और बढ़ावा देना है। इसके अतिरिक्त, जीजेईपीसी उत्तर भारत में एक आउटरीच कार्यक्रम आयोजित करने की योजना भी बना रहा है।

इसके अलावा, जीजेईपीसी ने मुंबई में आयोजित होने वाले प्रतिष्ठित आईआईजेएस प्रीमियर 2024 शो में भाग लेने के लिए कश्मीरी प्रतिनिधिमंडल को गर्मजोशी से आमंत्रित किया। चर्चा के दौरान, कश्मीर के व्यापार सदस्यों ने इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में कश्मीरी आभूषणों को प्रदर्शित करने में गहरी रुचि दिखाई और जीजेईपीसी के अध्यक्ष ने उन्हें इस प्रयास में पूरा सपोर्ट देने का आश्वासन दिया।

ये पहल परस्पर सहयोग को बढ़ाने, क्षेत्रीय रत्नों को बढ़ावा देने और पूरे भारत में रत्न और आभूषण उद्योग के विकास को आगे बढ़ाने के लिए जीजेईपीसी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। बैठक के

दौरान, जीजेईपीसी के राष्ट्रीय प्रदर्शनियों के संयोजक नीरव भंसाली ने उन्हें आगामी आईआईजेएस प्रीमियर शो के बारे में जानकारी दी।



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